Mainpuri By-Election: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, इस बार लोग विकास के लिए कमल खिलाएंगे, साइकिल को वोट मतलब दंगे को वोट, इसलिए यूपी की जनता जगरूक है, हम लोग जाती धर्म की राजनीति नहीं करते हैं, सर्व समाज का विकास हमारा लक्ष्य है।
अखिलेश यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए लिए अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। डिंपल और अखिलेश को अब चाचा शिवपाल सिंह का भी साथ मिल गया है। चाचा शिवपाल ने डिंपल को चुनाव में विजयी बनाने की अपील की। साथ ही बीजेपी की आलोचना की।अखिलेश यादव ने मैनपुरी उपचुनाव के लिए लिए अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। डिंपल और अखिलेश को अ
मैनपुरी में होने वाले उपचुनाव को लेकर रीजनीतिक गलियारे में गरमाहट काफी बढ़ गई है। सैंफई के एक कार्यक्रम में शिवपाल यादव ने कहा कि अब हम सब एक हो गए हैं तो आपकी जिम्मेदारी है कि जीत बड़ी करानी है।
उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को मतगणना के बाद परिणामों का ऐलान होगा। बता दें कि सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव 10 अक्टूबर को निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी। जिसके बाद चुनाव आयोग यहां उपचुनाव करा रहा है।
मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी ने रघुराज सिंह शाक्य को डिंपल यादव के मुकाबले खड़ा किया है। ये वही रघुराज हैं, जिन्हें अखिलेश के चाचा शिवपाल सिंह यादव का करीबी माना जाता है। रघुराज सिंह शाक्य बुधवार को यहां से नामांकन करेंगे।
UP Mainpuri by-election :यूपी के मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने सपा नेता अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ रघुराज सिंह शाक्य को उम्मीदवार बनाया है। मैनपुरी सीट सपा के पूर्व अध्यक्ष व यूपी के सीएम रहे मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई है।
समाजवादी पार्टी के गठन के बाद से मैनपुरी में ये पहला चुनाव होगा जब मुलायम सिंह नहीं होंगे। अखिलेश यादव के लिए यही सबसे बड़ी चनौती होगी क्योंकि वो पहले ही आजमगढ़ और रामपुर में उप चुनाव हार चुके हैं।
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए सपा की टिकट पर डिंपल यादव ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा नेता राम गोपाल यादव सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे।
बीजेपी 2024 के हिसाब से यादव लैंड कहे जाने वाले इन क्षेत्रों पर काफी दिन से काम कर रही है। इसी वजह से उसने पहले एटा से हरनाथ यादव को राज्यसभा भेजने के बाद सुभाष यदुवंश को युवा मोर्चा का अध्यक्ष बनाया था। फिर एमएलसी बनाकर इस वोट बैंक को अपनी ओर खींचने कोशिश में लगी है।
यूपी में मुलायम सिंह यादव के निधन से रिक्त हुई मैनपुरी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए सपा की ओर से डिंपलयादव प्रत्याशी होंगी। इस पर जेडीयू ने बीजेपी, बीएसपी से अपील की है कि वे डिंपल के खिलाफ प्रत्याशी न उतारें। यह मुलायम सिंह यादव के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मैनपुरी से सांसद रहे सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव होना है। उपचुनाव के लिए उम्मीदवार 18 नवंबर तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। लोकसभा सीट से नया सांसद चुनने के लिए वोट 5 दिसंबर को डाले जाएंगे वहीं परिणाम 8 दिसंबर को घोषित होंगे।
उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह के निधन से खाली हुई मैनपुरी सीट पर उपचुनाव के लिए अखिलेश यादव ने बड़ा राजनीतिक दांव चला है। उन्होंने अपनी पत्नी डिंपल यादव को यहां से प्रत्याशी बना दिया। ऐसे में वे एक तीर से दो निशाना साध रहे हैं। पढ़िए पूरा समीकरण।
राजीतिक पंडितों की मानें तो सपा मुखिया अखिलेश यादव का परिवार 26 साल से मैनपुरी सीट पर काबिज रहा है। उन्हें लगता है कि उनके इस निर्णय से मुलायम की सहानुभूति के अलावा महिलाओं का भी भरपूर समर्थन मिलेगा।
समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को ही मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी एवं पूर्व सांसद डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है।
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने प्रयाशी घोषित कर दिया है। आगामी पांच दिसंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए सपा ने इस सीट से डिंपल यादव को टिकट दिया है।
उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी उपचुनाव समाजवादी पार्टी (SP) और राष्ट्रीय लोकदल (RLD) साथ मिलकर लड़ेंगे। इसकी जानकारी सपा ने ट्वीट कर दी है।
उत्तर प्रदेश की एक लोकसभा और 2 विधानसभा सीटों पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है। इन चुनावों में एक तरफ बीजेपी जहां सूबे में अपनी सियासी पकड़ को और मजबूत करना चाहेगी, वहीं विपक्ष इन सीटों को जीतकर अपनी वापसी का ऐलान करना चाहेगा।
चुनाव आयोग ने देश के कई राज्यों में उपचुनाव कराने के लिए तारीखों का ऐलान किया है। उत्तर प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, बिहार और छत्तीसगढ़ में उपचुनाव कराए जाएंगे। यूपी में मैनपुरी लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव है, जहां से मुलायम सिंह लोकसभा सांसद थे और उनके निधन के बाद वहां की संसदीय सीट रिक्त है।
परिवार के चार सदस्यों और एक अन्य व्यक्ति की मौत हो गई। एक ही परिवार में इतने लोगों की मौत से इलाकें में मातम का माहौल हो गया है।
UP Politics: यूपी की राजनीति यादव कुनबे के इर्द गिर्द घूमती है। यहां बीजेपी के बाद यदि कोई सबसे बड़ी पार्टी है तो वो समाजवादी पार्टी ही है। लेकिन मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अब ऐसा कोई यादव परिवार का सदस्य नहीं बचा है, जो लोकसभा में सांसद हो। अखिलेश यादव ने भी कुछ माह पहले सांसद का पद छोड़ दिया था।
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