उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि उत्तराखंड के लिए यूसीसी का ड्राफ्ट तैयार हो गया है और उसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।
आज देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड की बहुत चर्चा है...कहा जा रहा है UCC is coming soon...आखिर प्रधानमंत्री मोदी को भोपाल में UCC पर बात क्यों करनी पड़ी?
कुछ मौलानाओं का मानना है कि अगर समान नागरिक संहिता सभी धर्मों के लोगों से बात करके, सबकी सहमति से लागू की जाती है, तो इसमें कोई हर्ज नहीं, लेकिन इसे जबरन नहीं थोपा जाना चाहिए।
अबतक शिवसेना (यूबीटी) के किसी नेता की तरफ से इस बाबत औपचारिक बयान नहीं दिया गया है। लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा में यूसीसी के पक्ष में उद्धव ठाकरे की पार्टी समर्थन देगी।
Uniform Civil Code Bill: आज उत्तराखंड में यूसीसी पर बनाई गई कमेटी की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली है.. कमेटी की फाइनल रिपोर्ट तैयार है.. संभव है कि उत्तराखंड में यूनिफॉर्म सिविल कोड पर कानूनी शक्ल देने पर बड़ा फैसला हो सकता है..
समान नागरिक संहिता यानी सभी धर्मों के लिए एक ही कानून। अभी होता ये है कि हर धर्म का अपना अलग कानून है और वो उसी हिसाब से चलता है। भारत में आज भी ज्यादातर धर्म के लोग शादी, तलाक और जमीन जायदाद विवाद जैसे मामलों का निपटारा अपने पर्सनल लॉ के मुताबिक करते हैं।
इंडिया टीवी ने भारत के चीफ इमाम उमेर अहमद इल्यासी से यूसीसी के मुद्दे पर बात की। इस बात के दौरान चीफ इमाम ने बताया कि यूसीसी पर काफी राजनीति हो रही है। लेकिन इसका लगातार विरोध करना ठीक नहीं है।
ओवैसी की पार्टी, फारूक़ अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की पार्टी को छोड़कर दूसरी विपक्षी पार्टियां न तो इसका विरोध कर सकती हैं, न खुलकर समर्थन कर पाएंगी।
Farooq Abdullah On UCC: आज बकरीद है.. देश भर की मस्जिदों में नमाज पढ़ी जा रही है.. देशभर में यूनिफॉर्म सिविल कोड इस वक्त सबसे हॉट टॉपिक बना हुआ है.. बकरीद के मौके पर इंडिया टीवी रिपोर्टर्स ने अलग-अलग शहरों में मुसलमानों से बात की.. वहीं इस बीच UCC को लेकर फारूख अबदुल्ला का भी बयान आया है.
समान नागरिक संहिता यानी सभी धर्मों के लिए एक ही कानून। अभी होता ये है कि हर धर्म का अपना अलग कानून है और वो उसी हिसाब से चलता है। इस मुद्दे पर 15 जून से ही 22वें लॉ कमीशन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। यहां ऑनलाइन आम लोगों की राय मांगी जा रही है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद देश में एक बार फिर यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी समान नागरिक संहिता पर जोरदार घमासान शुरू हो गया है। दिल्ली में भी अचानक हलचल तेज हो गई है।
वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अकाली दल ने हमेशा पूरे देश के लिए समान नागरिक संहिता का विरोध किया है और वह इस मुद्दे पर 22वें विधि आयोग के साथ-साथ संसद में भी अपनी आपत्ति दर्ज कराएगा।
PM Modi On UCC: पएक देश में एक प्रधानमंत्री ही होगा। फिर चाहे वो कोई भी हो। ठीक उसी तरह. एक देश में एक कानून ही चलेगा। किसी एक धर्म की नहीं चलेगी। मोदी ने कल यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात की और आज प्रधानमंत्री के दुश्मनों ने उसे डिवाइडिंग सिविल कोड कहकर फैलाना शुरु कर दिया।
AAP Supports UCC: यूनिफॉर्म सिविल कोड के समर्थन में आम आदमी पार्टी..संगठन महासचिव संदीप पाठक बोले- इसे लागू करने के लिए सभी पक्षों की सहमति जरूरी..
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जितने विस्तार से समान नागरिक संहिता की बात की, उससे ये साफ हो गया कि मोदी सरकार जल्द ही इसे लेकर कानून ला सकती है।
समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) को लेकर आम आदमी पार्टी ने अब खुलकर अपना समर्थन दे दिया है।
भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार यूनिफॉर्म सिविल कोड पर खुलकर बात की। उनके बयान से ये साफ हो गया कि मोदी सरकार जल्द ही इसे लेकर कानून ला सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में कॉमन सिविल कोड लाने का इशारा दिया..भोपाल में बोले- एक घर में नहीं चलेंगे दो कानून.
प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में कॉमन सिविल कोड लाने का इशारा दिया..भोपाल में बोले- एक घर में नहीं चलेंगे दो कानून.
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