महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को अपील की कि कश्मीर की खातिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पाकिस्तान में अपने समकक्ष इमरान खान की ओर मित्रता का हाथ बढ़ाना चाहिए।
देशभर की हर विधानसभा में लगभग 4,000 से ज्यादा स्थानों पर वाजपेयी को काव्यांजलि देने के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें उनके काव्य पाठन को लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा और साथ ही कवि सम्मेलनों का भी आयोजन किया जाएगा।
पांच दशकों तक वाजपेयी के साथ सुख-दुख में साथ रहे शिव कुमार ने कहा, "2004 में मिली हार के पीछे दो कारण थे। पहला 'इंडिया शाइनिंग' नारा, जो हमारे खिलाफ गया। दूसरा जल्द चुनाव कराने का फैसला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 16 अगस्त को जैसे ही देश और दुनिया ने अटल जी के निधन का समाचार सुना, हर कोई शोक में डूब गया।
यूपी के बस्ती में अटलजी की अस्थि विसर्जन के दौरान पलटी नाव | इस दौरान बीजेपी नेता समेत कई लोग पानी में जा गिरे | वक़्त रहते सभी को सुरक्षित पानी से निकाल लिया गया |
उत्तरी दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) ने आज कहा कि रामलीला मैदान का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर विभिन्न संस्थानों का नामकरण किया जाएगा इसके लिए सरकार पहल कर रही है।
बुधवार को जब देश ईद-उल-अजहा मना रहा था, तब कश्मीर घाटी की मशहूर हजरतबल मस्जिद में एक घिनौने काम को अंजाम दिया जा रहा था।
विधानसभा में सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई। कार्यवाही शुरू होते ही सदन के नेताओं एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्घांजलि देते हुए शोक प्रस्ताव पढ़ा। उन्होंने कहा कि अटलजी जैसा शिखर पुरुष मिलना कठिन है।
अस्थि कलश यात्रा राज्य के लगभग सभी जिलों से होकर गुजरेगी, जहां आमजन उनका दर्शन और नमन कर सकेंगे। इस यात्रा के लिए मंत्रियों और नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों के लिए दायित्व सौंपे गए हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से कई बार सांसद रह चुके दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां गुरुवार को यहां पहुंचेगी। आज ही उनकी अस्थियां गोमती नदी में विसर्जित की जाएंगी।
दिग्विजय ने कहा, "तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को गले लगाया था।
हिंदुस्तान की राजनीति के भीष्म पितामह अटल बिहारी वाजपेयी इस धरती से भले ही विदा हो गए लेकिन यादों में वो हमेशा हर हिंदुस्तानी के जेहन में जिंदा रहेंगे। उनकी ओजपूर्ण वाणी, उनके फैसले, उनकी नेतृत्व सदियों तक भारत के इतिहास की अमिट यादों में रहेगा। आज अटल जी की अस्थि कलश यात्रा दिल्ली से हिंदुस्तान के कोने-कोने तक जा रही है।
वाजपेयी के साथ अपने लंबे साथ को याद करते हुए उमा भारती ने कहा कि जब मैं आठ साल की थी, तब मैं पहली बार वाजपेयी से मिली थी।
विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिल खोलकर वाजपेयी की तारीफ की। इससे एक बात साफ है कि वाजपेयी बड़े दिल वाले शख्स थे। वे विभिन्न विचारों वाली राजनीतिक पार्टियों को भी साथ लेकर चलते थे।
पार्टी कार्यालय में अस्थियां रखी जाएंगी ताकि गुरूवार को लोग वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें।
एक नवंबर को होने वाले राज्योत्सव को भी अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया जाएगा। इस दिन राज्यस्तरीय एक पुरस्कार भी दिया जाएगा, जिसका नाम अटल सुशासन पुरस्कार होगा।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने एक बयान में कहा कि वाजपेयी ने 1998 में सुरंग के निर्माण का विचार किया था और उन्होंने परियोजना की घोषणा तीन जून, 2000 को की थी।
आजाद ने याद किया कि किस तरह नरसिम्हा राव सरकार में केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री के रूप में वह अक्सर वाजपेयी से मिला करते थे, जो तत्कालीन विपक्ष के नेता थे और उनके साथ खाना-पीना किया करते थे।
प्रेम चोपड़ा, नवाज़ुद्दीन सिद्की, अन्नू कपूर समेत अन्य बॉलीवुड हस्तियों ने अटलजी को दी श्रद्धांजलि
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