भारतीय जवान भी लगातार पाकिस्तान की गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। सुरक्षाबलों को देर रात खबर मिली थी कि कुछ आतंकी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार कर जम्मू-कश्मीर में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं। इसी के बाद गोलीबारी शुरू हुई।
गौरतलब है कि इससे पहले भी 2017 की शुरुआत में गुरेज सेक्टर में हिमस्खलन के कारण 15 जवान शहीद हो गए थे। हिमस्खन के कारण गुरेज में कई दिनों तक जवान लापता रहे थे, पर बाद में 15 जवानों के ही शव बरामद हो पाए थे।
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