लाहौर:पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के मुख्य संरक्षक इमरान खान ने बुधवार को सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर तीखा हमला किया है। इमरान ने मुनीर को "सत्ता का भूखा" और देश में "सबसे खराब किस्म की तानाशाही" चलाने वाला व्यक्ति करार दिया।
लोकतंत्र कुचलने का आरोप
करीब दो साल से विभिन्न मामलों में जेल में बंद 72 वर्षीय इमरान खान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए असीम मुनीर पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “जनरल असीम मुनीर सत्ता के इतने भूखे हैं कि उन्होंने पाकिस्तान में लोकतंत्र को कुचल कर रख दिया है और तानाशाही की चरम सीमा स्थापित कर दी है। वह न नैतिकता को समझते हैं और न ही इस्लाम को।”
9 मई की हिंसा के लिए मुनीर जिम्मेदार
9 मई, 2023 को देशभर में हुए हिंसक दंगों को लेकर खान ने असीम मुनीर को सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि “मुझसे माफी मांगने के बजाय, मुनीर को खुद माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि यह सब उनकी रची हुई साजिश थी। उन्होंने ही 9 मई की घटना की योजना बनाई और फिर सीसीटीवी फुटेज भी चुराई। आज वह उसी घटना को अपनी ‘बीमा पॉलिसी’ की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।”
मुनीर कर रहे तानाशाही
इमरान खान ने आगे कहा कि पाकिस्तान में अब लोकतंत्र नहीं रहा, बल्कि पूरी सत्ता एक व्यक्ति के हाथ में केंद्रित हो गई है। “यह कोई लोकतांत्रिक व्यवस्था नहीं, बल्कि असीम मुनीर की तानाशाही है,” उन्होंने लिखा। साथ ही उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यही वजह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ नहीं, बल्कि मुनीर को आमंत्रित किया।
जेल में दी जा रही यातना
अपने पोस्ट में इमरान खान ने दावा किया कि उन्हें जेल में पूरी तरह से एकांत कारावास में रखा गया है। “तीन महीनों में मुझे केवल तीन बार ही मुलाकात की अनुमति मिली है। मेरे वकीलों और परिवार वालों से भी महीनों तक संपर्क नहीं करने दिया गया। यह सब मुझे मानसिक रूप से तोड़ने की कोशिश है।” खान ने आरोप लगाया कि उनके राजनीति से असंबंधित कुछ रिश्तेदारों का भी अपहरण कर लिया गया है, ताकि उन पर और अधिक दबाव डाला जा सके। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी बुशरा बेगम को भी पिछले आठ महीनों से एकांत कारावास में रखा गया है और उन पर इमरान खान से अलग होने का दबाव डाला जा रहा है, लेकिन “बुशरा आज भी मेरे साथ खड़ी हैं।”(भाषा)