मणिपुर में हिंसा करीब एक महीने से हो रही थी लेकिन अब हालात सामान्य हो रहे हैं। यहां के 11 जिलों में आज लगातार दूसरे दिन भी कर्फ्यू में ढील दी गई है।
मणिपुर में जारी हिंसा को महीना होने वाला है लेकिन हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं। मणिपुर में मेन लड़ाई दो समुदायों के बीच है लेकिन इस हिंसा की आग में अब तक 80 लोग मारे जा चुके हैं।
मणिपुर में हिंसा की आग लगभग एक महीने से जारी है। हालात को काबू में करने के लिए आज से गृह मंत्री अमित शाह राज्य में तीन दिन के दौरे पर जा रहे हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबजा शरीफ ने इमरान खान और उनके समर्थकों को अमेरिका की तर्ज पर दंडित करने का ऐलान किया है। अमेरिका में जनवरी 2021 में तोड़फोड़ और आगजनी की ऐसी ही घटनाएं हुई थी।
मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा और तनाव का माहौल बन गया है। कई इलाकों में आगजनी के बाद कर्फ्यू लगाया गया है और सेना भी बुलाई गई है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सरकार की कैबिनेट के एक फैसले ने इमरान खान को तगड़ा झटका दिया है। इसके तहत सैन्य प्रतिष्ठानों पर तोड़फोड़ और हिंसा करने वाले नागरिकों पर सरकार ने सैन्य अदालत में मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है।
पूर्व पीएम इमरान खान द्वारा लगाए जा रहे आरोपों के बाद पाकिस्तानी सेना के प्रमुख ने पहली बार जुबान खोली है। जनरल असीम मुनीर ने इमरान खान का नाम लिए बिना ही उन्हें कड़ी चेतावनी दे डाली है।
इमरान के समर्थक प्रदर्शनकारियों ने सरकारी इमारतों और सरकारी वाहनों को फूंक डाला। इन सबकी वजह से कंगाल पाकिस्तान को 25 करोड़ रुपए का चूना लगा है। इस आशय की रिपोर्ट इस्लामाबाद पुलिस ने जारी की है।
वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकते हैं कि दो गुट एक दूसरे पर पथराव कर रहे हैं। यही नहीं इस हिंसा में वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। हालात की सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची और हालात का जायजा लिया।
आप वीडियो फुटेज में साफ देख सकते हैं कि सेना इंफाल के ऊपरी इलाकों की किस तरह हवाई निगरानी कर रही है।
सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त करने के लिए दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया है। दोनों पक्षों ने यह समझौता संघर्ष में सूडानी नागरिकों को नुकसान से बचाने के लिए सऊदी बंदरगाह शहर जेद्दा में किया है। इसके तहत एक समझौते पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में गिरफ्तारी के बाद से पाकिस्तान में हिंसा और आगजनी चरम पर पहुंच गई है। इससे पाकिस्तान के कई इलाकों में हालात बेकाबू हो चुके हैं।
भारतीय सेना और असम राइफल्स के करीब 10,000 सैनिकों ने बुधवार को प्रभावित क्षेत्रों में फ्लैग मार्च जारी रखा और UAV की मदद से चौबीसों घंटे हवाई निगरानी की।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन ने बताया कि हिंसा में करीब 60 लोगों ने जान गंवा दी और 231 लोग घायल हो गए, जबकि 1700 घर जल गए।
पंजाब प्रांत में पुलिस ने 1 हजार उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इस्लामाबाद प्रशासन ने राजधानी में मौजूदा कानून व्यवस्था के बिगड़ते हालात को देखते हुए सेना की तैनाती के लिए गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे देश में बवाल मचा हुआ है। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने पाकिस्तान में जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तानी सेना के दफ्तर भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं। ऐसे में इमरजेंसी के हालात बनते जा रहे हैं।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मंगलवार रात पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी को ‘‘वैध’’ ठहराया है। कोर्ट ने कहा कि गिरफ्तारी करते समय राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा किया है।
मणिपुर के हिंसा प्रभावित इलाकों में सशस्त्र बलों द्वारा लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। साथ ही इस बाबत सेना के जवानों से संपर्क करने के लिए सेना ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है ताकि लोगों तक मदद पहुंचाई जा सके।
सरकार ने आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के बीच भड़के हिंसा के बीच उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी कर दिया है। वहीं सेना और असम राइफल्स के 55 कॉलम को वहां तैनात किया गया है।
दंगों की आग में मणिपुर जल रहा है। एक जिले से उठी चिंगारी आठ जिलों तक फैल गई है जिसमें मकान, दुकानें सब जल रही हैं। हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि सेना को बुलाना पड़ा है।
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