अगर आप अपने सपने का आशियाना बुक करने की सोच रहें हैं और इस बात को लेकर असमंजस है कि रेडी टू मूव लें या अंडर कंस्ट्रक्शन तो हम इस समस्या का हल बता रहे हैं।
प्रॉपर्टी में निवेश पर जोखिम न के बराबार होता है। शेयर बाजार में हमेशा डर लगा रहता है कि हमने जिस कंपनी के शेयर में निवेश किया है, वह अच्छा प्रदर्शन करें। अगर उस कंपनी की वित्तीय स्थिति प्रभावित हुई तो निवेश डूबने का चांस बहुत ज्यादा होता है।
हायर इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉर्मी मोबाइल, सत्कृति इंफोटेनमेंट, चेनफेंग (एलईडी कंपनी), जे वल्र्ड इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कई कंपनियों ने यहां निवेश किया है। इस टाउनशिप में रिहायशी एरिया को विकसित करने की मांग की जा रही थी।
पैलेस थिएटर के पीछे की बेशकीमती संपत्ति परिवार के बंटवारे में वीरा गांधी के हिस्से में आई। अतीक अहमद ने अस्थाना परिवार से आसपास के इलाके में कुछ जमीन खरीदी थी। जब उसे वीरा गांधी की संपत्ति के बारे में पता चला, तो उसने अपने गुर्गों के माध्यम से उस पर जबरन कब्जा कर लिया और ताला लगवा दिया।
घर खरीदने को इच्छुक 95 प्रतिशत से अधिक लोगों का मानना है कि आवास ऋण (होम लोन) पर इस साल और ब्याज दर बढ़ने से मकान खरीदने का उनका निर्णय प्रभावित होगा।
अतीक अहमद पर हुई कार्रवाई ने उसके परिवार को भी 'बर्बाद' कर दिया है। उसके पांच बेटों में से एक की मौत हो चुकी है, दो जेल में हैं और दो नाबालिग बेटे बाल सुधार गृह में हैं।
अतीक अहमद ने अपने खौफ के बल पर हजारों करोड़ का साम्राज्य खड़ा किया था। प्रयागराज, लखनऊ समेत कई अन्य जगहों पर हजारों करोड़ की बेनामी संपत्ति बनाई थी।
दिल्ली या उत्तर प्रदेश में अगर अपना घर है तो नए वित्तीय वर्ष में प्रॉपर्टी टैक्स जरूर भरें। दिल्ली या उत्तर प्रदेश में रहने वाले लोगों के लिए ऑनलाइन प्रॉपर्टी टैक्स पेमेंट की सुविधा मिलती है। अगर आप भी अपने आशियाने का प्रॉपर्टी टैक्स पेमेंट करना चाहते हैं तो इन स्टेप्स को फॉलो करें।
घर या जमीन खरीदने के लिए लोग बहुत दिनों तक पैसे इकट्ठा कर बजट बनाते हैं। किसी भी प्लॉट को खरीदते समय रजिस्ट्री असली है या नकली इसे चेक करने का एक तरीका है। अधिकतर लोग जमीन की रजिस्ट्री को लेकर आशंका में रहते हैं। प्लॉट की रजिस्ट्री फर्जी तो नहीं है ऐसे करें चेक।
नारेडको नेशनल के वाइस चेयरमैन डॉ. निरंजन हीरानंदानी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि रेपो रेट में बढ़ोतरी पर विराम देने के लिए भारतीय कंपनियां RBI के फैसले की सराहना करता है।
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय सलाहकार परिषद ने करीब एक साल पहले इस तरह की समिति बनाने का फैसला किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-मार्च, 2023 के दौरान सालाना आधार पर दामों में सर्वाधिक सात प्रतिशत की वृद्धि बेंगलुरु में हुई। इसके बाद मुंबई में छह प्रतिशत और हैदराबाद तथा चेन्नई में पांच-पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स में छूट और वित्तीय लाभ के कुछ खास इंतजाम किए हैं। लेकिन सरकार की इन लाभकारी योजनाओं के इतने विस्तार के बाद भी अधिकांश महिलाओं को इनकी जानकारी नहीं होती है। आइए जानते हैं कि महिलाओं को अपने नाम पर प्रॉपर्टी खरीदने के क्या फायदे होते हैं।
गुरुग्राम और नई दिल्ली की तुलना में नोएडा-ग्रेटर नोएडा का किफायती होना भी इसका यूएसपी बन गया है। इसके चलते देश समेत विदेशी निवेशक इस क्षेत्र में बन रहे रेजीडेंशियल प्रोजेक्ट में निवेश कर रहे हैं।
घर खरीदने से पहले यह तय करना काफी मुश्किल होता है कि अंडर कंस्ट्रक्शन या रेडी टू मूव संपत्ति में निवेश करें। बेहतर रिटर्न पानी के लिए आप इनमें निवेश करने से पहले अपनी पसंद जोखिम की क्षमता और अपनी इनकम को ध्यान में जरूर रखें। जोखिम से बचने के लिए रेडी टू मूव संपत्ति में निवेश करें।
घर खरीदें या किराए पर लें इन दोनों के बीच अधिकतर लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। घर खरीदने के कई फायदे हैं। घर खरीदने के नुकसान भी कम नहीं है। संपत्ति की कीमत और ब्याज दर लगातार बढ़ती ही जा रही है। घर खरीदें या किराए पर लें इसे तय करने से पहले दोनों के फायदे और नुकसान को ना करें नजरअंदाज।
मृत्यु हो जाने के बाद बच्चों के बीच संपत्ति को लेकर विवाद होना आम बात है। इससे बचने के लिए वसीयतनामा तैयार करते हैं। इसे बनाते समय एक एग्जीक्यूटर जरूर रखें। इसके अलावा नियम और योजनाओं का भी ध्यान जरूर रखना चाहिए है। वहीं निष्पक्ष रुप से वसीयत को तैयार करने के लिए वकील की मदद ले सकते हैं।
पिछले साल शीर्ष आठ शहरों में आवासीय इकाइयों की बिक्री 34 प्रतिशत बढ़कर 3,12,666 इकाई हो गई। यह पिछले नौ साल का उच्च स्तर है।
रियल एस्टेट डेवलपर्स अपनी बिक्री बढ़ाने के लिए साल की शुरुआत में अच्छी डील ऑफर करते हैं। इसमें कैश डिस्काउंट से लेकर कई दूसरी छूट शामिल होती है।
नई आपूर्ति की बात की जाए, तो सात प्रमुख शहरों मे आपूर्ति इस साल 51 प्रतिशत के उछाल के साथ 3,57,600 इकाई पर पहुंच गई।
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