राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या पूरी तरह तैयार है। वैदिक धार्मिक रीति रिवाज और अनुष्ठान के बाद रामलला अपने गर्भगृह में 22 जनवरी को प्रतिष्ठित होंगे। इस मौके पर विविध आयोजन किए जा रहे हैं। इस बीच, मध्य प्रदेश के इंदौर में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने तमाम मॉल, रेस्टोरेंट व अन्य संस्थानों में राम मंदिर की प्रतिकृति लगाने का आग्रह किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस पर भार्गव ने ना केवल नाराजगी जताई, बल्कि कहा है कि इंदौर वालों को जवाब देना भी आता है।
राम मंदिर की प्रतिकृति नहीं लगाने पर आपत्ति
महापौर भार्गव ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि सारे मॉल्स, रेस्टोरेंट और संस्थानों से हमने राम मंदिर की प्रतिकृति लगाने का आग्रह किया था। कई लोगों के मन में यह विषय था, तो मेरा उनसे यह कहना है कि यदि 25 दिसंबर से 2 जनवरी और अभी भी कई जगह सांता क्लाज और क्रिसमस ट्री लगे हुए हैं। वो लगाने से अगर आपको आपत्ति नहीं है, तो राम मंदिर की प्रतिकृति लगाने में किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
"राममय उत्सव में अकारण असहयोग किया तो..."
उन्होंने आगे कहा यदि इस प्रकार से किसी ने इस राममय उत्सव में अकारण असहयोग किया तो इंदौर की जनता उनको भी जवाब देना जानती है। भार्गव ने कहा कि यह राम जी का काम है। रामराज्य का काम है। मुझे नहीं लगता कि इसमें किसी को आपत्ति होगी। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इसके साथ ही वो प्रभु श्रीराम की प्रतिमा के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होंगे। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने समारोह में 7,000 से अधिक लोगों को आमंत्रित किया है।
- IANS इनपुट के साथ