Sunday, December 14, 2025
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दुनिया की सबसे बड़ी और रहस्यमयी गुफा कौन सी है?

Dharmendra Kumar Mishra Written By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia Published : Dec 14, 2025 06:50 pm IST, Updated : Dec 14, 2025 06:54 pm IST
  • वियतनाम की हैंग डूंग गुफा (Hang Son Doong) दुनिया की सबसे बड़ी गुफा मानी जाती है। इसके अंदर पूरा जंगल, नदी, बादल और अपना अलग इकोसिस्टम है। यह इतनी विशाल है कि इसमें 40 मंजिला इमारत समा सकती है। 2009 में पूरी तरह खोजी गई, लेकिन आज भी इसके कई हिस्से अनएक्सप्लोर्ड हैं।
    Image Source : Canva AI
    वियतनाम की हैंग डूंग गुफा (Hang Son Doong) दुनिया की सबसे बड़ी गुफा मानी जाती है। इसके अंदर पूरा जंगल, नदी, बादल और अपना अलग इकोसिस्टम है। यह इतनी विशाल है कि इसमें 40 मंजिला इमारत समा सकती है। 2009 में पूरी तरह खोजी गई, लेकिन आज भी इसके कई हिस्से अनएक्सप्लोर्ड हैं।
  • दुनिया की सबसे बड़ी गुफा हैंग सॉन डूंग (Hang Sơn Đoòng) है, जो वियतनाम के फॉन्ग न्हा-के बांग नेशनल पार्क में स्थित है। इसे 1991 में एक स्थानीय व्यक्ति ने खोजा था, लेकिन 2009 में ब्रिटिश गुफा अन्वेषकों की टीम ने इसे पूरी तरह से मैप किया।
    Image Source : Canva AI
    दुनिया की सबसे बड़ी गुफा हैंग सॉन डूंग (Hang Sơn Đoòng) है, जो वियतनाम के फॉन्ग न्हा-के बांग नेशनल पार्क में स्थित है। इसे 1991 में एक स्थानीय व्यक्ति ने खोजा था, लेकिन 2009 में ब्रिटिश गुफा अन्वेषकों की टीम ने इसे पूरी तरह से मैप किया।
  • यह गुफा अपनी विशालता और अनोखे इकोसिस्टम के लिए प्रसिद्ध है। इसकी कुल लंबाई करीब 9 किलोमीटर है, और कुछ जगहों पर ऊंचाई 200 मीटर से अधिक तथा चौड़ाई 150 मीटर तक पहुंच जाती है। इसके सबसे बड़े चैंबर में न्यूयॉर्क की 40 मंजिला स्काईस्क्रेपर या बोइंग 747 विमान आसानी से समा सकता है।
    Image Source : Canva AI
    यह गुफा अपनी विशालता और अनोखे इकोसिस्टम के लिए प्रसिद्ध है। इसकी कुल लंबाई करीब 9 किलोमीटर है, और कुछ जगहों पर ऊंचाई 200 मीटर से अधिक तथा चौड़ाई 150 मीटर तक पहुंच जाती है। इसके सबसे बड़े चैंबर में न्यूयॉर्क की 40 मंजिला स्काईस्क्रेपर या बोइंग 747 विमान आसानी से समा सकता है।
  • गुफा के अंदर दो बड़े डोलिन (स्काईलाइट्स) हैं, जहां से सूरज की रोशनी आती है। इससे अंदर पूरा जंगल उग आया है, साथ ही एक भूमिगत नदी बहती है। गुफा इतनी बड़ी है कि इसके अंदर अपना माइक्रोक्लाइमेट है - बादल बनते हैं और कोहरा छा जाता है। यहां दुनिया के सबसे बड़े और दुर्लभ केव पर्ल्स मिलते हैं, जो पानी की बूंदों से सालों में बनते हैं।
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    गुफा के अंदर दो बड़े डोलिन (स्काईलाइट्स) हैं, जहां से सूरज की रोशनी आती है। इससे अंदर पूरा जंगल उग आया है, साथ ही एक भूमिगत नदी बहती है। गुफा इतनी बड़ी है कि इसके अंदर अपना माइक्रोक्लाइमेट है - बादल बनते हैं और कोहरा छा जाता है। यहां दुनिया के सबसे बड़े और दुर्लभ केव पर्ल्स मिलते हैं, जो पानी की बूंदों से सालों में बनते हैं।