केंद्र पर निशाना साधते हुए आजम ने कहा कि अग्निपथ योजना में युवाओं का कितना हित है, ये सामने दिखाई दे रहा है।
UP Crime News: आजमगढ़ के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कोइनहा बाजार निवासी शिवशंकर, बक्से का कारोबार करता था। उसके घर के सामने मोहम्मद परवेज की दुकान है, बुधवार देर शाम करीब आठ बजे शिवशंकर घर से निकला और परवेज की दुकान पर बाल कटवाने पहुंचा।
Change religion after marriage: आजमगढ़ में महिला को शादी के बाद धर्म बदलने के लिए प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है। एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि यह मामला जलालपुर में दर्ज किया गया है। पीड़िता ने बताया कि उसकी शादी आजमगढ़ में एक हिंदू व्यक्ति से हुई थी। शादी के बाद उसके पति और परिवार ने मुस्लिम तौर-तरीके अपनाया और उसे भी धर्म बदलने के लिए मजबूर किया।
आजमगढ़ के जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी जब जिला अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल परिसर में वर्षो से अतिक्रमण कर बनाई बिल्डिंग पर उनकी नजर गयी। उन्होंने इसके सम्बन्ध में अस्पताल के अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछा भी लेकिन कोई कुछ नहीं बोला।
यूपी चुनाव नतीजों की घोषणा के बाद मायावती ने माना कि चुनाव में उनकी पार्टी की हार एक 'सबक' है। उन्होंने कहा कि बसपा के खिलाफ नकारात्मक अभियान मतदाताओं को गुमराह करने में सफल रहा।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ सीट से सांसद चुने गए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी। उनके साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान ने भी लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया है। अखिलेश ने रामगोपाल यादव के साथ जाकर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाकात की और इस्तीफा सौंपा। गौरतलब है कि हाल ही में विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा से जीत हासिल की थी। अब लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद साफ हो गया है कि वह करहल विधानसभा से विधायक बने रहेंगे।
बदमाश सोनू दो दर्जन से ज्यादा संगीन अपराधों में नामजद था। चौकाघाट दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वाराणसी पुलिस की नज़र में आया था। बदमाश सोनू ने वाराणसी के अलावा मिर्जापुर और आजमगढ़ में भी दहशत फैला रखी थी।
पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई में, अहमद घायल हो गया और नीचे गिर गया, जबकि उसका साथी मोहम्मद दानिश भागने में सफल रहा।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दशकों से मुस्लिम समुदाय के लोग सपा या बसपा का समर्थन करते आ रहे हैं और इस बार भी यही परिपाटी कायम रह सकती है।
कभी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाले इस इलाके को अब समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है। सपा के कद्दावर नेता दुर्गा प्रसाद की इस इलाके में अच्छी पैठ है। क्या सपा के गढ़ में इस बार खिल जाएगा 'कमल'?
Azamgarh Sadar Assembly Seat SP का मजबूत गढ़ मानी जाती है. इस सीट से Durga Prasad Yadav आठ बार से विधायक हैं. नौवीं जीत अपने नाम करने के लिए दुर्गा प्रसाद एक बार फिर चुनावी मैदान में उतर आए हैं. यह सीट यादव बाहुल्य सीट मानी जाती है. इस विधानसभा में सवर्ण मतदाताओं की भी बड़ी तादाद है. अन्य पिछड़ा वर्ग और दलित मतदाता भी इस विधानसभा में चुनाव परिणा निर्धारित करने में निर्णयाक भूमिका निभाते हैं. विधायक दुर्गा प्रसाद का दावा है कि उनके कार्यकाल में इस क्षेत्र का बहुत विकास हुआ है, यही वजह है कि यहां कि जनता उनको हर बार अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए विधानसभा भेजती है. हालांकि विपक्ष का कहना है कि विधायक के दावे में कोई दम नहीं है. वैसे सच्चाई जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आजमगढ़ की सदर विधानसभा पहुंची थी. टीम ने जनता से पूछा- आखिर क्यों हर बर दुर्गा प्रसाद ही यहां से चुनाव जीतते हैं? जनता ने क्या कहा आप भी सुनिए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर पूरे प्रदेश में सरगर्मी बढ़ गई है. सियासी दल वोटरों को लुभाने में लग चुके हैं. ऐसे में प्रदेश का युवा वर्ग चुनाव को लेकर क्या सोचता है? युवा किन मुद्दों को ध्यान में रखकर चुनाव में वोटिंग करेगा. ऐसे तमाम सवालो के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम Azamgarh के Shibli College में युवा छात्रों के बीच पहुंचा. जहां युवा पीढ़ी ने वर्तमान और पिछली सरकारों के शासनकाल में हुए कार्यों को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Purvanchal का Azamgarh अपनी राजनीतिक पहचान के लिए देशभर में विख्यात है. इस जनपद को Nawab Azamshah द्वारा बसाया गया था. इसलिए इसका नाम आजमगढ़ पड़ा. SP प्रमुख Akhilesh Yadav यहां से सांसद हैं. Azamgarh Assembly Constituency में सपा नेता और पूर्व मंत्री Durga Prasad Yadav का दबदबा है. वह इस सीट से लगातार 8 बार विधायक चुने जा चुके हैं. कांग्रेस को इस सीट पर अभी तक मात्र दो बार जीत हासिल हो पाई है. वहीं BJP का अभी तक खाता खुलना बाकी है.आजमगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 3.75 लाख मतदाता हैं. जिनमें सबसे अधिक संख्या यादव वोटरों की है. उसके बाद अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाता अच्छी तादाद में हैं. इस बार आजमगढ़ विधानसभा सीट पर मतदान 7 मार्च को होगा. क्या 2022 में सपा के गढ़ में सेंधमारी कर पाएगी भाजपा? इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आजमगढ़ सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
काली मिट्टी के बर्तन यानी ‘ब्लैक पॉटरी’ जी हां ब्लैक पॉटरी किसी परिचय का मोहताज नहीं है. Azamgarh के Nizamabad में बनने वाले ये बर्तन देश-विदेश में मशहूर हैं. सरकार भी प्रसिद्धी देखते हुए इसको बढ़ावा दे रही है. यह ODOP उत्पाद के रूप में चयनित है. लेकिन सरकार से मिल रहे सहयोग के बावजूद भी ब्लैक पॉटरी कारीगरों को और परेशानियां क्या हैं? क्या आसानी से इन्हें कच्चे माल मिल जाता है? क्या मेहनत के मुताबिक बर्तनों का दाम मिल पाता है? इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम इन सभी सवालों के साथ निजामाबाद ब्लैक पॉटरी बनाने वाले कारिगरों के पास पहुंची. आप भी सुनिए कारिगरों ने क्या कहा? साथ ही देखिए ये बर्तन बनाए कैसे जाते हैं?
आजमगढ़ के लालगंज में 122.43 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले 37 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लाभार्थीपरक योजनाओं के प्रमाण-पत्रों के वितरण के दौरान सीएम योगी ने अखिलेश पर हमला बोला।
जब आजमगढ़ में योगी आदित्यनाथ का भाषण हुआ तो उनके बैनर के पीछे लिखा था आज़मगढ़ (14-11-51) लेकिन अब ये ज्यादा दिन आज़मगढ़ नहीं रहने वाला। योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर इशारा कर दिया है कि आज़मगढ़ का नाम आर्यमगढ़ कर देंगे और प्राचीन गौरव वाला इतिहास फिर से वापस लाएंगे।
आजमगढ़ में विश्वविद्यालय की नींव 13 नवंबर को अमित शाह रखेंगे। यहां के लोगों को एक हवाई अड्डा और एक्सप्रेसवे का उपहार भी मिलेगा।
मिली जानकारी के अनुसार, तरवां थानाक्षेत्र के उंचहुआ बाजार में दुर्गापूजा का आयोजन स्थानीय दुर्गापूजा समिति ने किया था। इस समिति के अध्यक्ष विमलेश मौर्य हैं। उसी बाजार का रहने वाला अंसार अहमद पुत्र मकबूल अहमद अपने साथियों के साथ दुर्गापूजा पंडाल में तमंचा लहराते हुए पहुंच गया।
पुलिस ने बताया कि इसके पहले भी गिरफ्तार हुए एक शख्स ने एक गांव में धरना दिया खा और धरना समाप्त करने के नाम पर पुलिस व प्रशासन को ब्लैकमेल कर रहा था।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़