Saturday, April 27, 2024
Advertisement

Anas Haqqani: तालिबान के खूंखार आतंकी अनस हक्कानी के बड़े खुलासे, चीन की वजह से जेल से बाहर आया, पाकिस्तान पर लगाया ये आरोप

अनस हक्कानी को तत्कालीन अफगानिस्तान सरकार के इशारे पर साल 2014 में कतर में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे अफगानिस्तान में प्रत्यर्पित कर दिया गया। अब अनस ने इस पूरे घटनाक्रम को गैरकानूनी बताया है।

Shilpa Written By: Shilpa
Updated on: July 19, 2022 18:13 IST
Taliban Terrorist Anas Haqqani- India TV Hindi
Image Source : TWITTER Taliban Terrorist Anas Haqqani

Highlights

  • हक्कानी नेटवर्क का खूंखार आतंकवादी है अनस हक्कानी
  • अनस हक्कानी को कतर ने 2014 में गिरफ्तार किया था
  • पाकिस्तान के हक्कानी नेटवर्क से अच्छे रिश्ते रहे हैं

Anas Haqqani: अफगानिस्तान में मजे से जिंदगी जी रहा तालिबान का खूंखार आतंकवादी अनस हक्कानी एक मैग्जीन को दिए इंटरव्यू की वजह से एक बार फिर दुनियाभर में चर्चा में बना हुआ है। अनस इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में गृह मंत्री के पद पर बैठे सिराजुद्दीन हक्कानी का भाई है। हक्कानी उसी हक्कानी नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, जो पाकिस्तान के मीरानशाह में स्थित है। वह हक्कानी नेटवर्क के नेता जलालुद्दीन हक्कानी का बेटा है, जिसपर ओसामा बिन लादेन को पनाह देने के आरोप लगे थे।  इसके अलावा पाकिस्तान में हुए कई बड़े आतंकी हमलों के लिए भी हक्कानी नेटवर्क को जिम्मेदार माना जाता है। 

साल 2014 में जब अनस हक्कानी 20 साल का था, तभी वह इस संगठन से जुड़ गया था। उसे विदेश में गिरफ्तार कर मौत की सजा सुनाई गई थी। लेकिन वह चीन के हस्तक्षेप की वजह से मौत की सजा से बच गया था। ऐसा माना जाता है कि हक्कानी नेटवर्क के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से करीबी संबंध हैं। वहीं अनस हक्कानी को कैदियों की अदला बदली की प्रक्रिया के तहत जेल से रिहा किया गया था। 

अब अनस हक्कानी ने जर्मनी की न्यूज वेबसाइट स्पीगल इंटरनेशनल को एक इंटरव्यू दिया है। उसने इस इंटरव्यू में कई जरूरी बातें बताई हैं। अनस ने बताया है कि काबुल में स्टील के गेट वाले गेस्ट रूम में लोग उससे मिलने आते थे। वह बीते साल 16 अगस्त को काबुल पहुंचा था। उसने बताया कि उसकी पूरी जिंदगी काबुल के वजीर अकबर खान जिले में गुजरी है। जब वह सात से आठ साल का था, तब अमेरिकी सेना ने वहां हस्तक्षेप किया था। 

अनस के अनुसार, उसके पिता जलालुद्दीन हक्कानी ने 9/11 हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को कभी अफगानिस्तान में आमंत्रित नहीं किया था। अनस का कहना है कि उसके पिता और बिन लादेन एक दूसरे को सोवियत यद्ध के समय से जानते थे। जलालुद्दीन को अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए का एजेंट माना जाता था। जब साल 2001 में अमेरिकी सेना अफगानिस्तान में दाखिल हुई थी, तब उसकी बिन लादेन के साथ करीबी बढ़ गई थी। उसकी मौत साल 2018 में हुई थी।

 
कैसे गिरफ्तार और रिहा हुआ हक्कानी

अनस हक्कानी को तत्कालीन अफगानिस्तान सरकार के इशारे पर साल 2014 में कतर में गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे अफगानिस्तान में प्रत्यर्पित कर दिया गया। अब अनस ने इस पूरे घटनाक्रम को गैरकानूनी बताया है। उसका कहना है कि उसने कई दिन जेल की छोटी सी सेल में बिताए थे। उसे बरगौम की खुफिया जेल में रखा गया था। उसने इंटरव्यू में बताया कि जो कुछ भी हुआ वह कानूनों और नियमों के खिलाफ था। जब अनस से पूछा गया कि क्या उसके परिवार के अच्छे अंतरराष्ट्रीय संबंधों की वजह से उसकी सजा पर रोक लगा दी गई थी। इस सवाल के जवाब में वो अपनी ही कहानी सुनाने लगा।

अनस ने कहा, 'मैं वाकई में निर्दोष था। मैं 18 साल का धार्मिक छात्र था, जिसने कुछ गलत नहीं किया था। उस समय मैं कतर में छुट्टियां मनाने गया था। मैं ग्वांतानामो बे जेल से रिहा हुए अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से मिलने गया था।' अनस के जले से रिहा होने की बात करें, तो उसकी रिहाई नवंबर 2019 में हुई थी. पांच साल तक जेल में रहने के बाद अनस को अमेरिकी विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसरों के बदले रिहा किया गया था। ये दो लोग अमेरिका के केविन किंग और ऑस्ट्रेलिया के तिमोथी वीक्स थे। अनस के अलावा तालिबान के दो अन्य आतंकवादी हाफिज राशिद ओमरी और हाजी मिली खान को भी रिहा किया गया था।

अफगानिस्तान की खुफिया सेवा के प्रमुख रहमतुल्लाह नाबिल की गिरफ्तारी के बाद अनस को उन सभी जगहों पर ले जाया गया, जहां हक्कानी नेटवर्क ने सबसे खतरनाक आतंकी हमले किए थे। अनस ने इन सब घटनाओं से इनकार कर दिया। उसका कहना था कि उसने कभी भी हमलों की बात को स्वीकार नहीं किया है और न ही कभी इसके लिए अपने परिवार को दोषी ठहराया है। अनस ने ये भी आरोप लगाया कि उसके परिवार के नाम का इस्तेमाल पाकिस्तान के हक्कानी मदरसा में बिना इजाजत के किया गया है।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement