पंजाब के फिरोजपुर जिले में नशे के चलते एक ही गांव में रहने वाले चार लोगों की मौत हो गई। लक्खों गांव के बहराम में एक ही दिन में नशे के कारण अलग-अलग परिवारों के तीन नौजवानों की मौत हो गई। परिवार वालों ने मृतकों की लाश फिरोजपुर फाजिल्का रोड के ऊपर रख कर रोष प्रदर्शन किया गया। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले भी एक व्यक्ति की नशे के चलते मौत हो गई थी। दो दिन में इस गांव में नशे के चलते चार नौजवानों की मौत हो चुकी है। परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है।
मृतकों की पहचान 23 वर्षीय उमेध सिंह, 22 वर्षीय रमनदीप, 20 वर्षीय रणदीप सिंह और 28 वर्षीय संदीप सिंह के रूप में हुई है। संदीप की मौत दो दिन पहले हुई थी। इन चारों के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। सभी के परिजन बेहद गुस्से में हैं और नशे की बिक्री पर पाबंदी लगाना चाहेंगे।
परिजनों ने क्या कहा?
- 22 वर्षीय रमनदीप की माता ने रोते हुए बताया कि नशे के कारण मौत हुई है और यह टीके लगाता था। पिछले काफी समय से नशा करता था। इसकी शादी नहीं हुई थी और यह लेबर का काम करता था।
- 23 वर्षीय उमेध सिंह की बुआ प्रकाश कौर ने बताया कि यह मेरा भतीजा था। इसकी शादी हो चुकी थी और इसका एक लड़का है, लेकिन नशे के कारण इसने अपना घर खराब कर लिया था। इसकी मौत नशे के कारण हुई है।
- 20 वर्षीय रणदीप सिंह की बुआ हरजिंदर कौर ने कहा कि पता नहीं कहा से क्या लेकर आया था और इसने खा लिया। इसके बाद घबराहट हुई और मौत हो गई।
- 28 वर्षीय संदीप सिंह की पत्नी ने सुनीता ने कहा कि नशे के कारण मौत हुई और टीका लगाकर मौत हुई।
पुलिस का बयान
एसपीडी मनजीत सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम के बाद पता चलेगा की मौत नशे के कारण हुई है या किसी और कारण से हुई है। मामले की जांच की जा रही है। मृतकों के परिजन बेहद नाराज हैं और नशे की बिक्री को जल्द बंद करवाने की मांग कर रहे हैं। गांव के लोगों के अंदर भी खासी नाराजगी है। गांव के लोगों ने फिरोजपुर अबोहर मार्ग पर तीनों मृतकों की लाश रख कर प्रदर्शन किया। पुलिस ने करीब दो घंटे बाद आश्वासन दे कर हाइवे से धरना खत्म करवाया।
(फिरोजपुर से राजेश कटारिया की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें-
बाबा रामदेव ने पंजाब में बाढ़ राहत के लिए दान किए 1 करोड़ रुपये, बोले- 'हम सब गुरु के सेवक'