चक्रवाती तूफान का असर आज से दिखने लगेगा। मानसून केरल में प्रवेश कर गया है और आज इसके पूर्वोत्तर राज्यों में पहुंचने के आसार हैं। दिल्ली-एनसीआर में भी मौसम बदलने वाला है। जानें- weather latest update
अरब सागर के ऊपर निम्न दबाव के बाद बना चक्रवाती तूफान बिपारजॉय धीरे-धीरे आगे की ओर बढ़ रहा है। इसके अगले कुछ घंटों में गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है
दक्षिण पूर्व अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान तेजी से बढ़ता जा रहा है। अगले 48 घंटे में ये भारत के महाराष्ट्र-गुजरात सहित कई राज्यों में बड़ी तबाही मचा सकता है। मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है।
दक्षिण हिंद महासागर में बेहद शक्तिशाली फैबियन तूफान दस्तक दे चुका है। वह तेजी से दक्षिणी हिंद महासागर के तट की ओर आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार तट तक पहुंचने में इसे करीब एक हफ्ता लग सकता है, लेकिन इसके असर ने अभी से अपना कुप्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है।
चक्रवाती तूफान मोचा का असर भारत में भी दिखाई दे रहा है। कोलकाता में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश शुरू हो गई है। मौसम विभाग ने तूफान मोचा को लेकर अलर्ट भी जारी किया है।
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान मोचा काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है और कहा है कि तूफान ओडिशा और पश्चिम बंगाल सहित कुछ राज्यों को प्रभावित कर सकता है। जानिए मौसम विभाग ने क्या कहा है-
Cyclone Mocha की वजह से कई राज्यों में बारिश हो रही है और अभी दो दिनों तक बारिश होने की संभावना है। इसे लेकर मौसम विभाग ने चेतावनी दी है।
चक्रवाती तूफान मोचा को लेकर मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों तक देश के किसी हिस्से में हीटवेव चलने की संभावना नहीं है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है।
इस साल का पहला चक्रवाती तूफान जल्द ही दस्तक देने वाला है। बंगाल की खाड़ी में बने कम हवा के दबाव के बाद चक्रवात के 7 से 11 मई तक एक्टिव रहने की संभावना है।
दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है। इसके प्रभाव में 7 मई के आसपास उसी क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
न्यूजीलैंड में चक्रवाती तूफान गैब्रिएल तबाही मचा सकता है। मंगलवार को पूरे देश में इमरजेंसी घोषित की गई है। चक्रवाती तूफान के कारण व्यापक बाढ़ और भूस्खलन का अलर्ट जारी किया गया है।
साइक्लोन 'मैंडूस' के कहर से दक्षिण भारत के कई इलाकें प्रभावित होने की चेतावनी है। चक्रवात के खतरनाक होने के साथ ही कई शहरों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। चक्रवात के कहर के बीच कई राज्यों में आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। जानिए पूरी डिटेल।
पिछले 5 दिनों से चल रहा साइक्लोन असानी अब कमजोर पड़ने लगा है। बुधवार को आंध्र प्रदेश के तट से टकराने के बाद गुरुवार को यह धीरे-धीरे बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है।
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चक्रवात के मद्देनजर मछली पकड़ने से जुड़ी गतिविधियों को निलंबित करने की सलाह दी गई है।
बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान रविवार को चक्रवात ‘असानी’ में तब्दील हो गया है। कोलकाता नगर निगम ने अपने कर्मचारियों और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है। कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है।
ओडिशा सरकार समुद्री तटों के नजदीक रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजने की तैयारी में है। गौरतलब है कि यहां समुद्री तटों के पास करीब 7.5 लाख लोग रहते हैं। ऐसे में तूफान के आने से उनकी जान को खतरा हो सकता है।
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्र ने कहा, हमने अभी तक यह भविष्यवाणी नहीं की है कि चक्रवात कहां दस्तक देगा।
तूफान के चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों से 12 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार सुबह ओडिशा के भद्रक जिले के धमरा बंदरगाह के पास दस्तक देने की आशंका है। वहीं तटीय इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगहों में बने राहत शिविरों में पहुंचा दिया गया है।
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