बता दें कि मिजोरम से भेजे गए इन सैनिकों को मिलाकर पिछले साल के नवंबर से लेकर अब तक म्यांमार सेना के कुल 635 जवानों को उनके देश वापस भेजा गया है।
म्यांमार की सेना ने दुश्मनों के सामने हथियार डाल दिया है। म्यांमार की सरकार ने बताया है कि चीन सीमा से लगे उसके एक शहर पर दुश्मनों ने कब्जा कर लिया है। इसके बाद उसने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है।
लगातार गोलीबारी के बीच म्यांमार सेना के 29 और सैनिक तियाउ नदी पार कर मिजोरम की तरफ भाग निकले हैं। उन्होंने मिजोरम के चम्फाई में शरण ली। तियाउ नदी भारत और म्यांमार के बीच सीमा का कार्य करती है।
म्यांमार सेना व विद्रोही गुटों में गोलीबारी हुई है, जिस कारण सेना के कुछ जवान सहित 5000 लोगों ने भारत में शरण ली है। हालांकि, बॉर्डर क्रास करते ही म्यांमार सेना के जवानों से खुद को भारतीय सेना के हवाले कर दिया।
म्यांमार की मिलिशिया समूह पीपुल्स डिफेंस फोर्स ने सीमा के पास खावमावी और रिहखावदार में दो सैन्य ठिकानों पर हमला कर के कब्जा कर लिया था। इसके बाद म्यांमार की सेना ने जवाबी कार्रवाई और भीषण हमले किए।
Myanmar Army Attacks: म्ंयामार की सेना ने एक संगीत समारोह पर हमला कर दिया। जिसमें गायकों और संगीतकारों समेत 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
Myanmar Army: लोगों के मकानों और चर्चों के आसपास बिछाई गईं बारूदी सुरंगों में कम से कम 20 लोग मारे गए और कई अन्य लोग दिव्यांग हो गए।
Myanmar News: म्यांमार में 34 साल बाद एक बार फिर फांसी की सज़ा सुनाई गई है। यह सज़ा पिछली आंग सू ची की सरकार में रहे एक सांसद और एक कार्यकर्ता को सुनाई गई है। सांसद 'फ्यो जेया थाव और लोकतंत्र का समर्थन करने वाले कार्यकर्ता क्याव मिन यू उर्फ जिमी' पर टेररिस्ट अटैक और मास किलिंग को अंजाम देने के आरोप है।
स्थानीय मीडिया द्वारा शुक्रवार को दी गई खबर के मुताबिक, सैन्य सरकार ने कुल 4 लोगों को फांसी देने की बात कही है।
भारत के पड़ोसी देश म्यांमार में तख्तापलट के विरोध पर सेना द्वारा ज्यादतियों का दौर जारी है। म्यांमार के यांगोन में सैन्य तख्तापलट के बाद से ही इसके खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के बाद सेना द्वारा तबाही की जा रही है।
सोशल मीडिया अकाउंट्स को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सका है लेकिन वायरल तस्वीरों में 3 वाहनों में 30 से अधिक जले शवों को देखा जा सकता है।
म्यांमार में 1 फरवरी को हुए तख्तापलट के विरोध में सड़क पर उतरे शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों को गोली मारने के आदेश से तंग आकर अब अधिक से अधिक संख्या में सैनिक देश में लोकतंत्र बहाल करने के आंदोलन में शामिल होते जा रहे हैं।
म्यांमार में पिछले महीने सेना द्वारा किए गए तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में बुधवार को कम से कम आठ लोगों की मौत हो गयी। सोशल मीडिया और स्थानीय खबरों में मृतकों की संख्या के बारे में यह जानकारी दी गई है।
म्यांमार के प्रभारी सैन्य अधिकारियों ने इस सप्ताह की शुरुआत में हुए तख्तापलट के बाद सोशल मीडिया पर पाबंदी का दायरा बढ़ा दिया है।
भारतीय सेना ने द्विपक्षीय संबंध मजबूत करते हुए म्यांमार सेना को 15 प्रशिक्षित घोड़े सौंपे हैं
म्यांमार के सेना प्रमुख ने देश में रोहिंग्या मुसलमानों की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा बयान दिया है...
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