सोमालिया के पास अपहृत वाणिज्यिक जहाज पर भारतीय नौसेना के कमांडो उतर गए और जहाज के सभी चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है। इनमें 15 भारतीय सदस्य भी शामिल हैं।
सोमालिया के तट के पास एक बड़ा जहाज अगवा हो गया है। इस जहाज के चालक दल में 15 भारतीय क्रू मेंबर भी सवार हैं। सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना ने कड़ी निगरानी और छानबीन शुरू कर दी है।
रूसी परमाणु जहाज में आग लगने से समुद्र में खलबली मच गई। हालांकि ऐसा पहली बार नहीं था जब सेवमोर्पुट से जुड़ी समस्याएं सामने आई थीं। स्थानीय नॉर्वेजियन मीडिया आउटलेट द बैरेंट्स ऑब्ज़र्वर ने बताया कि क्षतिग्रस्त प्रोपेलर के कारण जहाज 2020 में एक महीने के लिए अंगोलन की राजधानी लुआंडा के बंदरगाह के पास रुका हुआ था।
लाल सागर में पहली बार भारतीय झंडा लगे जहाज पर ड्रोन हमला किया गया है। इसमें 25 भारतीय चालक दल सवार थे। हमले के बाद सभी चालक दल सुरक्षित बताए जा रहे हैं। इस बीच पेंटागन ने रिपोर्ट दी है कि हूती विद्रोहियों ने भारतीय जहाज को निशाना बनाया है। इसके साथ ही गैबन-ध्वजांकित एमवी साईबाबा जहाज पर भी हमला किया गया है।
इस हमले के बाद यूकेएमटीओ ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि भारत के वेरावल से 200 समुद्री मील दक्षिण पश्चिम में एक जहाज पर किए गए ड्रोन हमले से धमाका हुआ और आग लग गई।
अरब सागर में माल्टा के 18 सदस्यों समेत जहाज का अपहरण हो गया था। मदद मांगने पर माल्टा के ध्वज वाले अपह्रत जहाज को भारतीय नौसेना ने जांबाजी दिखाते हुए चालक दल के सदस्य को निकाल लिया है।
अरब सागर में माल्टा के 18 सदस्यीय दल वाले जहाज का अपहरण होने से खलबली मच गई है। भारतीय नौसेना ने अपहरण की सूचना मिलते ही तत्काल माल्टा की मदद के लिए अपना युद्ध पोत भेज दिया है। भारतीय समुद्री गश्ती विमान अपहृत जहाज का पीछा कर रहे हैं और उसके ऊपर उड़ान भर रहे हैं। साथ ही नौसेना जहाज को घेरने का प्रयास कर रही है।
इजरायल-हमास युद्ध में यमन की एंट्री और लाल सागर में उसके विद्रोहियों की हमले ने भूमध्यसागर तक खलबली मचा दी है। अमेरिका ने इजरायल के करीब भूमध्यसागर में अपने 2 दुर्लभ एयरक्रॉफ्ट कैरियरशिप को तैनाती पर बने रहने का आदेश दिया है। ताकि यमन जैसे हमलावरों को कड़ा जवाब देने के साथ इजरायल की रक्षा की जा सके।
गाजा पर इजरायली हमले से बौखलाया यमन हमास आतंकियों के साथ खड़ा हो गया है। वह लाल सागर में इजरायल और उसके समर्थक देशों को लगातार निशाना बना रहा है। यमन के विद्रोहियों ने लाल सागर में लाइबेरिया के एक जहाज पर घातक ड्रोन हमला किया है। इसके बाद जहाज में आग लग गई और काला धुआं उठता दिखाई दे रहा है।
फिलीपींस के अधिकारियों ने कहा कि उस चीनी हमले से फिलीपींस ब्यूरो ऑफ फिशरीज एंड एक्वाटिक रिसोर्सेज के तीन जहाजों में से एक के संचार और नेविगेशन उपकरण को ‘‘गंभीर क्षति’’ हुई। फिलीपीन, अमेरिका और जापान ने इसकी निंदा की।
यमन के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का टिकटॉक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा, जिसमें वे लोग कब्जे वाले गैलेक्सी मालवाहक जहाज पर नाच रहे हैं।
इजराइल हमास में जंग के बीच यमन के हूती विद्रोही भी इजराइल की ओर मिसाइल दाग रहे हैं। वहीं हूती विद्राहियों ने इजराइल से जुड़े एक जहाज पर कब्जा कर लिया था, जिसे बाद में छोड़ दिया गया। अमेरिकी नौसेना ने इन हूती हमलावरों को पकड़ लिया है।
300 साल पहले डूबे स्पेनिश जहाज को कोलंबिया के राष्ट्रपति ने कैरेबियन सागर से निकालने के निर्देश दिए हैं। इस जहाज में 20 अरब डॉलर के मूल्य का खजाना भरा हुआ था। इसे निकालने का अभियान तेज हो गया है। इसके स्वामित्व पर भी कई सवाल हैं।
कोलंबो के पोर्ट पर भारत के ऐतराज के बावजूद चीनी 'जासूसी' जहाज शियान 6 आ डटा है। श्रीलंका और चीन के वैज्ञानिक मिलकर इस पर रिसर्च वर्क कर रहे हैं। कहने को यह रिसर्च पोत है, लेकिन चीन 'जासूसी' जैसी हिमाकत भी करता रहा है।
300 साल पुराने जहाज पर अरबों डॉलर की कीमत का खजाना मौजूद है। यह जहाज 300 साल पहले डूब गया था, जिसे अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। जानिए कहां है यह अनोखा जहाज और अब क्या किया जाएगा?
चीन के रिसर्च जहाज को श्रीलंका ने अपने पोर्ट पर रुकने की फिलहाल कोई इजाजत नहीं दी है। इस बात का खुलासा खुद श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने किया है। भारत ने इस रिसर्च जहाज के श्रीलंका के पोर्ट पर तीन महीने रुकने को लेकर कड़ा ऐतराज जताया था। दरअसल, चीनी रिसर्च जहाज रिसर्च के नाम पर जासूसी करते हैं।
ग्रीनलैंड में फंसे जहाज में 206 यात्री सवार हैं और तेज लहरों का इस्तेमाल कर इसे निकालने का प्रयास किया गया। तीन बार कोशिशें की गईं,लेकिन सफलता नहीं मिल पाई है।
बताजा जा रहा है कि चालक दल के सदस्यों ने पहले खुद ही आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन यह इतनी तेजी से फैली कि हालात नियंत्रण से बाहर हो गए।
चीनी सेना का शक्तिशाली जासूसी जहाज यूआन वांग 6 एक बार फिर से हिंद महासागर में प्रवेश कर रहा है। चीन के इस जहाज के अचानक से हिंद महासागर में आने से उसकी मंशा को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
आज हम आपको दुनिया के सबसे बड़े जहाज के बारे में बताने जा रहे हैं। जो टाइटैनिक से भी 5 गुना ज्यादा बड़ा है। ये जहाज अगले साल के जनवरी में अपनी पहली यात्रा पर निकलेगी।
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