पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री ने आज एक सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मदन मोहन मालवीय की ही तरह मुझे भी काशी की सेवा करने का मौका मिला है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। आज काशी विकास की नई ऊंचाईयों को छू रहा है।
मुस्लिम पक्ष ने ईमेल के जरिए सर्वे की स्टडी रिपोर्ट की मांग की है। इससे पहले हिंदू पक्ष ने भी ईमेल के जरिए रिपोर्ट प्राप्त करने की अर्जी लगाई है। 18 दिसंबर को ASI ने कोर्ट में सर्वे की स्टडी रिपोर्ट पेश किया था।
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी के करीब बने स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ वहां मौजूद थे। लेकिन क्या आपको पता है कि स्वर्वेद मंदिर आखिर इतना खास क्यों है। दरअसल एक खासियत इसकी यह है कि इस मंदिर में एक भी भगवान की प्रतिमा नहीं है।
सभा में पीएम मोदी चंदा देवी नाम की एक महिला से इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने तुरंत चंदा को चुनाव लड़ने का ऑफर दे दिया। चंदा स्वयं सहायता समूह के लिए काम करती हैं, वह सखी मंडल भी चलाती हैं।
बुकिंग के लिहाज से आध्यात्मिक और तीर्थस्थलों में पुरी को शीर्ष स्थान मिला। इसके बाद अमृतसर, वाराणसी और हरिद्वार रहे। बयान में कहा गया कि देवघर, पलानी और गोवर्धन जैसे कम प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थलों में भी आगंतुकों की संख्या उल्लेखनीय रूप से बढ़ी।
लंबे समय से विवादों में रहे ज्ञानवापी मामले में हुई एएसआई की सर्वे रिपोर्ट को आज कोर्ट में पेश कर दिया गया है। कोर्ट ने अब इस मामले में सुनवाई के लिए 21 दिसंबर की अगली तारीख दी है। बता दें कि रिपोर्ट को सफेद कपड़े में सीलबंद करके पेश किया गया है।
20 दिसंबर 2023 से यह आम पैसेंजर्स के लिए उपलब्ध होगी। इससे पैसेंजर्स को काफी सुविधा होने वाली है। यह उत्तर प्रदेश और नई दिल्ली के बीच एक निर्बाध और तीव्र कनेक्टिविटी का मजबूत स्तंभ बनेगी।
आज सोमवार को पीएम मोदी ने दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन संटर स्वर्वेद मंदिर का लोकार्पण महादेव की नगरी काशी में जाकर किया। इस योग संस्थान के प्रेरणा स्त्रोत संत सदाफल महाराज थे। आइए जानते हैं इस मंदिर की 10 प्रमुख्य विशेषताएं।
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी के दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं। यहां उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बात की। इस दौरान एक लाभार्थी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आपको क्या लगता है कि मोदी इनकम टैक्स वाले को भेजेगा।
पीएम मोदी आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं। यहां काशी से कन्याकुमारी तक की दूरी कम करने के लिए उन्होंने काशी तमिल संगमम एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे हैं। यहां उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बात की और उन्हें संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इस योजना का लाभ हुआ या नहीं मैं लोगों के मुंह से सुनना चाहता हूं क्योंकि यह मेरी परीक्षा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर हैं। इस दौरान जब वो रोड शो कर रहे थे, तभी एक एंबुलेंस वहां से गुजरता दिखाई दिया। एंबुलेंस को देखकर पीएम मोदी ने अपने काफिले को रुकवा दिया। इसका वीडियो इंटरनेट पर तेजी से वायरल होने लगा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सूरत के बाद अब वाराणसी पहुंचे हैं। यहां पीएम मोदी 2 दिन रहने वाले हैं और कई परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे तथा शिलान्यास करेंगे। बता दें कि इस दौरान पीएम मोदी कई कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे।
बनारस से कन्याकुमारी के बीच साप्ताहिक ट्रेन का उद्घाटन आज किया जाएगा। यह ट्रेन 2500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। गाड़ी संख्या- 16368 काशी तमिल संगम एक्सप्रेस बनारस से नियमित तौर पर 24 दिसंबर 2023 से प्रत्येक रविवार को शाम 16:20 बजे प्रस्थान करेगी।
प्रधानमंत्री आज सूरत और वाराणसी के दौरे पर जा रहे हैं। यहां वह करोड़ों रुपयों की सौगात जनता को देंगे। जिसमें सूरत का डायमंड बोर्स का उद्घाटन भी शामिल है, जोकि दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत होगी।
तीन राज्यो में बीजेपी की सरकार के गठन के बाद पहली बार काशी आगमन में करीब 20 किलोमीटर की सड़क यात्रा के संगठन के वरिष्ठ नेता, जनप्रतिनिधि, कार्यकर्ता सहित काशीवासी पीएम मोदी का सड़क के दोनों ओर खड़े होकर स्वागत करेंगे।
17 और 18 दिसंबर को पीएम मोदी सूरत और वाराणसी का दौरा करने वाले हैं। इस दौरान वह पहले सूरत जाएंगे इसके बाद फिर उनका वाराणसी का दौरा सुनिश्चित किया गया है। बता दें कि सूरत में वह सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन करेंगे।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कभी नीतीश के करीबियों में शामिल रहे सुशील मोदी ने JDU पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि रैली रद्द कर दी गई क्योंकि इसके ‘फ्लॉप’ होने का डर सता रहा था।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने 24 दिसंबर को वाराणसी में होने वाली अपनी रैली को रद्द कर दिया है। जेडीयू का आरोप है कि प्रशासन ने उन्हें रैली करने की इजाजत नहीं दी।
वाराणसी के विवादित ज्ञानवापी मामले में सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है। वहीं आज के दिन सर्वे रिपोर्ट को कोर्ट में पेश किया जाना था, लेकिन रिपोर्ट पेश करने से पहले एएसआई के अधिवक्ता ने कोर्ट से एक सप्ताह का और समय मांगा है।
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