अयोध्या के मणि पर्वत के पास तीर्थक्षेत्र पुरम बसाया जा रहा है। कुम्भ में जैसे टेंट सिटी बसाई जाती है वैसे ही ये शहर बसाया जा रहा है। बस फर्क इतना है कि कुम्भ में कपड़े के टेंट होते है और यहां बंदरों की वजह से कपड़े की जगह टिन लगाया गया है।
यह विशेष घृत-रथ यात्रा जोधपुर से रवाना होकर जयपुर, भरतपुर, मथुरा, लखनऊ होते हुए अयोध्या पहुंचेगी। इस दौरान मार्ग में प्रमुख गांवों में इस यात्रा का स्वागत जगह-जगह किया जाएगा। इस यात्रा के दौरान ऐतिहासिक मंदिरों तक शोभायात्रा भी निकाली जाएगी।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय हो गई है। 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
राम मंदिर न्यास की तरफ से दिए गए पूजित अक्षत 45 विश्व हिंदू परिषद के प्रांतो में पहुंच गए हैं। विश्व हिंदू परिषद के राम दरबार में इन पूजित कलश को रखा गया है। प्रतिदिन राम दरबार में पूजीत अक्षत की महाआरती आरती की जाती है।
अयोध्या में बन रहा राम मंदिर न सिर्फ आस्था की दृष्टि से अद्वितीय है बल्कि जब यह बनकर तैयार होगा तो एक अनुमान के मुताबिक आम दिनों में 70 हजार भक्त रामलला के दर्शन कर पाएंगे।
22 जनवरी 2024 को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस दौरान देश के 5 लाख अलग-अलग मंदिरों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसकी तैयारी 5 नवंबर से शुरू हो जाएगी।
अयोध्या में राम मंदिर के तैयार होने का इंतजार लाखों भक्त कर रहे हैं। इस बीच खबर मिली है कि रामलला के लिए एक सिंहासन बन रहा है, जिसे राजस्थान के कारीगर बना रहे हैं। ये सिंहासन संगमरमर का है और स्वर्ण जड़ित है। इसकी ऊंचाई आठ फीट है।
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद इसे 23 जनवरी से श्रद्धालुओं के लिए खोला जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 20 से 24 जनवरी के बीच किसी दिन प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हो सकते हैं।
अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी भी शामिल होंगे। समारोह की तारीख की जानकारी मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताई है। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह होने की उम्मीद है।
रामलला 24 जनवरी 2024 में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। मंदिर में विराजमान होने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी। रोजाना लाखों की संख्या में श्रद्धालु भगवान रामलला का दर्शन-पूजन करेंगे, जिसे देखते हुए अयोध्या में सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी किया जा रहा है।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख तय हो गई है। मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को होगा। पीएम मोदी को इसके लिए न्यौता भेजा गया है।
स्पीकर के आसन के नजदीक सेंगोल को स्थापित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महान चोल साम्राज्य में कर्तव्यपथ, सेवापथ और राष्ट्रपथ का प्रतीक माना जाता था। यह हमारा सौभाग्य है कि हम पवित्र सेंगोल की गरिमा लौटा सके हैं।
ये भी खबर सामने आई है कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का निर्माण निर्धारित समय से तीन महीने पहले पूरा होने की संभावना है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने कहा था कि भव्य राम मंदिर का निर्माण समय सीमा से पहले पूरा होने की संभावना है।
अयोध्या में राम लला की मूर्ति के निर्माण के लिए कर्नाटक के कारकला से भी एक विशाल शिला अयोध्या श्रीराम जन्म जन्मभूमि अयोध्या के लिए रवाना की गई है। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार देर शाम शिला पूजा के बाद एक विशाल ट्रक में इसे अयोध्या के लिए रवाना किया।
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार बने 9 महीने से ज़्यादा हो गए हैं। सरकार बनने की बाद सीएम शिंदे और उनके विधायक असम के कामाख्या मंदिर में दर्शन और आशीर्वाद के बाद अब अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए जाने वाले हैं।
अयोध्या में रामलला की मूर्ति के निर्माण के लिए नेपाल से पत्थर आ रहा है। यह पत्थर करोड़ों साल पुराना है, जो नेपाल की पवित्र नदी के किनारे से लिया जा रहा है। जिस पाषाण से बनेंगे रामलला, वह क्यों है इतना खास? क्यों सीता की नगरी से रामलला की प्रतिमा के निर्माण के लिए पत्थर भेजने के लिए आया निवेदन? जानिए पूरी डिटेल।
राम मंदिर निर्माण कार्य के परियोजना प्रबंधक जगदीश आफले ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में दो वास्तुकार सीबी सोमपुरा और जय कार्तिक शामिल हैं। आफले ने कहा कि अब तक मंदिर निर्माण का पैंतालीस प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि शासन प्रशासन का कोई भी अधिकारी एवं अति विशिष्ट जन अष्टमी एवं नवमी को अयोध्या का भ्रमण न करें।
भाजपा सरकार की ओर से लगे बैनर में लिखा है कि फर्क साफ तब रामलला थे टेंट में, अब हो रहा भव्य मंदिर का निर्माण। इसमें एक तरफ तिरपाल में विराजमान रामलला तो दूसरी तरफ राममंदिर के माडल को दर्शाया गया है। कई जगह लगी यह होर्डिंग अब चर्चा का विषय बन गई है।
तय कार्यक्रम के मुताबिक सभी सीएम और डिप्टी सीएम पहले हनुमानगढ़ी दर्शन करने गए और फिर रामलला की पूजा की।
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