नई दिल्ली: दोबारा संक्रमण को रोकने के लिए चीन अपनी सीमाओं को ज्यादातर विदेशियों के लिए बंद कर रहा है। केवल उन्हीं लोगों को आने की इजाजत मिलेगी जो नई शर्तों के साथ वीजा के लिए आवेदन देंगे। पूरी दुनिया में महामारी बन चुके कोरोना वायरस का चीन में ही पहली बार पता चला था।
चीन की सरकार ने विदेशियों को देश में दाखिल होने से रोकने के लिए वीजा को 28 मार्च से अस्थाई रूप से कैंसिल करने का फैसला लिया है। देश में प्रवेश करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति को अपने स्थानीय चीनी दूतावास या वाणिज्य दूतावास में नए वीजा के लिए आवेदन करना होगा। चीन ने यह फैसला तब लिया जब वहां कोरोना वायरस के 500 ऐसे नये मामले पाए गए जिनकी विदेश ट्रैवल की हिस्ट्री थी। इसके बाद चीन ने लगभग काबू कर चुके इस महामारी के दोबारा फैलने की आशंका के मद्देनजर वीजा रद्द करने का फैसला किया है। अब यहां आने के लिए लोगों को नई शर्तों के साथ वीजा के लिए आवेदन देना होगा।
बीजिंग के अधिकारियों ने भी कहा है कि अब कोई भी विदेशी चीन आएगा तो उसे नई शर्तों के साथ क्वारंटाइन में रहना होगा और कोरोना वायरस टेस्ट से गुजरना होगा। उधर इस महामारी का केंद्र रहे वुहान में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। वहीं इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की। शी ने कहा कि दुनिया भर को प्रभावित करने वाली कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जंग लड़ने के लिए चीन और अमेरिका को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने अमेरिका से आपसी संबंधी सुधरने की अपील की। दोनों देशों के बीच वायरस को लेकर जारी विवाद के बीच दोनों नेताओं ने बातचीत की है।