Don Bradman World Record: भारतीय टेस्ट टीम के नए कप्तान शुभमन गिल के लिए इंग्लैंड सीरीज काफी ज्यादा अहम रही। उन्होंने अब तक 700 से ज्यादा रन बना दिए हैं। विराट कोहली को काफी पहले ही पीछे छूट चुके थे, अब तो सुनील गावस्कर भी पीछे रह गए हैं। सुनील गावस्कर ने साल 1979 में जो काम वेस्टइंडीज के खिलाफ किया था, उससे कहीं ज्यादा अब शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ कर दिया है, लेकिन अब शुभमन के निशाने पर एक बहुत बड़ा वर्ल्ड रिकॉर्ड है। जो अब लगता है कि टूटने से बच जाएगा। अब से करीब 89 साल पुराना कीर्तिमान अब टूटेगा कि नहीं, ये आने वाले चार दिन में तय होगा।
ग्राहम गूच भी आए थे डॉन ब्रैडमैन के करीब
ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाजों में से एक डॉन ब्रैडमैन ने कप्तान के तौर पर जो काम साल 1937 में किया था, वो काम आज तक कोई भी दूसरा कप्तान दोहरा नहीं पाया है। हालांकि साल 1990 में इंग्लैंड के ग्राहम गूच इसके करीब आए थे, लेकिन वे भी इससे चूक गए। अब शुभमन गिल इस वर्ल्ड रिकार्ड के सबसे ज्यादा करीब हैं।
साल 1937 में डॉन ब्रैडमैन ने कप्तान के तौर पर एक सीरीज में बनाए थे सबसे ज्यादा रन
दरअसल साल 1937 में डॉन ब्रैडमैन ने इंग्लैंड के खिलाफ कप्तान के तौर पर 810 रन बना दिए थे। उन्होंने पांच मैचों की 9 पारियों में ये कमाल किया था। इस दौरान ब्रैडमैन ने तीन शतक और एक अर्धशतक लगाने का काम किया। तब से लेकर अब करीब 89 साल गुजर गए हैं, लेकिन ये रिकॉर्ड अटूट है। साल 1990 में भारत के खिलाफ इंग्लैंड के ग्राहम गूच ने 752 रन बनाए थे। उन्होंने ये रन तीन मैचों की छह पारियों में बनाए थे। लेकिन वे भी ब्रैडमैन से पीछे रह गए थे। लेकिन क्या अब शुभमन गिल ये कमाल कर पाएंगे।
शुभमन गिल को अब आखिरी पारी में बनाने होंगे 68 रन
शुभमन गिल इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही सीरीज के दौरान अब तक 743 रन बना चुके हैं। गिल ने ये रन 5 मैचों की 9 पारियों में बनाए हैं। यानी अगर गिल को डॉन ब्रैडमैन को पीछे छोड़ना है तो यहां से 68 रन और बनाने होंगे। अब गिल के पास केवल एक ही पारी बाकी है। वैसे तो 68 रन बहुत ज्यादा नहीं हैं, लेकिन ओवल में जिस तरह की पिच है, उससे नहीं लगता कि गिल अब बची हुई एक पारी में इतने रन बना पाएंगे। आखिरी मैच की पहली पारी में गिल 35 बॉल पर 21 रन बनाकर आउट हो गए। अगर इसमें गिल ने कुछ और रन बनाए तो होते तो उनके पास रिकॉर्ड तोड़ने का चांस था। अब ओवल टेस्ट के बचे हुए चार दिन ही तय करेंगे कि क्या 89 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त होगा या फिर बच जाएगा।