केंद्र सरकार के कर्मचारी अब लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) के तहत राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में डायनामिक या फ्लेक्सी किराया सुविधा का भी लाभ उठा सकेंगे।
राजधानी, शताब्दी जैसी प्रीमियम ट्रेनों में अधिकांश सीटें खाली रहने की समस्या का सामना कर रही रेलवे अब अपने फ्लेक्सी फेयर सिस्टम को बदलने जा रही है।
एक अप्रैल से यात्रियों को उनके मेल या एक्सप्रेस जैसी साधारण ट्रेन टिकट पर राजधानी या शताब्दी जैसी लक्जरी ट्रेन में सफर करने का मौका मिलेगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने राष्ट्रीय विमानन कंपनी एयर इंडिया के परिचालन एवं वित्तीय प्रदर्शन की शुक्रवार को समीक्षा की। पहली दो तिमाही में नुकसान हुआ।
फ्लेक्सी फेयर के सिस्टम यह बदलाव अगले 6 महीने के लिए किया गया है। गौरतलब है कि फ्लेक्सी फेयर के तहत रेलवे को यात्री नहीं मिल रहे हैं।
रेलवे एक ऐसे मैकेनिज्म पर काम कर रहा है, जिसके तहत यदि लीन सीजन में प्रीमियम ट्रेनों में बर्थ खाली है तो उसे बेस किराये से कम पर भी उपलब्ध कराया जाए।
अब Train में आप बेफ्रिक होकर यात्रा कर सकते हैं। रेलवे जल्द ही एक ऐसी सर्विस शुरू करने जा रही जिससे ट्रेन में सामान (लैपटॉप) चोरी होने का डर खत्म हो जाएगा।
फ्लेक्सी फेयर सिस्टम से रेलवे की आय में कोई खास फर्क पड़ने की संभावना नहीं है पर इससे यात्रियों का खर्च बढ़ने के साथ समस्या जरूर बढ़ेगी।
राजधानी, दुरंतो और शताब्दी Trains का सफर शुक्रवार से महंगा हो गया है। एयर टिकट की तर्ज पर इन ट्रेनों में टिकट की कीमत बढ़ती रहेगी।
राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेन के लिए आपको अब ज्यादा किराया चुकाना पड़ेगा। रेल मंत्रालय 9 सितंबर से इन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू करेगी।
एयर इंडिया ने प्रमुख घरेलू मार्गों पर अपनी उड़ानों की अंतिम समय की टिकटों में किराया घटाकर राजधानी रेलगाडियों के एसी 2 टायर के किरायों के बराबर किया है।
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