Saturday, April 27, 2024
Advertisement

करोड़ों साल पहले सांप के पूर्वजों के थे पैर और गाल में थी हड्डिया: अध्ययन

करीब 10 करोड़ साल पहले रहने वाले सांपों के पूर्वजों के पैर थे और गाल में हड्डियां थीं, जो आधुनिक काल के उनके वंशजों में पूरी तरह से गायब हो गई हैं। ये बातें एक अध्ययन में सामने आई हैं।

PTI Reported by: PTI
Published on: November 21, 2019 18:44 IST
Snake ancestors had legs, cheekbones 100 million years ago:...- India TV Hindi
Snake ancestors had legs, cheekbones 100 million years ago: Study

टोरंटो: करीब 10 करोड़ साल पहले रहने वाले सांपों के पूर्वजों के पैर थे और गाल में हड्डियां थीं, जो आधुनिक काल के उनके वंशजों में पूरी तरह से गायब हो गई हैं। ये बातें एक अध्ययन में सामने आई हैं। इसमें प्राचीन नजश रायनेग्रीनिया नामक सरीसृप के जीवाश्म का अध्ययन किया गया है।

बताया जाता है कि इस सरीसृप के पिछले हिस्से में पैर होते थे। यह अध्ययन पत्रिका ‘साइंस एडवांसेज’ में प्रकाशित हुआ है, जिसमें बताया गया है कि अपने विकासक्रम के पहले सात करोड़ साल के दौरान सांपों के पिछले पैर होते थे और उनके गालों की हड्डियां भी होती थीं जिन्हें ‘जगल बोन’ कहा जाता है।

शोधकर्ताओं में कनाडा के अलबर्टा विश्वविद्यालय से शोधार्थी भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कैसे प्राचीन सांपों को उनकी पूर्वज छिपकली से लचीली खोपड़ी मिली। उन्होंने बताया कि जीवाश्मों की अनुपलब्धता के कारण अब तक प्राचीन सांपों के क्रमिक विकास को समझने की प्रक्रिया धीमी थी। उन्होंने बताया कि करीब 10 करोड़ साल पुराने सांपों के जीवाश्म दक्षिण अमेरिका स्थित नॉर्दर्न पैंटागोनिया में मिले हैं।

ऑस्ट्रेलिया में फ्लिंडर्स विश्वविद्यालय से अध्ययन के सह-लेखक एलेसांद्रो पालसी ने कहा, ‘‘प्राचीन सांपों में नजश की सबसे अधिक पूर्ण, त्रिआयामी संरक्षित खोपड़ी है और इससे कई नई अद्भुत सूचना मिली है कि सांपों के सिर का विकास कैसे हुआ। आधुनिक सांपों की खोंपड़ी में इसके सभी लचीले जोड़ नहीं हैं लेकिन कुछ हैं।’’ मौजूदा अध्ययन में शोधकर्ताओं ने लाइट माइक्रोस्कोपी का इस्तेमाल कर नजश की संरक्षित खोंपड़ी की हाई-रिजॉल्यूशन स्कैनिंग की।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। US News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement