महाराष्ट्र में MNS के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी साफ तौर पर देखने को मिल रही है। ताजा मामला मुंबई से सामने आया है। यहां एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने एक फाइनेंस कंपनी में हंगामा किया है। कार्यकर्ताओं ने फाइनेंस कंपनी में घुसकर वहां कर्मचारियों को धमकी दी और अपशब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी भी दी। हालांकि पुलिस की टीम ने किसी तरह से मौके पर पहुंच कर मामला शांत कराया।
महिलाकर्मियों को धमकाया
MNS के गुंडों का आतंक मुंबई के गोरेगांव में भी देखने को मिला। MNS के कार्यकर्ता झुंड बनाकर एक फाइनेंस कंपनी के दफ्तर पर गए। वहां कर्मचारियों से बदतमीजी की, मारपीट की और महिला कर्मचारी को भी धमकाया। MNS का स्थानीय नेता महिला कर्मचारी की चेयर पर बैठ गया। यहां गोरेगांव स्थित बजाज फाइनेंस के दफ्तर में MNS कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया।
कार्यकर्ता के साथ बदतमीजी का आरोप
दरअसल, मनसे के एक कार्यकर्ता ने एक फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था। मनसे का दावा है कि इस कार्यकर्ता ने लोन पे कर दिया है, इसके बावजूद रविवार को बजाज फाइनेंस के हिंदी भाषी महिला कर्मचारियों ने फोन किया और उनके कार्यकर्ता के साथ बदतमीजी की। आरोप है कि उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया।
दफ्तार खाली करा के किया हंगामा
इसी के बाद आज सुबह MNS के लोग बड़ी संख्या में बजाज फाइनेंस के दफ्तर में पहुंचे और जमकर हंगामा किया। MNS कार्यकर्ताओं ने पूरा दफ्तर खाली कराया। इसके बाद बजाज फायनेंस के अधिकारियों को माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया। इस मौके पर पुलिस की टीम भी पहुंच गई। पुलिस ने किसी तरह से माहौल को शांत किया।
लगातार बढ़ रहे मामले
बता दें कि बीते कई दिनों से एक बार फिर हिंदी बनाम मराठी का मामला उठना शुरू हो गया है। इसे लेकर एमएनएस और शिवसेना के कार्यकर्ता लगातार उग्र बने हुए हैं। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें मराठी न बोलने को लेकर उत्तर भारतीयों को निशाना बनया गया है। वहीं अब एक और नया मामला सामने आया है।