पाकिस्तान ने अब्दुल क़ादिर, सक़लैन मुश्ताक़, मुश्ताक़ अहमद. सईद अजमल और यासिर शाह जैसे विश्व स्तरीय स्पिनर पैदा किए हैं लेकिन भारतीय स्पिनर अमित मिश्रा उन्हें अपने ठेंगे पर रखते हैं।
चार साल के बाद श्रीलंका-दौरे में टीम इंडिया में वापसी करने वाले अमित मिश्रा का कहना है कि टीम में वापसी से वह ख़ुश हैं लेकिन श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले अपना मनोबल बढ़ाने के लिए उन्हें पाकिस्तानी लेग स्पिनर यासिर शाह की तरफ़ देखने की ज़रूरत मेहसूस नहीं होती।
यासिर शाह ने हाल में श्रीलंका में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।
मिश्रा ने कहा, 'आपको अपना मनोबल बढ़ाने के लिए किसी (यासिर शाह ) के प्रदर्शन को देखने की जरूरत नहीं होती। मुझे हमेशा खुद पर भरोसा रहा है। मैं अच्छी फॉर्म में हूं और अच्छा प्रदर्शन कर रहा हूं इसलिए मैं आश्वस्त हूं।
मिश्रा ने चार साल बाद टेस्ट टीम में वापसी के कारण किसी तरह के दबाव में होने की बात को भी नकार दिया। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला था।
उन्होंने कहा, 'मैं अच्छे प्रदर्शन को लेकर खुद पर बेमतलब का बोझ नहीं डालना चाहता हूं। मैं खुले दिमाग से जाना चाहता हूं और अपनी क्षमता के अनुरूप खेलना चाहता हूं। यदि मुझे मौका मिलता है तो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करुंगा। मैं वापसी से खुश हूं। बेशक यह कड़ा दौरा होगा। उनके पास स्पिन गेंदबाजी के अच्छे बैट्समैन हैं इसलिए कोई संदेह नहीं कि यह दौरा कड़ा होगा।'