
नियमित पीरियड्स एक महिला के अच्छे स्वास्थ्य को दर्शाता है। जब भी किसी महिला के पीरियड्स में देरी होती है तो पहला ख्याल यही आता है कि कहीं वह प्रेगनेंट तो नहीं है लेकिन अगर प्रेगनेंसी रिपोर्ट नेगेटिव आती है तब पीरियड्स में देरी के अन्य कारणों का पता लगाने के लिए आप किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करते हैं ताकि मामले की जड़ तक पहुंचा जा सके। आशा आयुर्वेदा की डायरेक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल शर्मा ने बताया कि पीरियड्स में देरी के कई कारण हो सकते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में लोग इसका संबंध सीधे प्रेगनेंसी से मान लेते हैं। यहाँ पीरियड्स में देरी से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण कारणों के बारे में जानेंगे।
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स्ट्रेस: आजकल ज्यादातर समस्याओं के मूल में जाने पर पता चलता है कि तनाव एक महत्वपूर्ण कारक है। स्ट्रेस के समय आपके शरीर में कॉर्टिसोल हॉर्मोन रिलीज होता है जो पीरियड्स के लिए जिम्मेदार हॉर्मोन को असंतुलित कर देता है और इसके परिणामस्वरूप पीरियड्स में देरी होती है। हर उम्र के लोगों में तनाव का कारण भिन्न भिन्न हो सकता है। लेकिन जरुरी यह है कि तनाव का प्रबंधन कैसे किया जाए?
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एक्सरसाइज करें: जिससे आपके शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होता है, क्यूंकि इससे तनाव कम होगा और आप अच्छा महसूस करेंगे। भरपूर नींद लें। मैडिटेशन करें। आप जिनसे बहुत क्लोज हैं उनसे बात करें और अपनी परेशानी साझा करें।
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अचानक वजन घटना या बढ़ना: अचानक से बढ़ने या घटने वाला वजन आपके पीरियड्स में देरी का कारण बन सकता है। दरअसल पीरियड्स नियमित होने के लिए आपके शरीर में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का संतुलन होना बहुत जरुरी है जो वजन से साथ अनियंत्रित हो सकता है। इसलिए कोशिश करें की अपने वजन को नियंत्रित बनाए रखें।
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थायरॉइड: हर व्यक्ति के गर्दन में थायरॉइड ग्रंथि स्थित होती है, जो पीरियड्स और अन्य कार्यों के नियोजित संचालन के लिए बहुत जरुरी होता है। थायरॉइड की अलग अलग स्थिति आपके शरीर में पीरियड्स के फ्लो को रेगुलेट करता है। इसलिए पीरियड्स में देरी से बचने के लिए थायरॉइड ग्रंथि का ठीक होना जरुरी है।
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पीसीओडी: हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली यह समस्या आधुनिक समय में 12 से 40 वर्ष की लगभग 20 प्रतिशत महिलाओं को होती है। पीसीओडी की वजह से महिलाओं को पीरियड्स में देरी होती है और निःसंतानता जैसी समस्या भी हो सकती है।
पीरियड्स में देरी को ठीक कैसे करें?
अगर किसी महिला के पीरियड्स में देरी हो रही हो तो उनको हार्मोनल बैलेंस का ध्यान रखना चाहिए। अपनी डाइट का ख्याल रखिये और खाने में पौष्टिक चीजों को शामिल करें। नियमित एक्सरसाइज करें और तनाव कम लें। अगर लगातार तीन महीने से ज्यादा लम्बे समय तक पीरियड्स में देरी होती है या पीरियड्स मिस होता है तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें और अपनी समस्या का उचित समाधान पाएं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इंडिया टीवी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।