Thackeray Vs Shinde: Eknath Shinde एक एक करके वो सारे प्रतीक हथियाए ले रहे हैं, जो बाला साहेब ठाकरे और शिवसेना की पहचान रहे हैं। चुनाव आयोग के फैसले के बाद Shiv Sena एकनाथ शिंदे की हो गई है।।#uddhavthackeray #eknathshinde
Thackeray Vs Shinde: Maharashtra की राजनीति से एक के बाद एक बड़ी खबरे हैं आ रही हैं। Eknath Shinde एक एक करके वो सारे प्रतीक हथियाए ले रहे हैं, जो बाला साहेब ठाकरे और शिवसेना की पहचान रहे हैं। #uddhavthackeray #eknathshinde
उद्धव ठाकरे से शिवसेना का नाम और निशान छिन गया है। विधानसभा और लोकसभा में ऑफिस छिन गया। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है लेकिन दूसरे दिन भी सुनवाई से इनकार कर दिया गया है। अब लड़ाई मातोश्री, शिवसेना भवन, सामना अखबार और बाकी संपत्तियों की है।
ट्विटर पोल में इंडिया टीवी ने पूछा था कि ‘क्या शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और तीर-कमान का निशान मिलने के बाद क्या उद्धव ठाकरे का राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा?’
Thackeray vs Shinde Updates : उद्धव गुट के विधायक बेटे की वजह से मुश्किल में हैं. खुद ठाकरे की परेशानी भी खत्म होती नहीं दिख रही. उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र की सियासत में शिखर शून्य पर पहुंच चुके हैं. #UddhavThackeray #EknathShinde
चुनाव आयोग ने पिछले सप्ताह एकनाथ शिंदे नीत धड़े को असली शिवसेना के रूप में मान्यता दी थी और उसे चुनाव चिह्न ‘तीर-धनुष’ भी आवंटित किया था।
इस योजना के तहत ठाकरे गुट पूरे महाराष्ट्र में रैलियों का आयोजन करेगा। इसे 'शिवसैनिक निर्धार रैली' का नाम दिया गया है। इस रैली के जरिए आगामी चुनाव में बीजेपी के खिलाफ पूरी ताकत के साथ लड़ने की शपथ शिवसैनिकों को दिलाई जाएगी।
शिवसेना का नाम और निशान पर चुनाव आयोग के फैसले के बाद अब महाराष्ट्र में वजूद की लड़ाई शुरू हो गई है. पार्टी और निशान मिलने के बाद शिंदे गुट जहां गदगद है. वहीं उद्धव ठाकरे का खेमा सड़क पर उतर आया है.
Sanjay Raut EXCLUSIVE : महाराष्ट्र की सियासत में उद्धव ठाकरे के पास से शिवसेना और सिंबल दोनों चले गए हैं.जब से धनुष बाण लेकर उन्हें जलती हुई मशाल पकड़ा दी गई है लड़ाई बहुत तीखी हो गई है ? #MaharashtraPolitics #Shivsena #SanjayRaut
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की सियासत में कई चुभने वाले. कड़वे, नुकीले और फिल्मी शब्द इस्तेमाल हो रहे हैं. अब क्या महाराष्ट्र में हिन्दुत्व पर कब्जे का युद्ध शुरू होने वाला है ?#MaharashtraPolitics #Shivsena #Muqabla
महाराष्ट्र में पार्टी की पहचान और विचारधारा के लिए कमिटमेंट की परिभाषाओं के बीच उद्धव ठाकरे अकेले पड़ते दिख रहे हैं। महाविकास अघाड़ी के मतभेद भी खुलकर सामने आने लगे हैं।
Maharashtra Politics : ठाकरे और शिंदे गुट के बीच इस वक्त जबरदस्त तनाव का माहौल है. आज शिंदे गुट ने विधानमंडल के अंदर शिवसेना के दफ्तर पर कब्जा कर लिया. #shivesena #uddhavathackeray #eknathshinde
उद्धव ठाकरे ने इस बैठक में आगे कहा कि अगर हम अभी नहीं जागेंगे तो साल 2024 लोकसभा चुनाव में तानाशाही सरकार आएगी। मशाल 28 तारीख तक इस चिन्ह का उपयोग कर सकते हैं। यदि चिन्ह हटा भी दिया जाता है तो मेरे दिमाग में 10 और चिन्ह है।
शिंदे गुट ने विधानसभा पार्टी कार्यालय पर कब्जा कर लिया है। यानी शिंदे गुट को शिवसेना का विधानसभा पार्टी ऑफिस मिल गया है। विधानभवन के कार्यालय पर कब्जा करने के बाद, अब शिवसेना शिंदे के विधायक मंत्रालय के सामने शिवालय दफ़्तर पर भी कब्जा करेंगे।
शिवसेना का ट्विटर हैंडल और शिवसेना की वेबसाइट दोनों को उद्धव ठाकरे कैंप ने डिलीट कर दिया है। ट्विटर हैंडल और वेबसाइट दोनों ही शिवसेना के नाम से थी, जिसे उद्धव ठाकरे कैंप हैंडल करता था।
महाराष्ट्र में सियासी हलचल के बीच आज सुबह 9.30 बजे सीएम एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों की अहम बैठक बुलाई है और सभी 40 विधायकों को शामिल होने का फरमान जारी किया है।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने उद्धव ठाकरे पर जोरदार निशाना साधा। शाह ने कहा कि शरद पवार के पैरों में गिरकर उनसे सीएम बनाने का अनुरोध किया।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन नहीं तोड़ा था। उद्धव ने कहा कि 1993 के समय में 56 इंची सीने वाले लोग कहां गए थे। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के साथ नहीं गया था, मुझे बीजेपी ने धकेला था।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े को असली शिवसेना के रूप में मान्यता देने और उसे ‘तीर-धनुष’ चुनाव निशान आवंटित करने के निर्वाचन आयोग के फैसले पर उन्होंने अपना रुख स्पष्ट कर दिया है तथा वह इसको लेकर चल रहे विवाद में नहीं पड़ेंगे।
शिवसेना का तीर कमान छीनना न्याय नहीं है..इस मामले में हुई 2 हजार करोड़ की डील, शिवसेना नेता संजय राऊत का बड़ा आरोप. "ठाकरे" का अर्थ तप, दृढ़ता, धैर्य और नवीनता है। चुनाव आयोग इसमें सेंध नहीं लगा सकता. हम इसे माननीय सर्वोच्च न्यायालय तक लड़ेंगे और एक विजेता बनकर उभरेंगे.
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