
ईरान और इजरायल के बीच पिछले 4 दिन से खूनी संग्राम छिड़ा है। दोनों ही देश एक दूसरे पर नॉनस्टॉप अटैक कर रहे हैं और एक दूसरे को पूरी तरह से मिटाने पर तुले हुए हैं। 24 घंटे के अंदर ईरान ने 100 से ज्यादा बैलेस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर अटैक किया है। तो वहीं, इजरायल के फाइटर प्लेन ईरान के शहरों पर ताबड़तोड़ स्ट्राइक कर रहे हैं। इस बीच खबर आई है कि ईरान अब लंबी लड़ाई की तैयारी में जुट गया है।
क्या है ईरान की पूरी प्लानिंग?
ईरान अब इजरायल के खिलाफ लंबी लड़ाई की तैयारी में जुट गया है। वो नए-नए तरीके और मिसाइलों से इजरायल पर अटैक करने का प्लान बना रहा है। इजरायल में ईरान के निशाने पर इजरायली नेताओं के सीक्रेट घर, एनर्जी साइट्स, हथियार फैक्ट्री, आईडीएफ का कमांड और कंट्रोल इन्फ्रास्ट्रक्चर है। इसके अलावा इजरायली सेना के एयरबेस और मोसाद का हेडक्वार्टर भी ईरान की हिट लिस्ट में शामिल है। ईरान ने इजरायल के नागरिकों को धमकी दी है और कहा है कि अगर उन्हें जान बचानी है तो वो जल्द से जल्द कब्जे वाली जमीन छोड़ दें।
अब तक दोनों देशों को कितना नुकसान?
इजरायल ने ईरान पर शुक्रवार से हमला शुरू किया था। इजरायल के फाइटर प्लेन ईरान के शहरों पर ताबड़तोड़ स्ट्राइक कर रहे हैं। इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के कई न्यूक्लियर ठिकानों, मिसाइल लॉन्च सिस्टम्स और एयर डिफेंस को तबाह कर दिया है। इजरायली सेना दावा कर रही है कि उसने अब तक के ऑपरेशन में ईरान के अंदर 300 से ज्यादा टारगेट को हिट किया है और 20 से ज्यादा टॉप कमांडर और कई हथियार और तेल डिपो को तहस-नहस कर दिया है। ईरान के तेहरान, कोम, मशहद, शिराज़, केरमानशाह जैसे बड़े और अहम शहरों को टारगेट किया गया है। इजरायली सेना ने ईरान के मिलिट्री बेस और न्यूक्लियर फैसिलीटज को निशाना बनाया है। तेहरान में ईरानी न्याय मंत्रालय की इमारत को भी उड़ा दिया गया है। अब तक ईरान के 14 परमाणु वैज्ञानिक मारे जा चुके हैं। इसके अलावा ईरान के दर्जनों शीर्ष सैन्य कमांडर और अधिकारियों की मौत हो चुकी है। ईरान में मृतकों का आंकड़ा 200 के पार चला गया है। वहीं, ईरान भी इजरायल के कई बड़े शहरों पर ताबड़तोड़ मिसाइल हमले कर रहा है। बीते 24 घंटे के अंदर ईरान ने 100 से ज्यादा बैलेस्टिक मिसाइलों से इजरायल पर अटैक किया है। इजरायल के तेल अवीव, हाइफा, यरूशलम समेत कई शहरों को नुकसान पहुंचा है। इजरायल में भी करीब 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
क्यों शुरू हुई है जंग?
इजरायल और अमेरिका समेत कई देशों का दावा है कि ईरान परमाणु बम बनाने के लिए जरूरी 90% प्योर यूरेनियम हासिल करने के काफी करीब है। अमेरिका भी कह रहा है कि ईरान को बम बनाने में दो हफ्ते लगेंगे लेकिन हम इन्हें इसे बनाने नहीं देंगे। नेतन्याहू ने दावा किया है कि ईरान के पास 9 न्यूक्लियर बम असेम्बल करने की क्षमता है लेकिन ईरान को उसके मंसूबे में कामयाब नहीं होने देंगे I नेतन्याहू ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को इजरायल के अस्तित्व के लिए खतरा बताया है।
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