क्या कभी ऐसा हो सकता है कि पूरी दुनिया में इंटरनेट सेवाएं एक साथ ठप हो जाए? ऐसा होने की संभावना तो बेहद कम है, लेकिन कुछ वजहों से ऐसा संभव हो सकता है।
जापान ने हाल ही में सबसे तेज इंटरनेट स्पीड का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है। हालांकि, जापान में सबसे तेज इंटरनेट नहीं है। जापान ही नहीं अमेरिका, दक्षिण कोरिया, चीन और भारत जैसे कई देश तो मोबाइल और होम ब्रॉडबैंड इंटरनेट स्पीड के मामले में काफी पीछे हैं।
दूसरे एयरपोर्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए लोकेशन बेंगलुरु शहर के केंद्र से लगभग 25 से 45 किलोमीटर दूर हैं। कर्नाटक ने केंद्र सरकार को 4,500 एकड़ भूमि प्रदान करने का औपचारिक प्रस्ताव पहले ही सौंप दिया है।
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर 18 दिन बिताने के बाद भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला आज धरती पर लौट आए हैं। इन 18 दिनों में उन्होंने वहां क्या क्या किया और वहां से क्या लेकर लौटे हैं? जानें इस एक्सप्लेनर में...
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष से वापस पृथ्वी पर आ गए हैं। हालांकि, अंतरिक्ष से वापसी के बाद भी शुभांशु शुक्ला की राह आसान नहीं होगी। उन्हें कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ेगा।
भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला आज अंतरिक्ष यात्रा से वापस धरती पर लौट आए। इस दौरान उन्होंने और उनकी टीम ने किस तरह धरती पर लैंडिंग की और इस दौरान क्या प्रक्रिया रही? आइये जानते हैं हर एक जानकारी।
शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 वाणिज्यिक अंतरिक्ष मिशन का हिस्सा हैं और 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं। वह और उनकी टीम के तीन अन्य सदस्य आज ड्रैगन अंतरिक्ष यान से अपनी वापसी यात्रा पर निकलने वाले हैं और मंगलवार दोपहर लगभग 3 बजे उनके कैलिफोर्निया के तट पर उतरने की उम्मीद है।
एक्सियम-4 मिशन के तहत भारत के शुभांशु शुक्ला 25 जून को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर से फाल्कन 9 रॉकेट से ISS के लिए निकले थे। शुभांशु ड्रैगन अंतरिक्ष यान से 28 घंटे की यात्रा के बाद स्पेस 26 जून को ISS पहुंचे थे। अब शुंभाशु और उनके साथ कल कैलिफॉर्निया के समंदर में स्प्लेशडाउन करेंगे।
साल 2023 में बृजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। इस साल सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बृजमंडल यात्रा से पहले ही इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
शुभांशु शुक्ला ने आईएसएस में अपने प्रवास का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘यह मुझे जादुई सा लगता है। यह मेरे लिए एक शानदार यात्रा रही है।’
हरियाणा के नूंह में इंटरनेट और बल्क एसएमएस सर्विस को रविवार रात 9 बजे से सोमवार रात 9 बजे तक के लिए स्पेंड कर दिया गया है।
नासा के एक्सिओम-4 मिशन में शामिल भारत के शुभांशु शुक्ला और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के वापस पृथ्वी पर आने की तारीख के बारे में खुलासा कर दिया गया है। आइए जानते हैं इस बारे में।
ये मंजूरी अगले पांच साल की अवधि के लिए वैध है। बताते चलें कि इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक 2022 से ही भारत में कमर्शियल ऑपरेशन शुरू करने की कोशिशों में जुटा हुआ था।
रूस ने अंतरराष्ट्रीय स्टेशन के लिए अपना विशालकाय 2.1 ए सोयुज रॉकेट प्रक्षेपित किया है। यह आगामी 50 घंटे में आईएसएस पहुंच जाएगा।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला स्पेस स्टेशन पहुंच गए हैं और उन्होंने वहां से बात भी की है। वो वहां गाजर का हलवा और आमरस लेकर गए हैं। लेकिन क्या आपको मालूम है कि उस स्पेस स्टेशन की जिंदगी जल्द ही खत्म होने वाली है। जानें उससे जुड़ी खास बातें...
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने ISS में गाजर का हलवा, मूंग दाल हलवा और आम रस जैसे भारतीय व्यंजन खिलाए। उन्होंने PM मोदी से 18 मिनट बात की और अंतरिक्ष में हो रहे वैज्ञानिक प्रयोगों की जानकारी दी।
पीएम मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर मौजूद ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से बातचीत की। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
Axiom 4 Mission के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष यान आईएसएस में सफलतापूर्वक डॉकिंग की। इसके बाद उनके साथ मौजूद अन्य तीन अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस में पहले से मौजूद एस्ट्रोनॉट्स ने गले लगा कर स्वागत किया।
भारतीय अंतरिक्ष यात्री और एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में पहुंचते ही अब एक नया इतिहास रच दिया है। उनका अंतरिक्ष अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में डॉकिंग कर चुका है।
भारत के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ऐक्सिओम मिशन-4 (Ax-4) के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा पर निकल गए हैं, जब पृथ्वी से अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन की दूरी 400 किलोमीटर ही है तो इस यात्रा में शुभांशु शुक्ला को 28 घंटे क्यों लगेंगे?
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़