अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप को जॉर्जिया चुनाव हस्तक्षेप मामले में सबसे बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने उनके खिलाफ लगाए गए 6 आरोपों को खारिज कर दिया है। अदालत ने कहा कि आरोप की प्रचुरता अधिक देखी गई, जबकि आरोपों के सापेक्ष सुबूत नहीं हैं।
अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव 2024 एक बार फिर डोनॉल्ड ट्रंप बनाम जो बाइ़डेन होने जा रहा है। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की होड़ में ट्रंप की प्रमुख प्रतिद्वंदी निक्की हेली ने आज अपना नाम इस दौर से वापस ले लिया है। ट्रंप से लगातार कई मुकाबले हारने के बाद हेली ने यह फैसला लिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की होड़ में शामिल निक्की हेली ने अब मैदान छोड़ने का मन बना लिया है। ट्रंप के खिलाफ प्राइमरी रिपब्लिकन चुनावों में कई हार मिलने और पूर्व राष्ट्रपति से पीछे रहने के बाद उन्होंने यह योजना बनाई है।
अमेरिका में नवंबर 2024 में राष्ट्रपति चुनाव होना है। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए पूर्व प्रेसिडेंट डोनॉल्ड ट्रंप और भारतीय मूल की नेता निक्की हेली में कांटे की टक्कर चल रही है। हालांकि निक्की हेली अभी ट्रंप को किसी भी प्राइमरी चुनाव में हरा नहीं सकी हैं, लेकिन उनका हौसला बरकरार है।
अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले प्राइमरी स्टेट के पार्टी के आंतरिक चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए ट्रंप सबसे आगे चल रहे हैं। मगर इस बीच इलिनॉयस राज्य के प्राइमरी चुनाव में हिस्सा लेने के लिए ट्रंप को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। वहीं ट्रंप के इस पूरे मामले पर सुप्रीमकोर्ट सुनवाई को तैयार है।
अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ही सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है। हालांकि भारतीय मूल की निक्की हेली अभी उनके साथ प्रतिस्पर्धा में बनी हुई हैं। मगर ट्रंप उन पर शुरुआती चुनावों में भारी पड़े हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव-2024 के लिए रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की होड़ में शामिल डोनॉल्ड ट्रंप और निक्की हेली के बीच मुकाबला जारी है। न्यू हैम्पशायर में जीत दर्ज करने के बाद अब दक्षिण कैरोलिना के पहले चुनाव में भी ट्रंप को भारी समर्थन मिलता दिख रहा है। ट्रंप ने हेली को 27 फीसदी मतों से हराया है।
रिपब्लिकन पार्टी डोनॉल्ड ट्रंप को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एक बड़ा फैसला करने वाली थी, लेकिन पार्टी ने फिलहाल प्रस्ताव को रद्द कर दिया है। अगर यह प्रस्ताव पारित होता तो यह जो बाइडेन के लिए झटका होता। विशेषज्ञ मानते हैं कि भले ही यह प्रस्ताव वापस हुआ है, लेकिन इससे ट्रंप की दावेदारी और मजबूत हुई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव नवंबर 2024 की रेस में बने रहने के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवार अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंदी और पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के सामने डटी हैं। हांलांकि पिछले 2 राज्यों के आंतरिक चुनाव में उन्हें ट्रंप से हार का सामना करना पड़ा। मगर हेली ने हौसला नहीं तोड़ा है।
ट्रंप ने सोमवार को आयोवा कॉकस में जीत हासिल कर ली है। यहां उन्हें अपने प्रतिद्वंदियों रॉन डीसैंटिस और निक्की हेली से कहीं ज्यादा वोट मिले हैं। ये दोनों ही ट्रंप के विकल्प के तौर पर एक-दूसरे को टक्कर दे रहे हैं।
अमेरिका में एक जज ने फैसला सुनाया है कि अमेरिकी सरकार गलत कंटेंट को सही कराने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर दबाव डालने के मामलों में अपनी सीमाएं पार कर रही थी।
अमेरिका में हुए मिड टर्म इलेक्शन में डेमोक्रेटिक पार्टी ने 2 वर्षों के लिए सीनेट पर एक बार फिर अपना नियंत्रण हासिल कर लिया है। वहीं, रिपब्लिकन पार्टी यह उम्मीद लगाए हुए बैठी थी कि बहुमत उसके पक्ष में ही आएगा।
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा प्रबंधन एवं बजट कार्यालय (ओएमबी) के निदेशक पद पर नामित भारतीय मूल की नीरा टंडन को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी के कुछ वरिष्ठ सीनेटरों ने सार्वजनिक रूप से उनके नामांकन का विरोध किया है।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन जॉर्जिया प्रांत में मतगणना में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रपं से आगे हो गए हैं।
अमेरिका में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन और विपक्षी डेमोक्रेट के शीर्ष दो सीनेटरों ने भारत के साथ सैन्य संबंध मजबूत करने, खास तौर पर पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और सैन्य क्षेत्र में संयुक्त अनुसंधान और विकास में तेजी लाने के लिए एक संशोधन विधेयक पेश किया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग की सुनवाई मंगलवार को सीनेट में सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के सांसदों और विपक्षी डेमोक्रेट सदस्यों में आरोप-प्रत्यारोप के बीच शुरू हुई।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग की सुनवाई बृहस्पतिवार को सीनेट में शुरू हो गई। सीनेट में सांसदों ने शपथ ली कि वह इस बारे में निष्पक्ष निर्णय लेंगे कि अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति को पद से हटाया जाए या नहीं।
गोसर ने अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों- जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांटे जाने के फैसले का स्वागत किया।
अमेरिका की चार महिला सांसदों पर देश से नफरत करने का आरोप लगाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वे जहां जाना चाहें वहां जा सकती हैं, लेकिन उन्हें यहां रहना है, तो देश से प्यार करना होगा।
सीनेट ने भी पिछले साल ऐसा ही विधेयक पारित किया था लेकिन तब रिपब्लिकन के नियंत्रण वाला सदन इस पर मतदान नहीं करा पाया था जिससे यह विधेयक निष्प्रभावी हो गया। वर्तमान में सदन में डेमोक्रेट्स का नियंत्रण है।
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