पानी की रफ्तार इतनी तेज थी कि सीआरपीएफ के जवान समझ ही नहीं पा रहे थे कि उसे कैसे रोका जाए और वक्त भी इतना कम था कि फैसला सेकेंडों में करना था। घाटी में लोग जिन जवानों पर पत्थर बरसाते हैं उन्हीं जवानों ने ह्यूमन चेन बनाकर बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आतंकवादी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के वीर जवानों की शहादत को शत-शत नमन करते हुए उनके परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है।
इस हमले के बाद सरकार कह रही है हमने इसे चुनौती की तरह लिया है लेकिन फिर वही सवाल। सरकार हर बार ऐसे हमलों के बाद यही जवाब देती है जबकि जमीन पर जवानों की सुरक्षा के लिए क्या हो रहा है कुछ नजर नहीं आता।
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