भारत के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति के दुष्प्रचार का विदेश मंत्री एस जयशंकर ने करारा जवाब दिया है। इकोनॉमिक टाइम्स से बात करते विदेश मंत्री ने बाइडेन की जेनोफोबिक वाली टिप्पणी पर कहा कि भारत न तो जेनोफोबिक है और न ही उसकी अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है। जयशंकर ने कहा कि भारत सीएए वाला देश है, जो मदद के दरवाजे खोलता है।
भारत ने नई दिल्ली में आसियान समिट का आयोजन किया। इसके बाद आसियान समूह के देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने को मुख्य मुद्दा बनाया। साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भरोसा जताया कि आसियान समूह के देशों के साथ यह भागीदारी निश्चित ही बढ़ेगी।
पिछले 10 सालों में केंद्र की मोदी सरकार ने विदेशों में बसे भारतीयों को संकट के समय रेस्क्यू करने के मामले में अभूतपूर्व कुशलता का परिचय दिया है और अब एक बार फिर कुछ ऐसा ही होने जा रहा है।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जानकारी दी है कि 17 भारतीयों कि रिहाई को लेकर उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री से बात की है। साथ ही क्षेत्र में बढ़ रहे तनाव को लेकर भी चर्चा की। बता दें कि 13 अप्रैल को ईरान ने एमएससी एरीज जहाज पर कब्जा कर लिया था, जिसपर 17 भारतीय भी सवार थे।
केंद्र सरकार ने इसी साल फरवरी में भारत-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने और दोनों देशों के बीच मुक्त आवाजाही व्यवस्था को खत्म करने का फैसला किया था। इसको लेकर आज आइजोल में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि केंद्र ने ये इसलिए किया, क्योंकि सरकार देश की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर दूसरे देशों में फंसे भारतीयों की स्वदेश वापसी के लिए संकटमोचक बनने का काम किया है। भारत ने लाओस में गैर कानूनी गतिविधियों में फंसाए गए 17 भारतीयों की वापसी कराई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पोस्ट के जरिये यह जानकारी दी है।
भारत में होने वाले चुनावों पर संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी की टिप्पणी पर विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान सामने आया है। जयशंकर ने कहा है कि इसके बारे में चिंता ना करें।
पश्चिमी एशिया में मची उथल-पुथल से भारत चिंतित हो गया है। इजरायल से लेकर फिलिस्तीन तक और ईरान से सीरिया तक लगातार युद्ध और हमले का गढ़ बन गए हैं। इससे पश्चिम एशिया का तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हाल में इजरायली हमले में सीरिया में ईरानी दूतावास के कई कर्मचारी मारे गए हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर मे मंगलवार को बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट जरूर मिलेगी। पूरी दुनिया में इस बात को लेकर भावना बढ़ रही है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने विदेश मंत्री द्विमित्रो कुलेबा को भारत भेजा है। आज वह एस जयशंकर से मुलाकात कर रहे हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में जेलेंस्की को भारत से उम्मीद है कि वह रूस से बातचीत कर शांति का कोई रास्ता निकाल लेगा।
भारत और चीन के संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते, जब तक कि सैनिकों की तैनाती पूर्ववत स्थिति में नहीं हो जाती। चीन ने सीमा पर रक्तपात और हिंसा की है। साथ ही सीमा समझौतों का उल्लंघन किया है। सीमा सुरक्षा से समझौता करके चीन से संबंध बहाल नहीं किया जा सकता। मलेशिया में विदेश मंत्री जयशंकर ने यह बात कही।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कुआलालंपुर में अपने मलेशियाई समकक्ष मोहम्मद बिन हाजी हसन के साथ मुलाकात की है। जयशंकर प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से भी मुलाकात करेंगे।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि फिलीपीन को अपनी राष्ट्रीय संप्रभुत्ता को बनाए रखने का अधिकार है। जयशंकर की प्रतिक्रिया ऐसे वक्त सामने आई है जब हाल ही में फिलीपीन की नौका को चीनी तटरक्षक जहाजों ने निशाना बनाया था।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर तीन दिवसीय सिंगापुर यात्रा पर हैं। सोमवार को जयशंकर ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लूंग और विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन से मुलाकात की।
सिंगापुर की 3 दिनों की यात्रा पर गए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बड़ी वजह बताई है। जयशंकर ने कहा कि यह एक अस्थाई प्रावधान था, जिसने जम्मू-कश्मीर में अलगवावाद और आतंकवाद को जन्म दिया। मगर इसे हटाए जाने के फायदा अब वहां देखा जा सकता है। आतंकवाद में कमी आई और विकास हो रहा है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सिंगापुर में अपने हर संबोधन में आतंकवाद पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। एक दिन पहले उन्होंने आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान को जमकर धोया था। जयशंकर ने पाकिस्तान को आतंक की फैक्ट्री बताया था। अब कहा है कि किसी भी भाषा में एक आतंकी आतंकवादी ही होता है।
भारत और रूस के बीच संबंधों को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि हमारे बीच बेहद सकारात्मक संबंध हैं। उन्होंने चीन की ओर रूस के खिंचाव पर कहा कि ऐसा हम नहीं सोचते। किस देश के साथ दूसरे देश का संबंध कैसे है यह उस पर निर्भर करता है। रूस ने भारत को कभी नुकसान नहीं पहुंचाया।
सिंगापुर की यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजरायल-फिलिस्तीन के मुद्दे को सुलझाने के लिए द्विराष्ट्र समाधान का विकल्प सुझाया है। भारत इस मुद्दे पर शुरू से ही दो पक्षों के बीच बातचीत से शांति पूर्वक मुद्दे का हल निकालने का सुझाव देता रहा है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी सिंगापुर यात्रा के दौरान पाकिस्तान का बैंड बजा दिया है। आतंकवाद के खिलाफ बोलते हुए जयशंकर ने जमकर पाकिस्तान की वॉट लगाई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का उद्योग चला रहा है। अब भारत आतंक को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
सिंगापुर दौरे पर पहुंचे भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अरुणाचल प्रदेश पर चीन के दावे को बेतुका बताया है। उन्होंने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का एक स्वाभाविक हिस्सा है।
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