तालिबान शासित अफगानिस्तान में आतंकी गतिविधियों में कोई कमी नहीं आई है। अफगानी सुरक्षा बलों ने राजधानी काबुल के आसपास आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के दो आतंकियों को मार गिराया है। साथ ही आतंकी संगठन आइएस के अन्य संदिग्ध ठिकानों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया है।
तुर्की के राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी दाएश के "तथाकथित" नेता पर नजर रख रही थी। तुर्की प्रसारक टीआरटी तुर्क पर एक लाइव साक्षात्कार में एर्दोगन ने कहा कि इसका कोड नाम - अबू हुसैन अल-कुरैशी था।
अशरफ अहमद ने करेली से गिरफ्तार आतंकी जीशान कमर का पासपोर्ट बनवाने में मदद की थी। अशरफ ने पासपोर्ट अधिकारी को पत्र लिखकर जीशान कमर को जानने और पासपोर्ट बनाने की बात लिखी थी।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जिंदगी खतरे में है। इमरान खान पर एक बार फिर हमले की योजाना बनाई जा रही है। पाकिस्तान के एक सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी के इस दावे सनसनी मचा दी है। अधिकारी ने सोमवार को दावा किया कि देश की शीर्ष खुफिया एजेंसी आइएसआइ पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमले की योजना बना रही है।
Amritpal Singh Arrest News: अमृतपाल को 36 दिनों के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया। अमृतपाल के पास बचने का अब कोई रास्ता नहीं था। सोचिये जिस अमृतपाल के पीछे हजारों लोगों की भीड़ रहती थी, आज जब वो गिरफ्तार हुआ तो कोई उसके साथ नहीं था..
36 दिन बाद भगोड़े और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की गिरफ्तारी हो चुकी है...अमृतपाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा था...ISI के इशारे पर देश में अशांति और आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था...लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही प्लान फेल कर दिया..
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को भिंडरावाले के गांव रोडे के गुरुद्वारे से गिरफ्तार कर लिया गया है. उड़ते अमृतपाल को गिरफ्तारी के फौरन बाद स्पेशल फ्लाईट से असम की डिब्रूगढ़ जेल शिफ्ट कर दिया गया . इस जेल में अमृतपाल के चाचा और फाइनेंसर समेत कई साथी पहले से कैद हैं.
Amritpal Singh Arrested: इस बीच गिरफ्तार खालिस्तान(Khalistan) समर्थक अमृतपाल सिंह पर बहुत बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पाकिस्तान(Pakistan) की खुफिया एजेंसी ISI अमृतपाल का मर्डर कराना चाहती थी।
खुफिया एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अमृतपाल को ISI से अमृतपाल को जान का खतरा था और वह उसे मरवाना चाहती थी। सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल पंजाब से फरार होने के बाद पहले कुरुक्षेत्र और फिर दिल्ली पहुंचा था।
अतीक अहमद और अशरफ के पाकिस्तान से भी कनेक्शन की बात सामने आई थी, जिसका जिक्र रिमांड कॉपी में भी किया गया था।
अतीक अहमद के पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और खुफिया एजेंसी ISI से कनेक्शन पर बड़ा खुलासा हो रहा है. अतीक अपना आतंक फैलाने के लिए जिन हथियारों का इस्तेमाल करता था. वो पाकिस्तान से ही आते थे. उन्हें बाकायदा पंजाब के रूट से ISI ही ड्रोन से भिजवाती थी.
जिहादियों के पास अत्याधुनिक हथियार थे। ऑटोमेटिक राइफलें और बाइक थीं। इन लड़ाकों ने पूर्वी क्षेत्र में चरवाहों के एक समूह पर हमला किया। बता दें कि इस देश में पिछले कई सालों से युद्ध की स्थिति है। इस कारण लोगों की भूखों मरने की हालत हो गई है।
अतीक ने पुलिस को बताया था, “आईएसआई और आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लोग मेरे यहां आते-जाते थे और इन लोगों से आपस में की गई बात से ये जानकारी प्राप्त हुई थी कि ये लोग देश में कोई बड़ी वारदात करना चाह रहे हैं।'
Prayagraj Umesh Pal Case: प्रयागराज के धूमनगंज थाने में माफिया अतीक अहमद(Atique Ahmed) और उसके भाई अशरफ(Ashraf) से लगातार पूछताछ जारी है। इस बीच अतीक के ISI कनेक्शन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है।
जून 2011 को रुड़की में पकड़ा गया मेरठ निवासी ISI एजेंट फुरकान अहमद ने पूछताछ में मददगार के तौर पर अतीक का नाम लिया था, लेकिन उस वक्त जांच आगे नहीं बढ़ी थी।
जेई सिंध मुत्तहिदा महाज जेएसएमएम नाम के संगठन के कार्यकर्ता सज्जाद शर ने कहा कि पाकिस्तान 75 सालों से सिंध का एक उपनिवेश के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है। वह सिंध के लोगों को उनकी मातृभूमि, संस्कृति, भाषा और राजनीतिक स्वतंत्रता से वंचित कर रहा है।
अमृतपाल सिंह और वारिस पंजाब दे के बारे में पंजाब पुलिस ने खुलासा किया है और उसके लिए आईएसआई की भूमिका और विदेशी फंडिंग का संदेह जाहिर किया है। पुलिस का कहना है कि उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दिलचस्प बात यह है कि नवाज शरीफ, जनरल बाजवा और जनरल हमीद को 2017 में न्यायाधीशों पर दबाव बनाकर पाकिस्तान की शीर्ष अदालत से उन्हें अयोग्य घोषित कराने के लिए जिम्मेदार ठहराते रहे हैं, लेकिन अब पिता-पुत्री केवल जनरल फैज हमीद के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
भीषण और प्रलयकारी कार बम विस्फोट से एक बार इराक फिर दहल गया है। इराक के पूर्वी प्रांत दियाला में हुए खतरनाक कार बम विस्फोट में 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है और चार अन्य घायल बताए जा रहे हैं। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
मध्य सीरिया में इस्लामिक स्टेट फॉर ईराक एंड सीरिया (आइएसआइएस) समूह द्वारा दो विभिन्न स्थानों पर बिछाई गई सुरंगों में सोमवार को जबरदस्त विस्फोट हो गया। इन विस्फोटों में 10 लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य लोग घायल हो गए। सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी। रिपोर्ट के अनुसार सुरंगों में विस्फोटक लगाया गया था।
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