Saturday, April 27, 2024
Advertisement

चुनाव में बुरी तरह हारी कांग्रेस पार्टी में फिर जान फूंकने की कोशिश कर रहीं प्रियंका गांधी!

हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पांचों राज्यों में चुनावी हार हुई है। इसी बीच खबर है कि यूपी चुनाव की कमान संभालने वाली प्रियंका गांधी एक बार फिर पार्टी में जान फूंकने की कोशिश कर रही हैं।

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: March 19, 2022 8:48 IST
Priyanka Gandhi- India TV Hindi
Image Source : FILE PHOTO Priyanka Gandhi

नई दिल्ली। हालिया विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की पांचों राज्यों में चुनावी हार हुई है। ऐसे में जी—23 ग्रुप के सीनियर कांग्रेसी नेताओं ने भी नाराजगी जताई है। इसी बीच खबर है कि यूपी चुनाव की कमान संभालने वाली प्रियंका गांधी एक बार फिर पार्टी में जान फूंकने की कोशिश कर रही हैं।

चुनाव हारने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में पार्टी को पुनर्जीवित करने की रणनीति तैयार करने के लिए लगातार तीन दिनों तक पार्टी नेताओं से मुलाकात की। सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश चुनावों में केवल 2 प्रतिशत से अधिक वोट और दो सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी है और आगे का काम कठिन है, इसलिए प्रियंका गांधी ने इसके लिए एक खाका तैयार करने की कोशिश की है।

नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए बन रही नामों की सूची

यूपी में 80 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से कांग्रेस के पास राज्य से केवल एक सांसद है, जबकि भाजपा और उसके सहयोगियों के पास लगभग 64 सांसद हैं। सूत्रों के अनुसार, अजय कुमार लल्लू के इस्तीफे के बाद, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के लिए भी नामों की सूची बना रही है और गांधी ने अन्य नेताओं के अलावा प्रमोद तिवारी और दो नवनिर्वाचित विधायकों जैसे दिग्गजों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की।

जानिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किस बात से है परेशानी?

कांग्रेस को सभी पांच राज्यों में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है, हालांकि प्रियंका ने पार्टी को प्रासंगिक बनाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह पर्याप्त समर्थन हासिल करने में विफल रहीं। पूरे उत्तर प्रदेश के कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी पदाधिकारियों की शैली से परेशान हैं और राज्य में पार्टी को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। 

'प्रियंका को गुमराह कर रहे हैं पार्टी के ही कुछ लोग'

निर्वासित कांग्रेस नेता कोणार्क दीक्षित, जो अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं, ने कहा, हम अपने नेताओं को बताना चाहते हैं कि सब कुछ खत्म नहीं हुआ है और अगर सही लोगों को यूपी का नेतृत्व करने के लिए कहा जाता है, तो हमें 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर उम्मीद है। प्रियंका जी को एक ऐसी मंडली द्वारा गुमराह किया गया है, जिसके पास कांग्रेस का डीएनए नहीं है और वह निहित स्वार्थों के लिए काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, अगर हम आम चुनाव से पहले पार्टी को फिर से जीवित करना चाहते हैं, तो हमें काम करने की प्रणाली को बदलने की जरूरत है। हम विद्रोह में नहीं उठ रहे हैं, लेकिन हमें पार्टी नेतृत्व के साथ कुछ मुद्दों पर चर्चा करने की जरूरत है।

सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव में कहा गया है, पांच राज्यों के हालिया विधानसभा चुनाव परिणाम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लिए गंभीर चिंता का कारण हैं। पार्टी स्वीकार करती है कि हमारी रणनीति में कमियों के कारण, हम चार राज्यों में भाजपा राज्य सरकारों के कुशासन को प्रभावी ढंग से उजागर नहीं कर सके और नेतृत्व परिवर्तन को प्रभावित करने के बाद कम समय में पंजाब राज्य में सत्ता विरोधी लहर पर काबू नहीं पा सके।

इसमें कहा गया है कि कांग्रेस आज के समय में देश में व्याप्त राजनीतिक सत्तावाद के खिलाफ लाखों भारतीयों की आशाओं का प्रतिनिधित्व करती है और पार्टी अपनी अपार जिम्मेदारी के प्रति पूरी तरह से जागरूक है।

इनपुट: आईएएनएस

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Politics News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement