हनुमान जी की पूजा करते समय विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए। ऐसे में आइए जानते हैं कि हनुमान जन्मोत्सव के दिन जी किन चीजों को बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
शनिवार को एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे पुणे के खालकर चौक मारुति मंदिर में महाआरती करेंगे।
हर रोज हनुमान चालीसा पढ़ने से सारे दुख दर्द दूर हो जाते हैं। भगवान हनुमान सारे कष्ट हर लेते हैं। यहां पढ़िए संपूर्ण हनुमान चालीसा...
इस बार हनुमान जयंती 16 अप्रैल को मनाई जाएगी। आइए जानते हैं शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, पूजन सामग्री और मंत्र।
16 अप्रैल 2022 को हनुमान जयंती है। इसी दिन भगवान शिव के 11वें रुद्रावतार, यानि श्री हनुमान जी का जन्म हुआ था।
माना जा रहा है कि धार्मिक आयोजन कर कांग्रेस मध्य प्रदेश में हिन्दुओं में अपना जनाधार और मजबूत करना चाहती है, ताकि राज्य में अगले साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी को इसका फायदा मिल सके।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ राम नवमी के अवसर पर शुभकामना संदेश देंगे तथा 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर छिंदवाड़ा में विशेष पूजा-अर्चना करने वाले हैं।
श्री हनुमान की उपासना व्यक्ति को हर प्रकार के भय से मुक्ति दिलाकर सुरक्षाप्रदान करती है। साथ ही हर प्रकार के सुख-साधनों से फलीभूत करती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "हनुमान जयंती का पावन अवसर भगवान हनुमान की करुणा और समर्पण भाव को याद करने का दिन है। मेरी कामना है कि कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में निरंतर उनका आशीर्वाद प्राप्त होता रहे। साथ ही उनके जीवन और आदर्शों से हमेशा प्रेरणा मिलती रहे।"
चैत्र शुक्ल पक्ष की उदया तिथि पूर्णिमा के दिन हनुमान जयंती का पर्व मनाया जाता है। जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।
कार्तिक मास की चतुर्दशी को हनुमान जंयती मनाई जाती हैं। चतुर्दशी तिथि 13 नवंबर शाम 8 बजे से शुरु हो जाएगी जोकि 14 नवंबर दोपहर 2 बजकर 18 मिनट तक रहेगी।
'रामचरितमानस' की तरह ही हनुमान गुणगाथा भी फलदायी मानी गई है। हनुमान जयंती पर पवनपुत्र की पूरी श्रद्धा से वंदना करने के साथ ही चालीसा का पाठ करें। भय और डर को दूर कर आपकी हर मनोकामना पूर्ण होगी। जानिए पूरी हनुमान चालीसा।
हनुमान जयंती भगवान शिव के 11वें अवतार हनुमान जी का आज जन्मदिन है। इस शुभ अवसर पर दोस्तों, करीबियों और रिश्तेदारों को सोशल मीडिया के जिए मैसेज और कोट्स भेजकर उन्हें शुभकामनाएं दें।
आचार्य इंदु प्रकाश से जानें कि बुधवार के दिन राज योग, चित्रा नक्षत्र, चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती के संयोग में आप कौन-से खास उपाय करके व्यापार में लाभ पा सकते हैं, कैसे आप अपने जीवन में बदलाव ला सकते हैं, कैसे धन और अच्छा करियर पा सकते हैं, कैसे अपनी सभी इच्छाएं पूरी कर सकते हैं।
एक बार हनुमान जी के ऊपर साढ़े साती प्रारंभ हुई थी परंतु शनिदेव ने उनके ऊपर से साढ़े साती का प्रभाव हटा दिया था। जानें इसके पीछे क्या है पौराणिक कथा। आपको बता दें कि इस बार हनुमान जयंती 8 अप्रैल को है।
इस माह रामनवमी के साथ-साथ कई मुख्य त्यौहार पड़ रहे हैं। जानें अप्रैल में पड़ने वाले व्रत त्यौहार।
Hanuman Jayanti 2019: हनुमानजी बहुत जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता हैं। लेकिन कुछ ऐसे मौके होते हैं जब हनुमानजी की पूजा करते समय विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए नहीं तो पूजा का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है। जानिए ऐसे कौन से मौके है जब हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार भगवान हनुमान को सिंदूर अतिप्रिय है। हनुमान जयंती के दिन सिंदूर का इस तरह इस्तेमाल कर आप पवनपुत्र को प्रसन्न कर सकते हैं। जानें इन उपायों के बारें मे।
Hanuman Jayanti 2019: हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के अलावा चैत्र शुल्क पक्ष की पूर्णिमा को हनुमान जंयती मनाई जाएगी। इस बार 17 अप्रैल को मनाई जा रही हैं। आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार मंगल ग्रह से संबंधित चित्रा नक्षत्र, हर्षण योग और राज योग के संयोग में श्री हनुमान जयंती भी है।
हनुमान जयंती के मौके पर आज राजस्थान के पाली जिले में दो पक्षों में झड़प हो गई। हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दो पक्ष आपस में भिड़ गए।
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