श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मंत्रालय ने 19 अप्रैल को आदेश जारी कर राज्य के भीतर आवाजाही को अनुमति दी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज मजदूरों से बातचीत का वीडियो जारी किया। इस वीडियो पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती भड़क गई हैं। ट्विटर पर मायावती ने लिखा है कि मजदूरों से बातचीत का राहुल का वीडियो हमदर्दी कम नाटक ज्यादा लग रहा है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 26 मई तक पश्चिम बंगाल में किसी भी मजदूर की एंट्री नहीं चाहतीं। ममता बनर्जी ने रेलवे को चिट्ठी लिखकर कहा है कि कोई भी श्रमिक ट्रेन 26 मई तक बंगाल ना भेजा जाए।
सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए मदद कर रहे हैं। वो सोशल मीडिया के जरिए भी उनसे जुड़े हुए हैं।
झारखंड में विभिन्न राज्यों से अब तक तीन लाख 15 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को वापस लाया जा चुका है। झारखंड के मुख्य नोडल पदाधिकारी अमरेन्द्र प्रताप सिंह ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि प्रवासी कामगारों की सकुशल वापसी के साथ ही उन्हें पृथकवास केंद्र में सुरक्षित ले जाएं। थर्मल स्कैनिंग के पश्चात जो स्वस्थ हों उन्हें खाद्यान्न पैकेट देकर गृह पृथकवास के लिए भेजा जाए।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रवासी श्रमिकों को 15 दिन के खाद्यान्न के साथ-साथ उन्हें नियमित तौर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए उनका राशन कार्ड बनवाया जाए।
आज के हालात में स्पेशल ट्रेनों की संख्या को कम नहीं किया जा सकता है, और ना ही प्रवासियों को बगैर क्वॉरन्टीन के अपने गांवों में घुसने की इजाजत दी जा सकती है।
एक तरफ लॉकडाउन में छूट मिल रही है वहीं दूसरी तरफ कोरोनामीटर बढ़ता जा रहा है। बड़े बड़े शहरों से लगातार उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड तक श्रमिक ट्रेनें चल रही हैं।
शशांक व्यास ने प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा पर एक कविता लिखी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो अपने वॉयसओवर के साथ शेयर की है।
कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के कारण अपने पैतृक स्थलों को वापस लौट रहे वयस्क लोगों के साथ-साथ चल रहे उनके बच्चों को कई जगह कड़ी धूप और लू में भूख एवं प्यास से बदहाल देखा जा सकता है।
रोडवेज के अध्यक्ष नवीन जैन ने बताया कि रोडवेज प्रशासन ने गुरुवार को चौथे दिन विभिन्न राज्यों के लिए 210 श्रमिक स्पेशल बसों से 7500 श्रमिकों को रवाना किया।
बस्ती जिले में मंगलवार को सामने आये कोरोना संक्रमण के 50 मामलों में सभी प्रवासी मजदूर हैं और उनका इलाज विभिन्न अस्पतालों में शुरू कर दिया गया है।
बिहार में दूसरे राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से आ रहे प्रवासियों को स्टेशन से बस के जरिए उनके गृह जिले में बने ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर में ले जाया जाता है, जहां उन्हें 14 दिन रहना होता है लेकिन कुछ जगहों पर यह देखने को मिल रहा है कि प्रवासी मजदूर स्टेशन से कुछ पहले ही ट्रेन को वैक्यूम करके उतर जाते हैं।
मुंबई के कांदिवली में एक बार फिर प्रवासी मजदूर इकट्ठा हो गए हैं। बताया जा रहा है कि प्रवासी मजदूरों के पास खबर आई थी कि उत्तर प्रदेश के लिए 3 ट्रेनें जानी हैं लेकिन जब वो स्टेशन पर पहुंचे तो पता चला कि ट्रेन है ही नहीं।
राकांपा नेता और राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बुधवार को कहा कि प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए महाराष्ट्र से अब तक कुल 325 विशेष ट्रेनें रवाना की गई हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने प्रवासी मजदूरों को लाने में हो रही 'बसों की राजनीति' पर कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथ लिया है।
बता दें कि कोरोना लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए 1 हजार बसों को लेकर कांग्रेस और योगी सरकार में तनातनी बढ़ गई है।
कानपुर में प्रवासी मजदूरों को हरियाणा से बंगाल जा रहा एक ट्रक बिल्हौर के पास दुर्घटना का शिकार हो गया। जिस वजह से 8 मजदूर घायल हो गए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कई विपक्षी नेताओं को निजी तौर पर फोन किया और प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे के निदान के लिए साझा रणनीति बनाने में उनका सहयोग मांगा।
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