असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी से अनुरोध किया कि वे विपक्षी पार्टी द्वारा प्रस्तावित चार सांसदों की सूची से लोकसभा में अपने डिप्टी गौरव गोगोई को हटा दें, जिन्हें पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद पर भारत का रुख स्पष्ट करने के लिए विदेश भेजा जाना है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश द्वारा एक्स पर साझा की गई सूची को फिर से पोस्ट करते हुए सरमा ने कहा कि असम के सांसद को "राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में" सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं किया जाना चाहिए।
पलटवार करते हुए गोगोई ने सरमा से कहा कि उनके खिलाफ उनके पास जो भी सबूत हैं, उन्हें सार्वजनिक करें। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर गोगोई का नाम लिए बिना आरोप लगाया, "सूची में नामित सांसदों में से एक (असम से) ने कथित तौर पर दो सप्ताह तक पाकिस्तान में रहने से इनकार नहीं किया है और विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थी।" उन्होंने कहा, "राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में और दलगत राजनीति से परे, मैं विपक्ष के नेता राहुल गांधी से आग्रह करता हूं कि इस व्यक्ति को ऐसे संवेदनशील और रणनीतिक कार्य में शामिल न करें।"
गोगोई बोले- आरोपों के सबूत दें
रमेश द्वारा साझा की गई सूची में अन्य कांग्रेस नेता पूर्व मंत्री आनंद शर्मा, राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन और लोकसभा सांसद राजा बरार हैं। पार्टी ने कहा कि सरकार ने राजनयिक संपर्क के लिए चार सांसदों के नाम प्रस्तुत करने को कहा था। गोगोई ने सरमा से उन आरोपों के लिए सबूत पेश करने को कहा जो वे लगा रहे हैं। सरमा के पहले के इस दावे पर कि गोगोई के कथित पाकिस्तानी संबंधों के बारे में सबूत 10 सितंबर तक सामने आ जाएंगे, उन्होंने कहा, "सितंबर तक इंतजार क्यों? वह कुछ सबूतों के आधार पर बोल रहे होंगे। वह अभी सबूत दे सकते हैं और सितंबर में अंतिम सबूत दे सकते हैं।"
गोगोई ने कहा, "कम से कम यह तो बताएं कि अगर हम (पाकिस्तान) गए थे, तो हम कब गए थे। यह भी बताएं कि क्या भाजपा से कोई गया था या नहीं, या क्या केवल कांग्रेस ही गई थी।" गोगोई ने मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि वह इस बात का सबूत दें कि भाजपा के किसी भी व्यक्ति का पाकिस्तान के साथ कोई व्यापारिक लेन-देन नहीं है या उसने पाकिस्तानी नागरिकों से शादी नहीं की है।
कांग्रेस नेता संपत्ति को लेकर किया पलटवार
कांग्रेस नेता ने कहा, "उन्हें अब तक अपने आरोपों का आधार बताना चाहिए। मुझे कोई समस्या नहीं है। हम भी जानना चाहते हैं। मुझे तथ्य पता हैं और इसलिए मैं प्रतिक्रिया नहीं दे रहा हूं।" गोगोई ने यह भी सवाल किया कि अगर वह वास्तव में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं तो केंद्र चुप क्यों है। उन्होंने आरोप लगाया, "उन्हें इस बात से जलन हो रही है कि मेरे बच्चों के नाम पर 18 कंपनियां नहीं हैं। मेरे या मेरे परिवार के नाम पर कोई चाय बागान, रिसॉर्ट या जमीन का प्लॉट नहीं है। वह केवल मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।" (इनपुट- पीटीआई)