अफगानिस्तान ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान की फौज ने 19 और 20 अगस्त के बीच कुनार प्रांत के शहरों पर 200 से ज्यादा रॉकेट्स दागे। अफगानिस्तान का कहना है, बार-बार अपील के बावजूद पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी की जा रही है...
कश्मीर और लद्दाख पर बुरी नजर रखने वाले चीन का चेहरा पूरी दुनिया के सामने बेनकाब हो रहा है। जिस हॉन्ग कॉन्ग को चीन अपना हिस्सा मानता है और उस पर कब्जा बनाए रखने के लिए बर्बरता की सारी हदें पार करता रहा है, उसी हॉन्ग कॉन्ग ने अब जहरीले ड्रैगन की दुम पर पांव रख दिया है।
खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को चीन के सामानों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। संगठन ने चीन के सामानों पर 500 प्रतिशत तक सीमा शुल्क लगाने की सरकार से मांग भी की।
भारत के जम्मू एवं कश्मीर राज्य से विशेष दर्जा वापस लिए जाने से तिलमिलाया पाकिस्तान हर मंच पर मदद के लिए दस्तक दे रहा है, हालांकि उसे कोई सफलता नहीं मिल रही है।
कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान को शुक्रवार को करारा झटका लगा।
न्यूयॉर्क में यूएन के हेडक्वार्टर में बंद कमरे के अंदर कश्मीर पर अनौपचिरक बैठक हो रही थी। पाकिस्तान और चीन ने पूरा ज़ोर लगाया था कि कश्मीर पर यूएन दखल दें लेकिन बंद कमरे में जो कुछ हुआ उसने पाकिस्तान के भम्र को चकनाचूर कर दिया।
संयुक्त राष्ट्र के रिकॉर्ड के मुताबिक, आखिरी बार सुरक्षा परिषद ने 1965 में ‘भारत-पाकिस्तान प्रश्न’ के एजेंडा के तहत जम्मू कश्मीर के क्षेत्र को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद पर चर्चा की थी।
unsc closed door meeting on kashmir article 370 Syed Akbaruddin china pakistan- जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने के मामले पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बंद कमरे में हुई बैठक के बाद भारत ने पाकिस्तान से शुक्रवार को कहा कि उसे वार्ता आरंभ करने के लिए आतंकवाद रोकना होगा।
कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में चीन और पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा है। इस बैठक में रूस ने भारत का साथ देते हुए कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बताया है।
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बैठक को नरेंद्र मोदी सरकार की कूटनीतिक विफलता करार देते हुए शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री को प्रयास करके यह बैठक रद्द करवानी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कश्मीर मुद्दे पर आज सदस्य देशों की अनौपचारिक बैठक होने वाली है। हालांकि अब तक इस मुद्दे पर दुनिया भर के देशों की जो राय रही है उससे यही लगता है कि दुनिया भर में फजीहत कराने के बाद पाकिस्तान अब संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी फजीहत कराने वाला है।
चीन ने यह कदम तब उठाया है जब उसके परम मित्र पाकिस्तान ने बैठक बुलाने की मांग को लेकर सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखा था।
राजनयिकों ने बताया कि शुक्रवार को होने वाली चर्चा को सुरक्षा परिषद की पूर्ण बैठक नहीं माना जा रहा है। इसे बंद कमरे में होने वाली बैठक कहा जा रहा है जो अब बहुत सामान्य होता जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लेने के भारत के कदम पर शुक्रवार को एक बैठक करेगी।
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के भारत के कदम पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित करने की मांग की है।
कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने पर बौखलाए पाकिस्तान को जहां पूरी दुनिया में कहीं से साथ नहीं मिल रहा है, वहीं अब वो अपने ही घर में अपनों के बीच घिर गया है।
भारत द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के बाद पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह 14 अगस्त को कश्मीर एकजुटता दिवस और 15 अगस्त को काला दिवस के तौर पर मनाएगा।
पाकिस्तान ने भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 को हटाने के खिलाफ UNSC को चिट्ठी लिखी थी।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने पिछले सप्ताह कहा था, ‘दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में नहीं है।’
चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सीट के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करने के बाद शुक्रवार को कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखने में नयी दिल्ली के रूख तथा भूमिका को महत्व देता है।
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