Monday, April 29, 2024
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यूपी सरकार की रोजगारपरक नीतियों के बारे में युवाओं को बताएंगे ये 42 खास लोग, सीएम योगी ने गठित की टीम

सरकार की रोजगारपरक नीतियों से युवाओं को परिचित कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 42 खास लोगों की एक टीम गठित की है।

Reported By : Vishal Pratap Singh Edited By : Mangal Yadav Updated on: February 16, 2024 14:00 IST
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ - India TV Hindi
Image Source : X@MYOGIADITYANATH मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार की रोजगारपरक नीतियों से युवाओं को परिचित कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सेवानिवृत्त 12 आईएएस, 4आईपीएस, 7 आईएफएस अधिकारियों और 19 शिक्षाविदों की खास टीम गठित की है। मुख्यमंत्री के विजन और मिशन से युवाओं का परिचय कराने के लिए सेवानिवृत्त अधिकारी और शिक्षाविद  विश्वविद्यालयों में जाएंगे। 

शनिवार से विश्वविद्यालयों में जाएंगी टीम

आगामी 17-18 फरवरी को यह टीम अलग-अलग विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में युवाओं से संवाद कर नौकरी-रोजगार और सेवायोजन से जुड़ी उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करेगी। साथ ही, युवाओं के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 और जीबीसी के संबंध में जागरूक करेगी। इसी क्रम में शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर अयोजित विशेष कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जी ने सेवानिवृत्त अधिकारियों और वरिष्ठ शिक्षाविदों की 42 सदस्यीय विशेष टीम के साथ संवाद किया। 

यूपी अपार संभावनाओं का देशः योगी

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं का प्रदेश है। देश और प्रदेश के समग्र विकास में हमें इन संभावनाओं को जमीन पर उतारना होगा। आप सभी के पास सार्वजनिक जीवन का लंबा अनुभव है। महत्वपूर्ण पदों पर दायित्व निर्वहन किया है। आपके इन अनुभवों से हमारे युवा लाभान्वित हों, इसके लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। 

उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट और ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी जैसे प्रयास केवल उद्यमियों के लिए नहीं हैं, अपितु इसके केंद्र में हमारा युवा वर्ग है। इसका सबसे ज्यादा लाभ युवाओं को ही होगा। उद्योग लगेंगे तो रोजगार के अवसर सृजित होंगे और इसका सीधा लाभ हमारे युवा को होगा।  हम अपने युवाओं का कौशल उन्नयन भी कर रहे हैं और उनके लिए रोजगार के अवसर भी बना  रहे हैं। 

विकास में असमानता एक बड़ी समस्या 

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में विकास में असमानता एक बड़ी समस्या रही है। मध्य उत्तर प्रदेश और एनसीआर की तुलना में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड का बहुत कम विकास हुआ था। यहां न तो इंफ्रास्ट्रक्चर डिवलेपमेंट का काम हुआ था न ही लोगों के जीवन स्तर में सुधार के प्रयास। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में उद्योग नहीं लग पाए। नतीजतन यहां के युवाओं के सामने पलायन का संकट रहा। हमने इस असमान विकास की समस्या के स्थायी निराकरण के लिए ठोस प्रयास किये हैं।

ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का लाभ सभी जिलों को मिलेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 इस दृष्टि से भी महत्वपूर्ण रहा कि इसमें प्रदेश के हर जिले के लिए निवेश मिला है। अब औद्योगिक विकास केवल एनसीआर अथवा कुछ चुनिंदा नगरों तक सीमित नही है, बल्कि हर एक जिला इससे लाभान्वित है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का लाभ प्रदेश के सभी 75 जिलों को मिलेगा। 19 फरवरी के मुख्य समारोह से सभी जिलों को जोड़ा जाएगा।

 किसी भी योजना की सफलता के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि वह योजना जिसके लिए बनाई गई है, उसे उसकी जानकारी हो। अच्छी योजनाएं जागरूकता के अभाव में असफल हो जाती हैं। इसलिए सरकार, इंडस्ट्री और शिक्षण संस्थाओं के बीच सतत संवाद और संपर्क महत्वपूर्ण है। इस उद्देश्य से राज्य सरकार आप सभी अनुभवी अधिकारियों और शिक्षाविदों का सहयोग ले रही है।

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