आज कारोबार के दौरान, बाजार काफी लंबे समय तक लाल निशान में कारोबार कर रहा था। हालांकि, एक बार लिवाली हावी होने के बाद बाजार लगातार रिकवरी मोड में कायम रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की घोषणा के बाद से ही भारतीय बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
मंगलवार को सेंसेक्स 637.82 अंकों (0.78%) अंकों की बढ़त के साथ 82,534.61 अंकों पर और निफ्टी 208.00 (0.83 प्रतिशत) अंकों की तेजी के साथ 25,179.90 अंकों पर खुला था।
हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को जहां एक तरफ बीएसई सेंसेक्स 57.95 अंकों की बढ़त के साथ 80,300.19 अंकों पर खुला।
अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड लिमिटेड (APSEZ) द्वारा संचालित विझिनजाम बंदरगाह ने एक मील का पत्थर हासिल किया। यहां पहुंचे इस कंटेनर जहाज की लंबाई 399.9 मीटर, चौड़ाई 61.3 मीटर और गहराई 33.5 मीटर है।
वित्त वर्ष 2025 की 9 महीने की अवधि में, अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड ने 332 MMT कार्गो वॉल्यूम दर्ज किया, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक है।
हफ्ते के चौथे दिन बीएसई सेंसेक्स 409.61 अंकों को बढ़त के साथ 77,133.69 अंकों पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर, एनएसई का निफ्टी 50 इंडेक्स आज 98.60 अंकों की तेजी के साथ 23,311.80 अंकों पर बंद हुआ। बताते चलें कि बुधवार को भारतीय बाजार मामूली बढ़त के साथ बंद हुए थे।
आज शुरुआती कारोबार के दौरान अडाणी पोर्ट्स के शेयर सबसे ज्यादा 0.84 प्रतिशत की तेजी के साथ ट्रेड कर रहे थे। इसके अलावा भारती एयरटेल 0.72 प्रतिशत, एनटीपीसी 0.58 प्रतिशत, सनफार्मा 0.53 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.43 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने एक इंटरव्यू में कहा कि वे 70 साल की उम्र में अपना पद छोड़ देंगे। उन्होंने बताया कि 2030 के दशक के आसपास ग्रुप की कंपनियों में अपने बेटों और भतीजों को बराबर की हिस्सेदारी देंगे।
अडानी पोर्ट्स के पास प्रमोटर की हिस्सेदारी 65.9 फीसदी है, जबकि एईएल के पास 72.6 फीसदी है। विश्लेषकों ने कहा कि अदानी पोर्ट्स को सेंसेक्स में 1.2 फीसदी का वेटेज दिया जा सकता है।
एपीएसईजेड ने बीएसई को दी सूचना में बताया कि देश की सबसे बड़ी एकीकृत लॉजिस्टिक्स कंपनी की वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में एकीकृत कुल आय बढ़कर 7,199.94 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 6,178.35 करोड़ रुपये थी।
हिंडनबर्ग ने अडाणी समूह पर बही-खातों में धोखाधड़ी और शेयरों के भाव में गड़बड़ी के साथ विदेशी इकाइयों के अनुचित उपयोग का आरोप लगाया था। इसके बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई थी। हालांकि कंपनी ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है।
डेलॉयट लेखा परीक्षक के रूप में बने रहने को तैयार नहीं थी और इसलिए, ग्राहक-लेखा परीक्षक संविदात्मक संबंध को सौहार्दपूर्ण ढंग से समाप्त करने पर सहमति हुई।
अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक करण अडानी ने कहा, वित्तवर्ष 23 परिचालन के साथ-साथ वित्तीय प्रदर्शन में एपीएसईजेड के लिए एक शानदार वर्ष रहा है।
13 सितंबर को राजस्व असूचना महानिदेशालय (DRI) ने दो कंटेनरों को पकड़ा था। ये दोनों कंटेनर अफगानिस्तान के कंधार से ईरान के बंदार अब्बास पोर्ट के जरिये मुंद्रा पोर्ट पहुंचे थे।
कृष्णापट्टनम बंदरगाह आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले में भारत के पूर्वी तट में स्थित है।
इस अधिग्रहण के तहत एपीएसईजेड ने सीवीआर ग्रुप और अन्य निवेशकों से केपीसीएल में 75 प्रतिशत नियंत्रणकारी हिस्सेदारी हासिल होगी।
इन एनसीडी को बीएसई पर थोक बांड बाजार श्रेणी में सूचीबद्ध कराया जाएगा।
उनसे कहा गया है कि वे किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल समुद्र नियंत्रण स्टेशन और बंदरगाह परिचालन केंद्र को दें।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने दिल्ली-आगरा मार्ग की अपनी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी की 3,600 करोड़ रुपए में बिक्री के लिए क्यूब हाइवे के साथ बाध्यकारी शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
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