म्यांमार में धरती कांप गई है। यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.4 मापी गई है।
म्यांमार में अमेरिकी मदद बंद होने के बाद हालात बेहद खराब हो गए हैं। देश के भीतर और सीमाओं पर बसे शरणार्थी शिविरों में भूख, बीमारी और निराशा का माहौल है। हजारों बच्चे भुखमरी की चपेट में हैं। हालात का अंदाजा आप तस्वीरें देखकर लगा सकते हैं।
म्यांमार को लेकर संयुक्त राष्ट्र समर्थित एक जांचकर्ता ने अपनी रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांचकर्ता का नाम निकोलस कौमजियान है। रिपोर्ट में म्यांमार के हिरासत केंद्रों में कैदियों के साथ क्या होता है इसके बारे बारे में खुलासा किया गया है।
Earthquake News: म्यांमार में आधी रात एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर रही।
बैंकॉक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार के वरिष्ठ जनरल मिन आंग ह्लाइंग से मुलाकात की है। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर इस बारे में जानकारी दी है। भारत और म्यांमार के बीच द्विपक्षीय संबंधों समेत अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है।
म्यांमार में एक दिन में आज दूसरी बार फिर धरती कांप गई है। यहां भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। इन भूकंपों से जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
म्यांमार में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। अब तक 2700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। राहत और बचाव का काम जारी है। मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
म्यांमार में भूकंप ने भयानक तबाही मचाई है। रमजान में जुमे की नमाज के दौरान म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के कारण 700 से अधिक नमाजियों की मौत हो गई है। कई मस्जिदें को भी नुकसान पहुंचा है।
म्यांमार में भूकंप ने तबाही मचाई है। भूकंप से कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं और सड़कों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। म्यांमार के इस भूकंप की भयावहता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इसने 334 परमाणु बमों के बराबर उर्जा रिलीज की है।
म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के भीषण भूकंप ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस प्राकृतिक आपदा ने देश में भारी तबाही मचाई है। अब तक 1700 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
थाईलैंड-म्यांमार में आए शक्तिशाली भूकंप के झटके का एहसास चीन समेत कई देशों में हुआ है। एपी की रिपोर्ट के अनुसार थाईलैंड और म्यांमार में ऊंची इमारत गिरने से 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 मापी गई है। थाईलैंड और म्यांमार में स्टेट इमरजेंसी घोषित कर दी गई है। वहीं म्यांमार के शासक जुंटा ने अंतरराष्ट्रीय मानवीय सहायता मांगी है।
म्यांमार में शुक्रवार को जोरदार भूकंप के झटकों से धरती कांप उठी। ये झटके इतने जबरदस्त थे कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी इन्हें महसूस किया गया। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार 20 मौतें हुई हैं। जबकि अनादोली अजांसी नामक विदेशी एजेंसी के अनुसार अब तक 26 मौतें हो चुकी हैं।
पश्चिमी म्यांमार के एक गांव पर हुए हवाई हमले में कम से कम 40 लोग मारे गए हैं। गांव पर हमला म्यांमार की सेना ने ही किया है।
यागी तूफान ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई है। तूफान के कारण 236 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ के कारण छह लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है।
म्यांमार वायुसेना का एक परिवहन विमान लेंगपुई हवाईअड्डे पर उतरा और दो उड़ानों में 151 म्यांमार सैनिकों को अक्याब ले गया। म्यांमार के सैनिकों के प्रस्थान से पहले भारतीय अधिकारियों ने सभी आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं।
भाग रहे म्यांमार सैनिकों में से कुछ बंदूक की लड़ाई में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। असम राइफल्स की ओर से उन्हें बुनियादी चिकित्सा उपचार प्रदान किया गया। सैनिक अब लांग्टलाई के पारवा में असम राइफल्स की हिरासत में हैं। इन्हें मणिपुर में मोरेह सीमा के जरिए तमू में उनके अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि म्यांमार सेना के एक अधिकारी सहित 30 सैनिक मंगलवार को भागकर मिजोरम के सियाहा जिले के तुईपांग गांव में चले आए थे और कुछ दिनों तक वहीं रहने का इरादा रखते थे
म्यांमार में सुबह तेज गति का भूकंप आया है। जिसकी तीव्रता 4.5 मापी गई है। अभी तक किसी भी तरह की नुकसान की खबर सामने नहीं आई है।
भीषण चक्रवाती तूफान में बदलने पर 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं भी चल सकती हैं ।
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