बिहार चुनाव के नतीजों का कल ऐलान होने वाला है। तेजस्वी को ताज या फिर नीतीश कुमार को सियासी वनवास, इसका फैसला करीब कल होने वाला है लेकिन EXIT पोल के नतीजों के बाद से ही RJD खेमे में जश्न का माहौल है।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भागलपुर में हुई नाव दुर्घटना अत्यंत दुखद है। मृतकों के परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं। स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा है कि लापता यात्रियों की जल्द खोज व इलाज हो और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से अपील है कि सहायता का हरसंभव प्रयास करें।’’
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सोमवार को तेजस्वी यादव के बिहार में सत्ता में आने पर 10 लाख सरकारी नौकरियों के वादे की ओर इशारा करते हुए उनसे कहा कि 25-30 लाख लोग पिछली आरजेडी सरकारों के दौरान बिहार से बाहर चले गए और उन्हें पहले इसका जवाब देना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बिहार दौरे के क्रम में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए लोगों को 'जंगलराज के युवराज' से सावधान करते हुए सवाल किया कि 'जंगलराज के युवराज' बिहार को आधुनिकता के क्षेत्र में ले जा सकता है क्या?
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार के आखिरी दिन महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मतदान से महज एक दिन पहले सवर्णों को लेकर बड़ी बात कह दी जिससे विवाद उत्पन्न हो गया। हालांकि मंगलवार को अपने बयान को लेकर तेजस्वी ने सफाई दी है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बिहार विधानासभा चुनाव में राज्य के मतदाओं से महागठबंधन को समर्थन देने की अपील करते हुए मंगलवार को कहा कि प्रदेश में बदलाव की बयार चल रही है और लोगों की आवाज राजद, कांग्रेस एवं वाम दलों के गठबंधन के साथ है।
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण के तहत जिन 71 विधानसभा क्षेत्रों में 28 अक्टूबर को मतदान होना है, उनके लिए सोमवार की शाम प्रचार समाप्त हो गया। बिहार विधानसभा के प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश में सत्ताधारी एनडीए का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन रैलियों को संबोधित की।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसी क्रम में भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा शनिवार को नालंदा और लखीसराय में अलग-अलग चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए विपक्ष पर जमकर निशाना साधा तथा केंद्र और बिहार सरकार की विकास योजनाओं को लोगों के सामने रखा।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हर मोर्चे पर विफल रहने का आरोप लगाते हुए शनिवार को कहा कि भ्रष्टाचार के कारण राज्य खोखला हो चुका है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है और ऐसे में जनता को चाहिए कि इस युवा विरोधी सरकार को वह हटा दे।
एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। आरजेडी-कांग्रेस गठबंधन ने एनसीपी को कोई सीट आवंटित नहीं की है और गठबंधन में शामिल होकर चुनाव लड़ना चाहती थी।
बिहार विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण को लेकर बढ़ती नाराजगी के बीच कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। अब जोर शोर से प्रचार और रैलियों का दौर भी शुरू हो जाएगा। वहीं, बिहार चुनाव के प्रचार में स्टार प्रचारकों की लिस्ट भी बन गई है।
भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में कोई सीट न मिलने पर झामुमो पर तंज कसते हुए बुधवार को कहा कि मेहमान-नवाजी काम न आई। इसके साथ ही भगवा दल ने आरोप लगाया कि बिहार का महागठबंधन एक बार फिर से ठगबंधन ही साबित हुआ है।
बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुकेश सहनी नीत विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को अपने कोटे की 121 सीटों में से 11 सीटें देने की घोषणा की। साथ ही वीआईपी बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का हिस्सा भी बन गई।
झारखंड मुक्ति मोर्चा ने मंगलवार को बिहार विधानसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व वाले महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी।
बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे के बाद सीपीआई-एमएल ने अपने खाते की 19 सीटों पर कैंडिडेट्स के नाम की घोषणा कर दी है।
इससे पहले मुकेश सहनी ने तेजस्वी पर ताबड़तोड़ कई आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के विचारों से प्रभावित होकर हमने उनसे समझौता किया था और महागठबंधन में शामिल हुए थे।
बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए 28 अक्टूबर को मतदान शुरू होना है, लेकिन महागठबंधन के घटक दलों में सीटों को लेकर तालमेल अभी तक नहीं बन पाया है।
बिहार के इस चुनावी दौर में सियासी माहौल लगातार बदल रहा है। शुक्रवार सुबह तक जहां सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) आमने-सामने नजर आ रहे थे, वहीं फिलहाल बताया जा रहा है कि महागठबंधन में सीट बंटवारे के मामले को सुलझा लिया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ सीटों के तालमेल को अंतिम रूप में देने में हो रही देरी से कांग्रेस के भीतर बेचैनी बढ़ रही है और ऐसे में पार्टी के भीतर ‘वैकल्पिक धर्मनिरपेक्ष मोर्चे’ को लेकर भी एक राय उभरकर सामने आई है।
मिली जानकारी के मुताबिक उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी RLSP सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर कोई फैसला नहीं किए जाने से नाराज है। इसके अलावा RLSP ने महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में उपेंद्र कुशवाहा का नाम सामने रखा है, जिससे RJD को इनकार है।
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