विकिलीक्स की ओर से लीक की गई अमेरिकी रक्षा विभाग की एक गोपनीय फाइल से खुलासा हुआ था कि करीब 15 साल पहले की इस फाइल में पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के बड़े आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर का जिक्र था।
यह क्षेत्र कई आतंकी प्रशिक्षण शिविर होने के लिए कुख्यात है। जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन इसी क्षेत्र से काम करता है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव विजय गोखले ने मंगलवार को इस बात कि पुष्टि की के भारत ने बालाकोट में तड़के सुबह जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप में से एक को तबाह कर दिया है।
एयर स्ट्राइक में जैश का अल्फा-3 कंट्रोल रूम पूरी तरह तबाह हो गया है और 200 से 300 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। बड़ी बात ये है कि वायुसेना ने सिर्फ 40 मिनट में इस ऑपरेशन को कामयाब के साथ पूरा किया और सभी फाइटर जेट वापस लौट आए।
मिराज 2000 में उन्नत एवियोनिक्स, आरडीवाई रडार और नए सेंसर और कंट्रोल सिस्टम का उपयोग करके नए कई निशानों को एक साथ साधना, हवा से जमीन और हवा से हवा में भी मार करने में माहिर है।
भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों व उनके प्रशिक्षकों को मार गिराया।
जैश-लश्कर और हिज्बुल के 20 आतंकियों ने एक साथ बैठकर कश्मीर में हमले की रणनीति तैयार की। पाकिस्तानी आर्मी का मेजर मीर कासिम भी आतंकियों की इस बैठक में शामिल था।
इमरान के इस धोखे की पोल उस वक्त खुल गई जब पाकिस्तान फौज ने 50 मिनट तक रट्टू तोते की तरह जो प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उसमें जैश या मसूद का नाम तक नहीं था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनका देश भारत और पाकिस्तान दोनों से बात कर रहा है जिससे कि इसे बंद किया जा सके।
पुलवामा हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए तनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच स्थिति बेहद खराब है, भारत कुछ सख्त कदम उठाने की सोच रहा है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखा है जिसमें भारत पर क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप लगाया गया है।
सभी को पता है कि पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी का बच्चा है। सिर्फ मसूद ही नहीं, हाफिज सईद, सलाउद्दीन समेत तमाम दहशतगर्दों को पाकिस्तानी आर्मी और वहां की हुकूमत की सरपस्ती हासिल है।
चीन पिछले 6 दिनों से बयान को रोकने की कोशिश में लगा था। वह नहीं चाहता था कि बयान में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का नाम आए।
फ्रांस के इस कदम के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की मुसीबतें बढ़ गई हैं क्योंकि इमरान ने ये कह कर अपनी फज़ीहत करवा ली है कि उसे पुलवामा हमले के सबूत चाहिए जबकि जैश ए मोहम्मद खुद इसकी ज़िम्मेदारी ले चुका है
पुलवामा हमले के बाद अब भारत ने इन दोनो आतंकियों के खिलाफ और सख्त रवैया अपनाया है तो ऐसे में पाकिस्तान की सेना ने दोनो आतंकियों को अंडरग्राउंड रहने की हिदायत दी है।
अजहर की रैली की एक रिकॉर्डिंग रिलीज की गई है और इस रिकॉर्डिंग में साफ नजर आ रहा है कि पाकिस्तान की अथॉरिटीज के जवान जो यूनिफॉर्म में हैं, वे किस तरह से इस आतंकी की सुरक्षा में मुस्तैद हैं।
पुलवामा हमले को लेकर इमरान खान के सबूत मांगने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि हमले की जिम्मेदारी लेने वाला पाकिस्तान में बैठा है, इससे ज्यादा और क्या सबूत चाहिए।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ और आतंकवादी मसूद अजहर को बैन करने की मांग को लेकर अब फ्रांस भी खड़ा हो गया है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में फ्रांस अब UN में आतंकी मसूद अजहर को बैन करने का प्रस्ताव पेश करेगा।
सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने देश में मौजूद आतंकवादियों हाफिज सईद और मसूद अजहर को भारत के सुपुर्द कर देना चाहिए।
भारत में हुए कुछ भीषण हमलों के सरगना मौलाना मसूद अजहर से पूछताछ करना आसान था और सेना के एक जवान के एक ‘‘थप्पड़’’ से ही वह हिल गया था जिसके बाद उसने अपनी गतिविधियों का ब्यौरा उगल दिया था।
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