श्मशान के धुएं से रहें दूर
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि श्मशान में किसी शव का अंतिम संस्कार हो रहा हो तो वहा से हट जाना चाहिेए, क्योंकि जिस शव का अंतिम संस्कार कर रहे है। अस शव में कई प्रकार के बैक्टरिया या वायरस हो सकते है। जो धुएं के माध्यम से आपके अंदर आकर संक्रमण फैला सकते है। माना जाता है जब शव का दाह-संस्कार किया जाता है तो शरीर के बैक्टरिया और वाइरस खत्म हो जाते है और कुछ हमारे वायुमंडल में धुएं के साथ फैल जाते है। जिसके कारण जब मनुष्य पर वो धुआ आता है तो वह हमरें शरीर में बैक्टरिया चिपक जाती है। जिससे हमें कई तरह की बीमारियां हो जाती है। और इन रोगो के कारण आपकी आयु कम हो जाती है।