Sunday, December 28, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. लाइफस्टाइल
  3. जीवन मंत्र
  4. Bhai Dooj 2017: इस कारण मनाया जाता है भाई दूज

Bhai Dooj 2017: इस कारण मनाया जाता है भाई दूज

भाई दूज को अगर भाई-बहन यमुना नदीं में एक साथ स्नान करते है, तो दोनों के घर खुशियां आती है। इसके साथ ही उम्र लंबी होती है। हम हर साल ये त्योहार मनाते तो है, लेकिन क्या आप इसके पीछे मनाने के कारण को जानते है।

Edited by: India TV Lifestyle Desk
Published : Oct 17, 2017 10:44 am IST, Updated : Oct 20, 2017 06:53 am IST
bhai dooj- India TV Hindi
bhai dooj

धर्म डेस्क: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितिया तिथि को भाई दूज के रुप में मनाया जाता है। इस दिन बहने अपने भाई को तिलक लगाकर लंबी उम्र की कामना करती है। इसके साथ ही माना जाता है कि इस दिन अगर भाई-बहन यमुना नदीं में एक साथ स्नान करते है, तो दोनों के घर खुशियां आती है। इसके साथ ही उम्र लंबी होती है।

हम हर साल ये त्योहार मनाते तो है, लेकिन क्या आप इसके पीछे मनाने के कारण को जानते है। नहीं जानते है, तो इस खबर में जानिए कि आखिर क्यों मनाया जाता है भाई दूज।

भाईदूज के बारें में दो कथाएं प्रचलित है। इसके अनुसार एक यमुना और यमराज की है और दूसरी किदवंती की है। शास्त्रों के अनुसार यम देवता ने अपनी बहन को इसी दिन दर्शन दिये थे। यम की बहन यमुना अपनी बहन से मिलने के लिये अत्यधिक व्याकुल थी। अपने भाई के दर्शन कर यमुना बेहद प्रसन्न हुई। यमुना ने प्रसन्न होकर अपने भाई की बहुत आवभगत की। यम ने प्रसन्न होकर उसे वरदान दिया कि इस दिन अगर भाई-बहन दोनों एक साथ यमुना नदी में स्नान करेगें, तो उन्हें मुक्ति प्राप्त होगी।

इसी कारण से इस इन यमुना नदी में भाई-बहन के साथ स्नान करने का बडा महत्व है। इसके अलावा यम ने यमुना ने अपने भाई से वचन लिया कि आज के दिन हर भाई को अपनी बहन के घर जाना चाहिए। तभी से भाई दूज मनाने की प्रथा चली आ रही है। जिन भाईयों की बहनें दूर होती है। वह भाई अपनी बहनों से मिलने भाई दूज पर अवश्य जाते है। और उनसे टीका कराकर उपहार आदि देते है।

ये भी पढ़ें:

Latest Lifestyle News

Google पर इंडिया टीवी को अपना पसंदीदा न्यूज सोर्स बनाने के लिए यहां
क्लिक करें

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Religion News in Hindi के लिए क्लिक करें लाइफस्टाइल सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement