इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की ओर से जांच के दायरे में आए व्यक्तियों को भारत द्वारा सुबूत देने पर प्रत्यर्पित करने के बयान पर इमरान खान की पार्टी ने हमला बोला है। पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने बिलावल भुट्टो-ज़रदारी को उनके इस बयान की कड़ी आलोचना करते हुए उन्हें "अपरिपक्व राजनीतिक बच्चा" करार दिया है। बता दें कि बिलावल भुट्टो ने सुबूत देने पर भारत को कथित तौर पर "संवेदनशील व्यक्तियों" के प्रत्यर्पण की बात कही थी।
बिलावल भुट्टो ने इस सवाल पर दिया था प्रत्यर्पण वाला बयान
शुक्रवार को अल जज़ीरा को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल ने कहा था, “पाकिस्तान के साथ व्यापक वार्ता के हिस्से के रूप में जहां आतंकवाद भी एक मुद्दा होगा, मुझे विश्वास है कि पाकिस्तान इनमें से किसी बात का विरोध नहीं करेगा।” यह बयान तब आया जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा (LeT) प्रमुख हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद (JeM) प्रमुख मसूद अजहर का प्रत्यर्पण भारत को एक सद्भावना कदम के तौर पर कर सकता है। इस पर उन्होंने कहा कि सुबूत देने पर जांच के दायरे में आए व्यक्तियों को भारत को प्रत्यर्पित करने पर पाकिस्तान को कोई आपत्ति नहीं होगी।
इमरान की पार्टी ने क्या कहा?
बिलावल के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए PTI प्रवक्ता शेख वक़ास अकरम ने शनिवार को कहा कि PPP नेता “अपरिपक्व राजनीतिक बच्चा” हैं। डॉन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, अकरम ने कहा कि बिलावल का यह प्रस्ताव पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से घातक है और इस प्रकार के बयान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर देश की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा, “हमें समझ नहीं आता कि बिलावल भारत को खुश करने के लिए इतने उत्सुक क्यों हैं।” पूर्व विदेश मंत्री पर निशाना साधते हुए अकरम ने कहा कि वे बार-बार यह साबित कर रहे हैं कि उनमें राजनीतिक परिपक्वता, दृष्टिकोण और क्षेत्रीय भू-राजनीति की समझ की कमी है।
बिलावल ने माना कि हाफिज सईद और मसूद अजहर पर आतंकी फंडिंग के मामले
पीटीआई ने कहा, “बिलावल पाकिस्तान की विदेश नीति में भ्रम और विरोधाभास का प्रतीक बन गए हैं… PPP की स्थापना ज़ुल्फिकार अली भुट्टो ने कश्मीर की विरासत के साथ की थी, लेकिन आज बिलावल उसी विरासत से गद्दारी कर रहे हैं।” इंटरव्यू में बिलावल ने यह भी कहा कि सईद और अजहर के खिलाफ पाकिस्तान में जो मामले चल रहे हैं, वे आतंकी फंडिंग से संबंधित हैं। सीमा पार आतंकवाद के लिए अभियोजन कठिन है, क्योंकि भारत कथित तौर पर सहयोग नहीं कर रहा। उन्होंने कहा, “भारत कुछ बुनियादी प्रक्रियाओं में सहयोग नहीं कर रहा, जो सज़ा के लिए जरूरी हैं। यदि भारत अदालत में सबूत पेश करने, गवाह भेजने और जिरह का सामना करने के लिए तैयार हो, तो मुझे नहीं लगता कि प्रत्यर्पण में कोई बाधा होगी।”
सईद और अजहर की वर्तमान स्थिति पर पूछे जाने पर बिलावल ने बताया कि सईद जेल में हैं, जबकि अजहर के बारे में इस्लामाबाद का मानना है कि वह अफगानिस्तान में है। (PTI)