राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और भारतीय जनता पार्टी ने हैदराबाद को भाग्यनगर बनाने का मुद्दा फिर से उठाया है। इस बार सिर्फ मुद्दा ही नहीं उठाया, RSS की तरफ से किए गए ट्वीट में हैदराबाद को भाग्यनगर कहकर संबोधित भी किया गया है। इस ट्वीट में अगले महीने, हैदराबाद में आरएसएस और इससे जुड़े दलों की समन्वय बैठक की जानकारी दी गई है।
RSS की तरफ से किए गए ट्वीट में हैदराबाद को भाग्यनगर कहकर संबोधित भी किया गया है। इस ट्वीट में अगले महीने, हैदराबाद में आरएसएस और इससे जुड़े दलों की समन्वय बैठक की जानकारी दी गई है।
12 घंटे के भीतर अलप्पुझा जिले में दो पार्टी के नेताओं की हत्या कर दी गई थी। इनमें एक सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के नेता हैं जबकि दूसरे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता हैं।
इस दौरान मोहन भागवत ने कहा, ‘सरकार हमारे स्वयंसेवकों को किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं देती है। लोग हमसे पूछते हैं कि हमें सरकार से क्या मिलता है।'
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, सरकार हमारे स्वयंसेवकों को किसी भी प्रकार का आश्वासन नहीं देती है।
कर्नाटक की बीजेपी सरकार राज्य विधानमंडल के जारी शीतकालीन सत्र में धर्मांतरण रोधी विधेयक पेश कर सकती है।
आरएसएस से जुडे़ मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, विश्वग्राम और ‘वैश्विक आतंकवाद बनाम मानवता, शांति और संभावनाओं’ पर विचार-विमर्श से संबंधित राष्ट्रीय सुरक्षा जागरूकता मंच द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने यह बात कही।
आरएसएस नेता ने केंद्रशासित प्रदेश के लोगों के कथित दमन के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन करने पर पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की भी आलोचना की और कहा कि "झूठ बोलना उनके लिए एक फैशन बन गया है।"
अपने ट्वीट में अमित मालवीय ने लिखा, SDPI कार्यकर्ताओं ने 15 नवंबर की शाम को केरल के कोझीकोड में RSS कार्यकर्ता संजीत के हत्यारों की जय-जयकार करते हुए एक सेलिब्रेशन मार्च निकाला।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हिन्दू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान के बीच के सम्बन्ध की व्याख्या की। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हिन्दू के बिना भारत नहीं है और भारत के बिना हिन्दू नहीं हैं।
मोहन भागवत ने कहा, इतिहास गवाह है कि जब भी हिंदू ‘भाव’ (पहचान) को भूले, देश के सामने संकट खड़ा हो गया और वह टूट गया लेकिन अब (हिंदू का) पुनरूत्थान हो रहा है तथा भारत की प्रतिष्ठा वैश्विक रूप से बढ़ रही है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को एक कार्यक्रम में कहा कि इन 75 वर्षों में जितना आगे बढ़ना चाहिए था, हम उतना आगे नहीं बढ़े। देश को आगे ले जाने के रास्ते पर चलेंगे तो आगे बढ़ेंगे, उस रास्ते पर नहीं चले इसलिए आगे नहीं बढ़े।
मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया उसी को पीटती है जो दुर्बल है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि दुर्बलता ही पाप है। बलशाली का मतलब है संगठित होना। अकेला व्यक्ति बलशाली नहीं हो सकता है। कलयुग में संगठन ही शक्ति मानी जाती है। हम सभी को साथ लेकर चलेंगे, हमें किसी को बदलने की आवश्यकता नहीं है।
मध्य प्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन मंत्री भपेंद्र सिंह ने कहा, हमें दिग्विजय सिंह के किसी प्रमाण पत्र की जरुरत नहीं है।
भाजपा के राज्य अध्यक्ष के.सुरेंद्रन ने संघ कार्यकर्ता की हत्या की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि "यह एक सुनियोजित हत्या" है और राज्य में इस तरह की घटनाएं होने के लिए पुलिस तथा राज्य सरकार की विफलता को जिम्मेदार ठहराया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने धर्मांतरण को लेकर कहा कि किसी भी प्रकार से संख्या को बढ़ाना, धोखे से, लालच से मतांतरण करवाना सही नहीं है।
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच धारवाड़ में सत्र आरंभ हुआ। इस वार्षिक कार्यक्रम में सरसंघ चालक मोहन भागवत और सर कार्यवाह दत्तात्रय होसबाले समेत देश भर से 350 से अधिक लोग शामिल हो रहे हैं।
दत्तात्रेय होसाबले ने आगे कहा कि आरएसएस में हमने अपने प्रशिक्षण शिविरों में भी कभी यह नहीं कहा कि हम दक्षिणपंथी (राइटिस्ट) हैं, हमारे कई विचार ऐसे हैं जो करीब-करीब वामपंथ के विचार होते हैं और कुछ निश्चित रूप से तथाकथित दक्षिणपंथी विचार हैं।
भागवत ने सरकार द्वारा संचालित माता वैष्णो देवी मंदिर जैसे मंदिरों का उदाहरण देते हुए कहा कि इसे बहुत कुशलता से चलाया जा रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने देश की ‘‘तेजी से बढ़ती जनसंख्या’’ पर चिंता व्यक्त की और संसाधनों की उपलब्धता के साथ आगामी 50 साल को ध्यान में रखकर राष्ट्रीय जनसंख्या नीति की समीक्षा करने और उसका पुन: सूत्रीकरण करने का शुक्रवार को आह्वान किया।
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