India Arms & Ammunition News:भारत इस वक्त दुनिया की सबसे बड़ी चौथी सेना है। पिछले कुछ वर्षों से भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमता को अभूतपूर्व तरीके से बढ़ाता जा रहा है। रक्षा क्षेत्र में भारत के बढ़ते दबदबे और आत्मनिर्भरता को देखकर चीन, पाकिस्तान से लेकर अमेरिका और फ्रांस तक हैरान हैं।
China war preparation: ताइवान का मामला क्या इतना अधिक गंभीर हो चुका है कि अब अमेरिका और चीन युद्ध के मुहाने पर आ खड़े हैं। आखिर क्या वजह है कि चीन अभी से युद्ध की तैयारियों में जुट गया है।
INS VIKRANT: पेंटागन प्रेस सचिव वायु सेना ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने इस वार्ता के बारे में बताया कि दोनों देशों के इन नेताओं के बीच यह वार्ता ऐसे समय हुई है जब पिछले सप्ताह नयी दिल्ली में भारत-अमेरिका ‘टू प्लस टू’ अंतर-सत्रीय बैठक और समुद्री सुरक्षा वार्ता हुई थी।
Indian Navy: रक्षा के क्षेत्र में भारत की धमक लगातार दुनिया में यूं ही नहीं बढ़ रही, बल्कि इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी का मजबूत नेतृत्व और देश के वैज्ञानिकों, इंजीनियरों व सेना के जवानों का अभूतपूर्व प्रयास भी है। तभी तो मेक इन इंडिया का मंत्र अब नित सफलता के नये-नये आयाम गढ़ रहा है।
Warship Taragiri: भारतीय नौसेना में शामिल हो रहा तारागिरी जहाज 3510 टन वजनी है। तारागिरी 149 मीटर लंबा और 17.8 मीटर चौड़ा है और यह दो गैस टर्बाइन व दो मुख्य डीजल इंजनों के मेल से संचालित किया जाएगा।
INS Vikranta Vs american vs chinese warship: दुनिया के सबसे खतरनाक माने जाने वाले युद्धपोतों में शामिल आइएनएस विक्रांत भारतीय नौसेना में अब शामिल कर लिया गया है। इससे देश की समुद्री ताकत कई गुना बढ़ गई है। भारत थल और नभ के साथ ही अब जल में भी दुश्मनों को तबाह करने का यह सबसे खतरनाक युद्धपोत तैयार कर लिया है।
INS Vikrant: विक्रांत के सेवा में आने से भारत अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, चीन और फ्रांस जैसे उन चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो जाएगा, जिनके पास स्वदेशी रूप से डिजाइन करने और एक विमान वाहक बनाने की क्षमता है, जो भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक वास्तविक प्रमाण होगा।
Warship Brake failure:ब्रिटेन का रॉयल नेवी विमानवाहक पोत एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स अमेरिकी तट से अभ्यास के लिए निकला ही था कि उसका ब्रेक अचानक फेल हो गया। समुद्र की हिलोरों के बीच अचानक विमानवाहक पोत का ब्रेक फेल हो जाने से क्रू मेंबरों में अफरा-तफरी मच गई।
China Taiwan: नैंसी पेलोसी की हाल की ताइवान यात्रा से खफा चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य और ताइवान के जलक्षेत्र में कई युद्धपोत और इसके हवाई क्षेत्र के पास कई चीनी लड़ाकू विमान भेजे हैं। चीन ने लंबी दूरी की मिसाइल भी दागी हैं।
सवाल यह उठता है कि क्या तैमूर का श्रीलंका आना किसी भी लिहाज से भारत के लिए खतरनाक है।
Brahmos Missile: भारत इंडोनेशिया को एंटी शिप वैरिएंट ब्रह्मोस मिसाइल बेचने जा रहा है। दोनों देशों के बीच इस साल के आखिर तक यह सौदा हो सकता है।
यूक्रेन ने कहा है कि उनकी सेना ने युद्धपोत पर मिसाइल हमले किए थे, जबकि रूस ने दावा किया है कि मोस्कवा आग लगने से क्षतिग्रस्त हुआ था और उस पर कोई मिसाइल हमला नहीं हुआ था।
भारतीय नौसेना इस समय 'फ्लीट ऑफ द फ्यूचर' पर काम कर रही है। इसके तहत सेना का फोकस आधुनिक इलेक्ट्रिक युद्धपोत विकसित करने पर है।
चीन ने दक्षिण चीन सागर में पारासेल द्वीप समूह के आसपास के अपने जलक्षेत्र में अमेरिकी पोत की घुसपैठ का आरोप लगाते हुए क्षेत्र में अमेरिकी नौसैन्य गतिविधि को लेकर दूसरी बार अपना विरोध दर्ज कराया है।
रूस की नौसेना ने बुधवार को काला सागर (Black Sea) में युद्धाभ्यास का ऐलान किया है। रूस की सेना ने कहा है कि क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका के 2 युद्धपोत भी जल्द पहुंचने वाले हैं।
चीन ने अपने करीबी सहयोगी पाकिस्तान के लिए बेहतर रडार प्रणाली और लंबी दूरी की मिसाइलों से लैस दूसरा नौसैनिक लड़ाकू पोत पेश किया है।
पिछले कुछ महीनों में कई मौकों पर तुर्की का भारत विरोधी रवैया देखने को मिला है। राष्ट्रपति रेसेप तैय्पप एर्दोगन के नेतृत्व में यह देश एक बार फिर से मुस्लिम दुनिया का सर्वेसर्वा बनने का सपना देख रहा है।
भारतीय नौसेना के इतिहास में पहली बार लेफ्टिनेंट कुमुदिनी त्यागी और सब लेफ्टिनेंट रीति सिंह को भारतीय नेवी के युद्धक पोतों पर ऑब्जर्वर के तौर पर नियुक्त किया गया है।
अमेरिका के सैन डिएगो स्थित नौसैन्य अड्डे पर युद्ध पोत पर लगी आग में कम से कम 57 लोग झुलस गए।
चीन और ताइवान के बीच कोरोना वायरस संकट के दौरान विवाद बढ़ता जा रहा है। चीन द्वारा दक्षिण चीन सागर में ताइवान के नियंत्रण वाले दोंगशा द्वीप समूह पर कब्जा करने का युद्धाभ्यास करने का ऐलान करने के बाद तनाव और बढ़ गया है।
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