बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले रुके नहीं है...मंदिरों को लेकर तलिबानी फरमान जारी हो रहा है...मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं...पूजा समितियों से दुर्गा पूजा कराने के एवज में 5-5 लाख टका वसूला जा रहा है...
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि शेख हसीना की सरकार के खिलाफ आंदोलन 'पूर्वनियोजित' था।
शेख हसीना को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से हटाने की योजना 2019 में ही शुरू हो गई थी बस इंतजार था एक उचित अवसर का। अमेरिकी एजेंसियों ने अपने इस प्रोजक्ट पर पानी की तरह पैसा बहाया।
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने भारत की तरफ से वित्तपोषित परियोजनाओं को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है। अंतरिम सरकार की तरफ से कहा गया है कि बड़ी परियोजनाएं हैं और इन्हें जारी रखा जाएगा।
बांग्लादेश में बहुत बड़ा घटनाक्रम हुआ है। यह पहली बार है जब देश के निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस्तीफा दे दिया है।
बांग्लादेश में हिंदूओं पर हुए हमलों को लेकर अंतरिम सरकार के मुखिया मुहम्मद यूनुस ने बड़ी बात कही है। यूनुस ने कहा कि हिंदुओं पर हमले सांप्रदायिक नहीं हैं इसे बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया गया है।
बांग्लादेश सरकार के कार्यवाहक मोहम्मद यूनुस ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को चुप्पी साधने की सलाह दी है। यूनुस ने कहा कि भारत में बैठकर वह कुछ बोलती हैं तो यहां के लोगों को रास नहीं आता। जब तक उनका प्रत्यर्पण नहीं हो जाता, तब तक उनको चुप रहना चाहिए।
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। हसीना के खिलाफ हत्या के दो और मामले दर्ज किए गए हैं। शेख हसीना फिलहाल भारत में हैं।
जमात और बीएनपी ने कहा है कि ह भी किसी राजनीतिक दल के लोकतांत्रिक अधिकारों को छीनने की राजनीति में विश्वास नहीं करती है। अंतरिम सरकार ने पिछले हफ्ते जमात पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था।
यूट्यूब पर एक वीडियो चलाया गया कि शेख हसीना भारत में पीएम मोदी के साथ भाषण दे रही है। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इसे पाया कि ये फेक है।
Sheikh Hasina in Bangladesh: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को लेकर भारत सरकार धर्म संकट में है। दरअसल, बीते माह पांच अगस्त को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना अभी भी भारत में रह रही हैं। इस बीच बांग्लादेश सरकार ने पासपोर्ट रद्द कर दिया है. तो क्या अब शेख हसीना की होगी देश वापसी
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने एक और बड़ा झटका दिया है। सरकार ने हसीना और उनके परिवार की सुरक्षा को वापस ले लिया है।
बीएनपी नेता महमूद चौधरी ने भारत से "अतीत’’ (2000 के दशक की शुरुआत में बीएनपी का शासन) को पीछे छोड़ने का आग्रह करते हुए कहा, "भारत को बांग्लादेश के लोगों की नब्ज को समझना होगा। रिश्ते बांग्लादेश के लोगों के साथ होने चाहिए।
बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के दौरान सुमन ने खूब कमाई की। पुराने ढाका के अलु बाजार इलाके में रहने वाले सुमन ने बताया कि उसके पिता भारतीय मूल के थे। 1971 के आसपास सुमन के पिता ढाका आए थे और फिर यहीं पर घर बसा लिया था।
रविवार रात बांग्लादेश की राजधानी ढाका में एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी। दरअसल, ढ़ाका में सचिवालय के पास जमा अंसार सदस्यों और छात्रों के बीच जमकर हिंसा हुई। इस घटना में 50 से अधिक लोग घायल हो गए। आइए जानते हैं अंसार ग्रुप के बारे में खास बातें।
बांग्लादेश में हिंसक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब राजधानी ढाका में अंसार ग्रुप और छात्रों के बीच जमकर हिंसा हुई है। हिंसक झड़प में 50 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
बांग्लादेश में अंतरिम कार्यवाहक सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और उनके नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। बांग्लादेश की पुलिस ने पूर्व कपड़ा एवं जूट मंत्री गुलाम दस्तगीर गाजी को ढाका से गिरफ्तार किया है।
बाग्लादेशी की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हसीना और उनके सहयोगियों के खिलाफ हत्या के पांच और मामले दर्ज कि गए हैं। हसीना के बेटा, बेटी और बहन शेख रेहाना के खिलाफ भी मुकदमा दायर किया गया है।
बांग्लादेश में हुई व्यापक हिंसा की वजह से शेख हसीना को पीएम पद और देश दोनों ही छोड़ना पड़ा था। बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन किया गया है। अब अंतरिम सरकार के एक अधिकारी ने देश में चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बांग्लादेश की सरकार ने एक फाउंडेशन की स्थापना करने का निर्णय लिया जो विरोध प्रदर्शनों में मारे गए और घायल हुए लोगों के परिवारों की देखभाल करेगा। फाउंडेशन का नेतृत्व अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस करेंगे।
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