पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर में सररकार गठन की सुगबुगाहट तेज होने लगी है। भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को दिल्ली बुलाया है। पूर्व सीएम बीरेन सिंह को भी दिल्ली बुलाया गया है।
मणिपुर में राज्यपाल अजय कुमार भल्ला की अपील के बाद 3 जिलों में 15 हथियार पुलिस को सौंपे गए। इंफाल पश्चिम जिले के सिंगजामेई पुलिस थाने में एक SMC कार्बाइन, डबल बैरल गन, और हैंड ग्रेनेड समेत 4 हथियार सरेंडर किए गए।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। राज्य की विधानसभा को भी भंग कर दिया गया है। ऐसे में भारतीय जतना पार्टी अब राज्य में स्थिति में सुधार होने के बाद सदन को भी बहाल कर सकती है।
मणिपुर के राज्यपाल ने 10 फरवरी से शुरू होने वाले मणिपुर विधानसभा सत्र को पहले ही अमान्य घोषित कर दिया है। राज्य में विधानसभा का अंतिम सत्र 12 अगस्त, 2024 को संपन्न हुआ था।
पिछले 20 महीने से हिंसक वारदातें झेल रहे मणिपुर की चर्चा पूरे देश में हो रही है। इस बीच सीएम बीरेन सिंह ने अपने पद से रविवार को इस्तीफा दे दिया है। जानें मणिपुर हिंसा की वजह और पूरी टाइमलाइन...
मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में सुरक्षाबलों ने 6 रॉकेट, लॉन्चर और अन्य सामग्री जब्त की है। इसके अलावा पुलिस ने KCP-PWG के 2 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है, जो जबरन वसूली में शामिल थे।
सीएम बीरेन सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने संयम बनाए रखा है क्योंकि लोगों को हिंसा के कारण नुकसान हुआ है, लेकिन अब स्थिति असहनीय स्तर पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे संगठन उभरे हैं।
मणिपुर के पूर्व मंत्री और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के विधायक एन काइसी का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को यहां निधन हो गया। वह 58 वर्ष के थे।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने उखरुल जिले के मुल्लम कुकी गांव में 50 एकड़ में फैली अफीम की अवैध खेती को नष्ट करने की जानकारी दी। प्रशासन ने सूबे में अफीम की अवैध खेती के खिलाफ अभियान जारी रखा है।
मणिपुर में जारी जातीय हिंसा पर सीएम एन बीरेन सिंह ने एक बार फिर बयान दिया है। सीएम ने कहा कि मैं आतंकवादियों से माफी क्यों मांगूं? मैं निर्दोष लोगों और अपने घरों से विस्थापित लोगों से माफी मांग रहा हूं।
साल के आखिरी दिन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर हिंसा के लिए राज्य की जनता से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि यह पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मुझे सच में खेद है।
मणिपुर के इंफाल में उग्रवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में चार लोग घायल हो गए हैं। इस घटना पर राज्य के सीएम एन बीरेन सिंह ने कड़ी निंदा जताई है और उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट शेयर किया है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि 10वीं और 11वीं भारतीय रिजर्व बटालियन (IRB) के नवनियुक्त कर्मियों को हाइवे सिक्योरिटी और कानून-व्यवस्था के लिए स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्होंने पंगेई पुलिस ट्रेनिंग सेंटर का दौरा किया।
एमएनएफ नेता नेता ने दावा कि मणिपुर जातीय हिंसा में अब तक 219 ज़ो लोग मारे गए हैं और 41,425 लोग विस्थापित हुए हैं, जिन्हें पड़ोसी राज्यों में शरण लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।
मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने अवैध प्रवासियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछले 40 या 50 सालों से बहुत कम लोगों ने देखा है कि कैसे अवैध प्रवासी मणिपुर में आकर बस गए हैं।
27 सितंबर को एन. जॉनसन सिंह अपने दो दोस्तों के साथ इंफाल वेस्ट जिले के न्यू कीथेलमानबी में केंद्रीय बलों में भर्ती के लिए कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की जीडी भर्ती परीक्षा देने गए थे, लेकिन रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां उग्रवादियों ने तीनों का अपहरण कर लिया था।
एन जॉनसन सिंह केंद्रीय बलों के लिए एसएससी जीडी भर्ती परीक्षा के लिए इंफाल पश्चिम जिले के न्यू कीथेलमनबी इलाके जा रहे थे। एन जॉनसन सिंह के साथ दो दोस्त भी थे, लेकिन वे रास्ता भटक गए और कुकी बहुल कांगपोकपी जिले में पहुंच गए, जहां शुक्रवार को उग्रवादियों ने उनका अपहरण कर लिया।
मणिपुर में कुकी आतंकियों द्वारा ड्रोन के जरिए बम गिराए जाने की घटना के बाद सीएम बीरेन सिंह ने इसे आतंकी हमला करार दिया और कहा कि इसके जिम्मेदार लोगों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने मणिपुर में 6 महीने के भीतर शांति व्यवस्था कायम करने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इसके लिए एक दूत की नियुक्ति भी कर ली गई है। वहीं इस्तीफे की मांग पर उन्होंने कहा कि 'मैं इस्तीफा क्यों दूं?'
यह आग मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेने सिंह के आवास से 100 मीटर की दूरी पर लगी। आग लगने की घटना के बाद फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। कई घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
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