कोरोना वायरस के प्रकोप और सामाजिक दूरी के बारे में मीडिया के अभियान को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीणों ने प्रवासी मजदूरों को पृथक रहने के दौरान पेड़ों को अपना घर बनाने के लिए कहा।
बिहार में अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूर पहुंचने लगे हैं जिनके रहने , भोजन और चिकित्सकीय जांच के लिए राज्य सरकार ने सीमावर्ती जिलों में सीमा आपदा राहत केंद्र स्थापित किए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार लॉकडाउन अवधि के दौरान प्रवासी मजदूरों की मुश्किलें दूर करने और उनकी हर तरह की सहायता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। गृह मंत्री ने कहा कि इसके हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने शनिवार को एक नया आदेश जार कर शराब दुकान मालिकों को लॉकडाउन का पालन करने के लिए 14 अप्रैल तक अपनी-अपनी दुकाने बंद रखने का निर्देश दिया है।
इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पलायन कर रहे मजदूरों को लेकर ट्वीट कर कहा है कि सरकार इस भयावह हालत की ज़िम्मेदार है।
प्रवासी मजदूर अक्सर गर्मी के दिनों में दिल्ली से वापस अपने गृह राज्य चले जाते हैं, लेकिन इस बार कुछ मजदूर वोट डालने के लिए यहां रुके रहे।
गुजरात से यूपी और बिहार के लोगों का पलायन जारी है। वहीं बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात में बसे उत्तर भारतीयों को हिम्मत से काम लेने को कहा है
राज्य के कई हिस्सों में गैर-गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।
अरब खाड़ी देशों के अरबों डॉलर के निर्माण क्षेत्र में काम कर रहे दक्षिण एशिया के कामगारों को स्थानीय कंपनियों में अपनी नियुक्ति की फीस खुद चुकानी पड़ रही है।
संपादक की पसंद