चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शनिवार को युवाओं को मिल्खा सिंह, हॉकी ओलंपियन हरमनप्रीत और मनप्रीत सिंह और क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर जैसे खेल के दिग्गजों से प्रेरणा लेने की सलाह दी, न कि उन गायकों से जो अपने गीतों में नशीली दवाओं के इस्तेमाल को बढ़ावा देते हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पंजाब और हरियाणा के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और बंडारू दत्तात्रेय के साथ ‘वॉक फॉर ड्रग-फ्री चंडीगढ़’ कार्यक्रम में बोलते हुए मान ने नशीली दवाओं से दूर रहने की अपील की।
मिल्खा सिंह जैसे खिलाड़ियों को अपना आदर्श बनाएं
कार्यक्रम में सीएम मान ने नशे के खिलाफ अपनी सरकार के युद्ध नशा विरुद्ध अभियान के बारे में बात की और कहा कि तस्करों और तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस अभियान का बहुत अच्छा असर हुआ है। उन्होंने युवाओं से कहा कि नशे को बढ़ावा देने वाले गाने गाने वाले गायकों को अपना आदर्श न बनाएं। उन्होंने कहा कि मिल्खा सिंह, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर, हॉकी टीम की कप्तान हरमनप्रीत सिंह जैसे खिलाड़ियों को अपना आदर्श बनाएं।
कई गांवों को नशा मुक्त बना दियाः मान
भगवंत मान ने कहा कि राज्य के कई गांवों से रिपोर्टें आ रही हैं कि उन्होंने अपने गांवों को नशा मुक्त बना दिया है। आने वाले दिनों में नशा मुक्ति का बोर्ड लगाने वाले गांवों को पंजाब सरकार की ओर से विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा, साथ ही विकास कार्यों के लिए अधिक से अधिक ग्रांट भी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नशों से तबाह हुए घरों का सबसे बड़ा दर्द हमारी माताओं-बहनों ने सहा है। इस पीड़ा से मुक्ति की खुशी मैंने कल एक वीडियो देखकर महसूस की, जब नशा तस्कर का घर ढहते हुए देखकर एक महिला ने लड्डू बांटकर खुशी मनाई।
पंजाब में नशा तस्करों के लिए कोई जगह नहीं
पंजाब की धरती पर अब नशा तस्करों के लिए कोई जगह नहीं है। किसी के घर का दीपक बुझाकर पाप की कमाई से बनाए गए महलों पर हम दीपमाला नहीं जलने देंगे। आने वाले दिनों में बड़े-बड़े नामी नशा तस्करों के काली कमाई से बने महल ध्वस्त होंगे।
सीएम मान ने कहा कि हमने जो 'युद्ध नशे के विरुद्ध' अभियान शुरू किया है, वह अब एक बड़े जन आंदोलन में बदल चुका है। लोग स्वयं आगे आकर अपनी इच्छा से गांवों के पहरेदार बनकर पंचायतों के माध्यम से नशा तस्करों के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर रहे हैं और उनका सामाजिक बहिष्कार कर रहे हैं। 'रंगला पंजाब' बनाने में आपका योगदान आने वाली पीढ़ियां हमेशा याद रखेंगी।